विजय तेंदुलकर: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
m (Adding category Category:संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार (को हटा दिया गया हैं।))
No edit summary
Line 1: Line 1:
[[चित्र:Vijay-tendulkar.jpg|thumb|विजय तेंदुलकर]]
{{सूचना बक्सा साहित्यकार
विजय तेंदुलकर (जन्म 1928 - मृत्यु 12 मई 2008) का नाम आधुनिक भारतीय नाटक और रंगमंच के विकास में अग्रणी है। विजय तेंदुलकर का जन्म सन् 1928 में हुआ था।
|चित्र=Vijay-tendulkar.jpg
|चित्र का नाम=विजय तेंदुलकर
|पूरा नाम=विजय तेंदुलकर
|अन्य नाम=
|जन्म= [[7 जनवरी]] [[1928]]
|जन्म भूमि=[[कोल्हापुर]], [[महाराष्ट्र]]
|मृत्यु=[[19 मई]] [[2008]]
|मृत्यु स्थान=[[पुणे]], महाराष्ट्र
|अविभावक=
|पालक माता-पिता=
|पति/पत्नी=
|संतान=
|कर्म भूमि=महाराष्ट्र
|कर्म-क्षेत्र=नाटककार
|मुख्य रचनाएँ=‘गिधाड़े’, ‘कमला’, ‘कन्यादान’,
|विषय=
|भाषा=[[मराठी भाषा|मराठी]]
|विद्यालय=
|शिक्षा=
|पुरस्कार-उपाधि=[[संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार|संगीत नाटक अकादमी]], [[कालिदास सम्मान]], [[पद्म भूषण]]
|प्रसिद्धि=
|विशेष योगदान=
|नागरिकता=भारतीय
|संबंधित लेख=
|शीर्षक 1=
|पाठ 1=
|शीर्षक 2=
|पाठ 2=
|अन्य जानकारी=
|बाहरी कड़ियाँ=
|अद्यतन=
}}
'''विजय तेंदुलकर''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Vijay Tendulkar'', जन्म: [[7 जनवरी]] [[1928]] - मृत्यु: [[19 मई]] [[2008]]) का नाम आधुनिक भारतीय [[नाटक]] और [[रंगमंच]] के विकास में अग्रणी है। विजय तेंदुलकर का जन्म सन् 7 जनवरी 1928 में हुआ था।
==मराठी पत्रिका और रंगमंच==
==मराठी पत्रिका और रंगमंच==
[[मराठी भाषा|मराठी]] की पत्रकारिता से सक्रिय जीवन शुरू करने के बाद सातवें दशक के उत्तरार्ध में भारतीय रंगमंच पर एक धूमकेतु की भाँति उनका उदय हुआ। उनका नाटक '''शांतता कोर्ट चालू आहे''' अपनी क्रान्तिकारी वस्तु और संरचना के कारण इतना लोकप्रिय हुआ, कि देखते-देखते अनेक भाषाओं में<ref> [[हिन्दी]] में ‘खामोश, अदालत जारी है’</ref> उसके अनुवाद हुए और देश-विदेश में शताधिक उसकी प्रस्तुतियाँ हो चुकी हैं।
[[मराठी भाषा|मराठी]] की [[पत्रकारिता]] से सक्रिय जीवन शुरू करने के बाद सातवें दशक के उत्तरार्ध में भारतीय रंगमंच पर एक धूमकेतु की भाँति उनका उदय हुआ। उनका नाटक '''शांतता कोर्ट चालू आहे''' अपनी क्रान्तिकारी वस्तु और संरचना के कारण इतना लोकप्रिय हुआ, कि देखते-देखते अनेक भाषाओं में<ref> [[हिन्दी]] में ‘खामोश, अदालत जारी है’</ref> उसके अनुवाद हुए और देश-विदेश में शताधिक उसकी प्रस्तुतियाँ हो चुकी हैं।
==रचनाएँ==
==रचनाएँ==
तेंडुलकर के ‘गिधाड़े’, ‘कमला’, ‘कन्यादान’, आदि नाटक भी बहुचर्चित हुए।  
तेंडुलकर के ‘गिधाड़े’, ‘कमला’, ‘कन्यादान’, आदि नाटक भी बहुचर्चित हुए।  
Line 8: Line 40:
‘निशान्त’ आदि कई, ‘समांतर सिनेमा’ आन्दोलन से जुड़ी, फ़िल्मों की पटकथा उन्होंने लिखीं। महाराष्ट्र के सांस्कृतिक जीवन में उनका व्यक्तित्व अलग से पहचाना जाता है।  
‘निशान्त’ आदि कई, ‘समांतर सिनेमा’ आन्दोलन से जुड़ी, फ़िल्मों की पटकथा उन्होंने लिखीं। महाराष्ट्र के सांस्कृतिक जीवन में उनका व्यक्तित्व अलग से पहचाना जाता है।  
==पुरस्कार==
==पुरस्कार==
उन्हें [[संगीत नाटक अकादमी]], [[कालिदास सम्मान]] तथा [[पद्मभूषण]] आदि कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है।
उन्हें [[संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार]], [[कालिदास सम्मान]] तथा [[पद्मभूषण]] आदि कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है।
==निधन==
==निधन==
[[19 मई]], [[2008]] को परम्परावादी मराठी थियेटर के पुरोधा विजय तेंदुलकर का निधन हो गया।
[[19 मई]], [[2008]] को परम्परावादी मराठी थियेटर के पुरोधा विजय तेंदुलकर का निधन हो गया।




