कचक
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation
Jump to search
कचक - (प्रान्तीय प्रयोग) संज्ञा स्त्रीलिंग (हिन्दी कचट)[1]
वह चोट जो दबने से लगे। कुचल जाने की चोट।
क्रिया प्रयोग- लगना।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 736 |
संबंधित लेख
|
वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज
Retrieved from "https://en.bharatdiscovery.org/w/index.php?title=कचक&oldid=669648"