कँणयर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation
Jump to search
कँणयर - (काव्य प्रयोग, पुरानी हिन्दी) संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत कर्णिकार (कनियार का फूल, अमलतास का फूल), हिन्दी कनेर)[1]
कनेर का वृक्ष, नुकीली और लम्बी पत्तियों वाला वृक्ष जिस पर पीले, सफेद और लाल रंग के फूल आते हैं।
उदाहरण-
धण कँणयर री कब ज्यउँ, सूकी तोइ सुरत्त। - ढोला मारू र दूहा[2]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
|
वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज
Retrieved from "https://en.bharatdiscovery.org/w/index.php?title=कँणयर&oldid=669583"