कंठशूल
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation
Jump to search
कंठशूल - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत कण्ठशूल)[1]
घोड़े के गले की एक भौंरी जो दूषित मानी जाती है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 722 |
संबंधित लेख
|
वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज
Retrieved from "https://en.bharatdiscovery.org/w/index.php?title=कंठशूल&oldid=669185"