अग्निशमन दिवस: Difference between revisions
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'''अग्निशमन दिवस''' अथवा '''राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा दिवस''' ([[अंग्रेज़ी]]:'' National Fire Service Day'') प्रत्येक वर्ष [[14 अप्रैल]] को मनाया जाता है। 14 अप्रैल, [[1944]] को मुम्बई बंदरगाह में फोर्टस्टीकेन नामक मालवाहक जहाज जिसमें रूई की गांठें, विस्फोटक एवं युद्ध उपकरण भरे हुए थे, में अकस्मात आग लग गयी थी। [[आग]] को बुझाते समय जहाज में विस्फोटक सामग्री होने के कारण 66 अग्निशमन कर्मी आग की चपेट में आकर वीरगति को प्राप्त हुए थे। इन | {{सूचना बक्सा संक्षिप्त परिचय | ||
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==उद्देश्य== | ==उद्देश्य== | ||
अग्निशमन दिवस के अंतर्गत नागरिकों को अग्नि से बचाव तथा सावधानी बरतने के सम्बंध में जागृत करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। अग्नि सुरक्षा सप्ताह का उद्देश्य नागरिकों को अग्निकांडों से होने वाली क्षति के प्रति जागरूक करना तथा अग्निकांडों को रोकने एवं अग्नि से बचाव के उपायों के संबंध में शिक्षित करना है। इसके साथ ही सुरक्षित मार्ग की व्यवस्था, अग्निशामक उपकरणों का प्रयोग, आग की स्थिति में बचाव के उपाय, उद्योगों में अग्नि सुरक्षा व सावधानियां, विद्युत अग्नि सुरक्षा व सावधानी, बहुमंजिले भवनों में अग्नि सुरक्षा, विकलांग व्यक्तियों के लिए अग्नि सुरक्षा आदि।<ref>{{cite web |url=http://hindi.oneindia.com/news/2013/04/12/fire-brigade-day-special-feature-237911.html |title=अग्निशमन दिवस: आग तो आग है... |accessmonthday= 17 मार्च|accessyear=2015 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=वनइंडिया हिंदी |language=हिन्दी }}</ref> | अग्निशमन दिवस के अंतर्गत नागरिकों को अग्नि से बचाव तथा सावधानी बरतने के सम्बंध में जागृत करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। अग्नि सुरक्षा सप्ताह का उद्देश्य नागरिकों को अग्निकांडों से होने वाली क्षति के प्रति जागरूक करना तथा अग्निकांडों को रोकने एवं अग्नि से बचाव के उपायों के संबंध में शिक्षित करना है। इसके साथ ही सुरक्षित मार्ग की व्यवस्था, अग्निशामक उपकरणों का प्रयोग, आग की स्थिति में बचाव के उपाय, उद्योगों में अग्नि सुरक्षा व सावधानियां, विद्युत अग्नि सुरक्षा व सावधानी, बहुमंजिले भवनों में अग्नि सुरक्षा, विकलांग व्यक्तियों के लिए अग्नि सुरक्षा आदि।<ref>{{cite web |url=http://hindi.oneindia.com/news/2013/04/12/fire-brigade-day-special-feature-237911.html |title=अग्निशमन दिवस: आग तो आग है... |accessmonthday= 17 मार्च|accessyear=2015 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=वनइंडिया हिंदी |language=हिन्दी }}</ref> |
Revision as of 10:25, 17 March 2015
अग्निशमन दिवस
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विवरण | 1944 में मुम्बई बंदरगाह में अकस्मात आग लग जाने के कारण 66 अग्निशमन कर्मी वीरगति को प्राप्त हुए थे। इन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने व अग्नि से बचाव के उपाय बताने के लिए देशभर में यह दिवस मनाया जाता है। |
अन्य नाम | राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा दिवस |
तिथि | 14 अप्रैल |
उद्देश्य | नागरिकों को अग्निकांडों से होने वाली क्षति के प्रति जागरूक करना तथा अग्निकांडों को रोकने एवं अग्नि से बचाव के उपायों के संबंध में शिक्षित करना। |
संबंधित लेख | राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस, राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह |
अग्निशमन दिवस अथवा राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा दिवस (अंग्रेज़ी: National Fire Service Day) प्रत्येक वर्ष 14 अप्रैल को मनाया जाता है। 14 अप्रैल, 1944 को मुम्बई बंदरगाह में फोर्टस्टीकेन नामक मालवाहक जहाज जिसमें रूई की गांठें, विस्फोटक एवं युद्ध उपकरण भरे हुए थे, में अकस्मात आग लग गयी थी। आग को बुझाते समय जहाज में विस्फोटक सामग्री होने के कारण 66 अग्निशमन कर्मी आग की चपेट में आकर वीरगति को प्राप्त हुए थे। इन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने व अग्नि से बचाव के उपाय बताने के लिए देशभर में यह दिवस मनाया जाता है।
उद्देश्य
अग्निशमन दिवस के अंतर्गत नागरिकों को अग्नि से बचाव तथा सावधानी बरतने के सम्बंध में जागृत करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। अग्नि सुरक्षा सप्ताह का उद्देश्य नागरिकों को अग्निकांडों से होने वाली क्षति के प्रति जागरूक करना तथा अग्निकांडों को रोकने एवं अग्नि से बचाव के उपायों के संबंध में शिक्षित करना है। इसके साथ ही सुरक्षित मार्ग की व्यवस्था, अग्निशामक उपकरणों का प्रयोग, आग की स्थिति में बचाव के उपाय, उद्योगों में अग्नि सुरक्षा व सावधानियां, विद्युत अग्नि सुरक्षा व सावधानी, बहुमंजिले भवनों में अग्नि सुरक्षा, विकलांग व्यक्तियों के लिए अग्नि सुरक्षा आदि।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ अग्निशमन दिवस: आग तो आग है... (हिन्दी) वनइंडिया हिंदी। अभिगमन तिथि: 17 मार्च, 2015।
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख