अरबी-फ़ारसी शोध संस्थान, टोंक

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अरबी-फ़ारसी शोध संस्थान टोंक ज़िला, राजस्थान में स्थित है। राजस्थान सरकार ने वर्ष 1978 में इस शोध संस्थान की स्थापना की थी। इस संस्थान में टोंक के नवाबों द्वारा संग्रहीत हस्त लिखित ग्रंथों, दस्तावेज भाषायी साहित्य तथा शासकीय रिकॉर्ड में पाये गए उर्दू, फ़ारसी पुस्तकें व दस्तावेज संग्रहीत हैं। यहाँ पर मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब द्वारा लिखित 'आलमगिरी कुरान क़ुरान' तथा बादशाह शाहजहाँ द्वारा तैयार कराई गई ‘कुरान-ए-कमाल’ रखी गई है। अलगरीबेन पाण्डुलिपि में क़ुरान के कठिन शब्दों की व्याख्या की गई है। इसे 900 वर्ष पूर्व मिस्र में मोहम्मद बिन अब्दुल्ला ने तैयार किया था।

टोंक के तीसर नवाब मोहम्मद अली ख़ाँ तथा उसके उत्तराधिकारी द्वारा हस्त लिखित पुस्तकों के संरक्षण, प्रकाशनतथा अनुसंधान के उद्देश्य से राजस्थान सरकार ने 1978 में इस शोध संस्थान की स्थापना की थी।


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