सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश: Difference between revisions
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सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश का एक ऐसा भाग है जहां अंग्रेज़ी शासन से पहले उदार नवाबों का राज था। पौराणिक मान्यतानुसार [[गोमती नदी]] के तट पर पुरुषोत्तम [[राम]] के पुत्र [[कुश]] द्वारा बसाया गया कुशभवनपुर नाम का नगर था। [[खिलजी वंश]] के सुल्तान ने भरों को पराजित करके इस नगर को सुल्तानपुर नाम से बसाया। यहां की भौगोलिक उपयुक्तता और स्थिति को देखते हुए [[अवध]] के नवाब सफदरजंग ने इसे अवध की राजधानी बनाने का प्रयास किया था, जिसमें उन्हें सफलता नहीं मिली। स्वत्रंता संग्राम के इतिहास में सुल्तानपुर का अहम स्थान रहा है। प्रथम स्वत्रनता संग्राम में [[9 जून]] [[1857]] को सुल्तानपुर के तत्कालीन डिप्टी कामिश्नर की हत्या कर इसे स्वत्रंत करा लिया गया था। संग्राम को दबाने के लिए जब अंग्रेज़ी सेना ने कदम बढ़ाया तो चांदा के कोइरिपुर में अंग्रेज़ों से जमकर युद्ध हुआ था। चांदा गभाड़िया नाले के पुल अमहट और कादू नाले पर हुए ऐतिहासिक युद्ध [[उत्तर प्रदेश]] की आज़ादी लड़ाई इन उत्तर प्रदेश नामक किताब में दर्ज है। यहां की रियासतों में मेहंदी हसन, रजा दियरा जैसी रियासतों का नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज है। | सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश का एक ऐसा भाग है जहां अंग्रेज़ी शासन से पहले उदार नवाबों का राज था। पौराणिक मान्यतानुसार [[गोमती नदी]] के तट पर पुरुषोत्तम [[राम]] के पुत्र [[कुश]] द्वारा बसाया गया कुशभवनपुर नाम का नगर था। [[खिलजी वंश]] के सुल्तान ने भरों को पराजित करके इस नगर को सुल्तानपुर नाम से बसाया। यहां की भौगोलिक उपयुक्तता और स्थिति को देखते हुए [[अवध]] के नवाब सफदरजंग ने इसे अवध की राजधानी बनाने का प्रयास किया था, जिसमें उन्हें सफलता नहीं मिली। स्वत्रंता संग्राम के इतिहास में सुल्तानपुर का अहम स्थान रहा है। प्रथम स्वत्रनता संग्राम में [[9 जून]] [[1857]] को सुल्तानपुर के तत्कालीन डिप्टी कामिश्नर की हत्या कर इसे स्वत्रंत करा लिया गया था। संग्राम को दबाने के लिए जब अंग्रेज़ी सेना ने कदम बढ़ाया तो चांदा के कोइरिपुर में अंग्रेज़ों से जमकर युद्ध हुआ था। चांदा गभाड़िया नाले के पुल अमहट और कादू नाले पर हुए ऐतिहासिक युद्ध [[उत्तर प्रदेश]] की आज़ादी लड़ाई इन उत्तर प्रदेश नामक किताब में दर्ज है। यहां की रियासतों में मेहंदी हसन, रजा दियरा जैसी रियासतों का नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज है। | ||
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* निहालगढ़ , [[लखनऊ]] - [[वाराणसी]] मार्ग पर निकटतम रेलवे स्टेशन है। निहालगढ़ तहसील मुसाफिरखाना से लगभग 27 किमी की दूरी पर स्थित है। अब यह भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) एक बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है। | * निहालगढ़ , [[लखनऊ]] - [[वाराणसी]] मार्ग पर निकटतम रेलवे स्टेशन है। निहालगढ़ तहसील मुसाफिरखाना से लगभग 27 किमी की दूरी पर स्थित है। अब यह भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) एक बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है। | ||
* यह एक प्रमुख उर्वरक उत्पादक क्षेत्र है। यह स्थान अपने तेल शोधक कारखाने के लिए भी प्रसिद्ध है। | * यह एक प्रमुख उर्वरक उत्पादक क्षेत्र है। यह स्थान अपने तेल शोधक कारखाने के लिए भी प्रसिद्ध है। | ||
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सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश | सुल्तानपुर पर्यटन | सुल्तानपुर ज़िला |
सुल्तानपुर उत्तर प्रदेश राज्य का एक प्रमुख नगर है। कांग्रेस की प्रियंका गांधी वाड्रा के भाई राहुल गांधी और माँ सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्रों क्रमश: अमेठी और रायबरेली का निर्वाचन क्षेत्र है। यहां के दर्शनीय स्थलों में हिन्दुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड कोरवा, अमेठी है।
इतिहास
सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश का एक ऐसा भाग है जहां अंग्रेज़ी शासन से पहले उदार नवाबों का राज था। पौराणिक मान्यतानुसार गोमती नदी के तट पर पुरुषोत्तम राम के पुत्र कुश द्वारा बसाया गया कुशभवनपुर नाम का नगर था। खिलजी वंश के सुल्तान ने भरों को पराजित करके इस नगर को सुल्तानपुर नाम से बसाया। यहां की भौगोलिक उपयुक्तता और स्थिति को देखते हुए अवध के नवाब सफदरजंग ने इसे अवध की राजधानी बनाने का प्रयास किया था, जिसमें उन्हें सफलता नहीं मिली। स्वत्रंता संग्राम के इतिहास में सुल्तानपुर का अहम स्थान रहा है। प्रथम स्वत्रनता संग्राम में 9 जून 1857 को सुल्तानपुर के तत्कालीन डिप्टी कामिश्नर की हत्या कर इसे स्वत्रंत करा लिया गया था। संग्राम को दबाने के लिए जब अंग्रेज़ी सेना ने कदम बढ़ाया तो चांदा के कोइरिपुर में अंग्रेज़ों से जमकर युद्ध हुआ था। चांदा गभाड़िया नाले के पुल अमहट और कादू नाले पर हुए ऐतिहासिक युद्ध उत्तर प्रदेश की आज़ादी लड़ाई इन उत्तर प्रदेश नामक किताब में दर्ज है। यहां की रियासतों में मेहंदी हसन, रजा दियरा जैसी रियासतों का नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज है।
औद्योगिक क्षेत्र
- जगदीशपुर सुल्तानपुर शहर से लगभग 60 किमी की दूरी पर राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 56 पर स्थित है।
- निहालगढ़ , लखनऊ - वाराणसी मार्ग पर निकटतम रेलवे स्टेशन है। निहालगढ़ तहसील मुसाफिरखाना से लगभग 27 किमी की दूरी पर स्थित है। अब यह भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) एक बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है।
- यह एक प्रमुख उर्वरक उत्पादक क्षेत्र है। यह स्थान अपने तेल शोधक कारखाने के लिए भी प्रसिद्ध है।
- हिन्दुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड , कोरवा अमेठी : लखनऊ से 130 कि.मी कि दूरी पर स्तिथ यह रायबरेली - सुल्तानपुर रोड पर स्थित है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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