{{लेख प्रगति|आधार=आधार1|प्रारम्भिक= |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक2 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
<references/>

Revision as of 07:15, 10 May 2013

विजय तेंदुलकर
पूरा नाम विजय तेंदुलकर
जन्म 7 जनवरी 1928
जन्म भूमि कोल्हापुर, महाराष्ट्र
मृत्यु 19 मई 2008
मृत्यु स्थान पुणे, महाराष्ट्र
कर्म भूमि महाराष्ट्र
कर्म-क्षेत्र नाटककार
मुख्य रचनाएँ ‘गिधाड़े’, ‘कमला’, ‘कन्यादान’,
भाषा मराठी
पुरस्कार-उपाधि संगीत नाटक अकादमी, कालिदास सम्मान, पद्म भूषण
नागरिकता भारतीय
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची

विजय तेंदुलकर (अंग्रेज़ी: Vijay Tendulkar, जन्म: 7 जनवरी 1928 - मृत्यु: 19 मई 2008) का नाम आधुनिक भारतीय नाटक और रंगमंच के विकास में अग्रणी है। विजय तेंदुलकर का जन्म सन् 7 जनवरी 1928 में हुआ था।

मराठी पत्रिका और रंगमंच

मराठी की पत्रकारिता से सक्रिय जीवन शुरू करने के बाद सातवें दशक के उत्तरार्ध में भारतीय रंगमंच पर एक धूमकेतु की भाँति उनका उदय हुआ। उनका नाटक शांतता कोर्ट चालू आहे अपनी क्रान्तिकारी वस्तु और संरचना के कारण इतना लोकप्रिय हुआ, कि देखते-देखते अनेक भाषाओं में[1] उसके अनुवाद हुए और देश-विदेश में शताधिक उसकी प्रस्तुतियाँ हो चुकी हैं।

रचनाएँ

तेंडुलकर के ‘गिधाड़े’, ‘कमला’, ‘कन्यादान’, आदि नाटक भी बहुचर्चित हुए।

समांतर सिनेमा

‘निशान्त’ आदि कई, ‘समांतर सिनेमा’ आन्दोलन से जुड़ी, फ़िल्मों की पटकथा उन्होंने लिखीं। महाराष्ट्र के सांस्कृतिक जीवन में उनका व्यक्तित्व अलग से पहचाना जाता है।

पुरस्कार

उन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, कालिदास सम्मान तथा पद्मभूषण आदि कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है।

निधन

19 मई, 2008 को परम्परावादी मराठी थियेटर के पुरोधा विजय तेंदुलकर का निधन हो गया।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिन्दी में ‘खामोश, अदालत जारी है’

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख