सईद जाफ़री: Difference between revisions

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सईद जाफ़री बहुत अच्छी मिमिक्री करते थे। अपने स्कूल के दिनों से ही उन्होंने अपने टीचरों की नकल उतारना शुरू कर दिया था। उन्होंने अपने कॅरियर की शुरुआत एक थिएटर कंपनी 'युनिटी थिएटर' की स्थापना के साथ की। यह कंपनी [[दिल्ली]] में स्थापित की गई थी। उनके थिएटर में टेनिसी विलियम, क्रिटोफर फ्रेय, विल्डे और शेक्सपियर की कृतियों पर काम किया गया। सईद जाफ़री विदेशी अभिनेताओं में सीन कॉनेरी, माइकल कैने और पिअर्स ब्रॉनसन जैसे बड़े नामों के साथ काम का चुके थे। उन्होंने ऑल इंडिया रेडियो के रेडियो डायरेक्टर के रूप में भी काम किया था। वह [[अमेरिका]] में भारतीय सरकार के पर्यटन विभाग के पब्लिसिटी और एडवर्टाइजिंग डायरेक्टर के तौर पर [[1958]] से [[1960]] तक नियुक्त रहे। उनको 80 और 90 के दशक में ब्रिटेन में एशिया मूल के सबसे बेहतर अभिनेता के रूप में माना गया। फर्राटे दार [[अंग्रेज़ी]] बोलने वाले सईद की [[हिंदी]] और [[उर्दू]] पर गज़ब की पकड़ थी। वे 100 से भी अधिक [[हिन्दी फ़िल्म|हिन्दी फ़िल्मों]] में काम कर चुके थे।
सईद जाफ़री बहुत अच्छी मिमिक्री करते थे। अपने स्कूल के दिनों से ही उन्होंने अपने टीचरों की नकल उतारना शुरू कर दिया था। उन्होंने अपने कॅरियर की शुरुआत एक थिएटर कंपनी 'युनिटी थिएटर' की स्थापना के साथ की। यह कंपनी [[दिल्ली]] में स्थापित की गई थी। उनके थिएटर में टेनिसी विलियम, क्रिटोफर फ्रेय, विल्डे और शेक्सपियर की कृतियों पर काम किया गया। सईद जाफ़री विदेशी अभिनेताओं में सीन कॉनेरी, माइकल कैने और पिअर्स ब्रॉनसन जैसे बड़े नामों के साथ काम कर चुके थे। उन्होंने ऑल इंडिया रेडियो के रेडियो डायरेक्टर के रूप में भी काम किया था। वह [[अमेरिका]] में भारतीय सरकार के पर्यटन विभाग के पब्लिसिटी और एडवर्टाइजिंग डायरेक्टर के तौर पर [[1958]] से [[1960]] तक नियुक्त रहे। उनको 80 और 90 के दशक में ब्रिटेन में एशिया मूल के सबसे बेहतर अभिनेता के रूप में माना गया। फर्राटे दार [[अंग्रेज़ी]] बोलने वाले सईद की [[हिंदी]] और [[उर्दू]] पर गज़ब की पकड़ थी। वे 100 से भी अधिक [[हिन्दी फ़िल्म|हिन्दी फ़िल्मों]] में काम कर चुके थे।
 
बीबीसी की वर्ल्ड सर्विस के लिए सईद जाफ़री ने सैकड़ों हिन्दी, उर्दू और अंग्रेज़ी में स्क्रिप्ट लिखीं और प्रदर्शित की थीं। साल [[1997]] में बीबीसी की वर्ल्ड सर्विस सीरिज के 'ए सुटेबल बॉय' के सभी 86 किरदारों के लिए सईद जाफ़री की आवाज़ का इस्तेमाल किया गया था। उनको बीबीसी रेडियो फ़ॉर प्ले द पंप के लिए प्रिक्स इटालिया का अवार्ड
दिया गया था। इसमें उन्होंने किरदारों के लिए सर माइकल रेडग्रेव के साथ अपनी आवाज़ दी थी। अंतरराष्ट्रीय सिनेमा में उनके अभिनय की ‘द मैन हू वुड बी किंग’, ‘डेथ ऑन द नील’, ‘स्फिनिक्स’, ‘द ज्वैल इन द क्राउन’, ‘ए पैसेज टू इंडिया’, ‘माय ब्युटीफुल लांद्रेट, ‘द डिसीवर्स’, ‘आफ्टर मिडनाइट’, ‘ऑन विंग्स ऑफ़ फायर’ और ‘चिकन टिक्का मसाला’ में काफी तारीफ हुई।<ref name="d"/>
==प्रमुख फ़िल्में==
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*[[1978]]- फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार- 'शतरंज के खिलाड़ी'
*[[1978]]- फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार- 'शतरंज के खिलाड़ी'
*[[1986]]- मनोनीत फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार- 'राम तेरी गंगा मैली'
*[[1986]]- मनोनीत फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार- 'राम तेरी गंगा मैली'
*[[1992]]- मनोनीत फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार- 'हेना'
*[[2016]]- मरणोत्सव पुरस्कार [[पद्म श्री]]
*[[2016]]- मरणोत्सव पुरस्कार [[पद्म श्री]]
==निधन==
==निधन==

Revision as of 12:39, 30 June 2017

सईद जाफ़री विषय सूची
सईद जाफ़री
[[चित्र:Saeed-Jaffrey.jpg|सईद जाफ़री|200px|center]]
जन्म 8 जनवरी, 1929
जन्म भूमि पंजाब, व्रिटिश भारत
मृत्यु 15 नवंबर, 2015
मृत्यु स्थान लंदन, यूनाइटेड किंगडम
अभिभावक पिता- हामिद हुसैन जाफ़री
पति/पत्नी मधुर जाफ़री, जेनीफर सोरेल
संतान पुत्रियां- जिआ, मीरा और सकीना जाफ़री
कर्म-क्षेत्र अभिनय
मुख्य फ़िल्में 'गांधी' (1982) 'शतरंज के खिलाड़ी' (1978), ‘हिना’ (1991), ‘राम तेरी गंगा मेली’ (1985), 'दिल', 'घर हो तो ऐसा', 'राजा की आएगी बारात'।
शिक्षा स्नातकोत्तर
विद्यालय मिंटो सर्किल अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, कैथोलिक विश्वविद्यालय, अमेरिका
पुरस्कार-उपाधि पद्मश्री (2016)
प्रसिद्धि अभिनेता
अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म ‘द मैन हू वुड बी किंग’, ‘डेथ ऑन द नील’, ‘स्फिनिक्स’, ‘द ज्वैल इन द क्राउन’, ‘ए पैसेज टू इंडिया’, ‘द डिसीवर्स’, ‘आफ्टर मिडनाइट’, ‘ऑन विंग्स ऑफ़ फायर’।
अद्यतन‎

सईद जाफ़री (अंग्रेज़ी: Saeed Jaffrey, जन्म- 8 जनवरी, 1929, मलेरकोटला, पंजाब, ब्रिटिश भारत; मृत्यु- 15 नवंबर, 2015, लंदन, यूनाइटेड किंगडम) भारत में जन्मे ब्रितानी अभिनेता थे। वह विभिन्न ब्रितानी और हिन्दी फ़िल्मों में अभिनय कर चुके थे। उन्होंने 1980 और 1990 के दशक में विभिन्न बॉलीवुड फ़िल्मों में भी काम किया। पियर्स ब्रोसनन, शॉन कोनरी और माइकल केन जैसे अंतरराष्ट्रीय नाम सईद जाफ़री के सह कलाकार रह चुके हैं। वहीं सईद तंदुरी नाइट्स और ज्वेल इन द क्राउन जैसे टेलीविजन कार्यक्रमों के लिए भी जाने जाते रहे हैं। साल 1998 में सईद जाफ़री ने अपने जीवन पर आधारित संस्मरण जारी किया, जिसमें उन्होंने अपने जीवन के हर पहलू पर लिखा। उन्हें वर्ष 2016 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।[1]

परिचय

सईद जाफ़री का जन्म 8 जनवरी 1929 को ब्रिटिश राज में पंजाब के एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। उनके पिता डॉक्टर हामिद हुसैन जाफ़री थे। उनकी शिक्षा मिंटो सर्किल अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में हुई थी। सईद जाफ़री ने पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री अमेरिका के कैथोलिक विश्वविद्यालय से प्राप्त की थी। इसके लिए उन्हें पूरी स्कॉलशिप मिली थी। उन्होंने लंदन के RADA अकादमी में अभिनय का प्रशिक्षण लिया था। वह कई भाषाएं बोल सकते थे। उन्होंने कई ब्रिटिश, अमेरिकन और भारतीय फ़िल्मों में अभिनय किया है।

विवाह

सईद जाफ़री का विवाह अभिनेत्री और टेलीविजन शेफ एंकर मधुर जाफ़री से हुआ था। इनके साथ सईद जाफ़री का 1965 में तलाक हो गया। उनकी मधुर से तीन बेटियां- जिआ, मीरा और सकीना जाफ़री हैं। उनकी बेटी सकीना जाफ़री अभिनेत्री हैं। उन्होंने दूसरा विवाह 1980 में जेनीफर सोरेल के साथ किया था।

कॅरियर

सईद जाफ़री बहुत अच्छी मिमिक्री करते थे। अपने स्कूल के दिनों से ही उन्होंने अपने टीचरों की नकल उतारना शुरू कर दिया था। उन्होंने अपने कॅरियर की शुरुआत एक थिएटर कंपनी 'युनिटी थिएटर' की स्थापना के साथ की। यह कंपनी दिल्ली में स्थापित की गई थी। उनके थिएटर में टेनिसी विलियम, क्रिटोफर फ्रेय, विल्डे और शेक्सपियर की कृतियों पर काम किया गया। सईद जाफ़री विदेशी अभिनेताओं में सीन कॉनेरी, माइकल कैने और पिअर्स ब्रॉनसन जैसे बड़े नामों के साथ काम कर चुके थे। उन्होंने ऑल इंडिया रेडियो के रेडियो डायरेक्टर के रूप में भी काम किया था। वह अमेरिका में भारतीय सरकार के पर्यटन विभाग के पब्लिसिटी और एडवर्टाइजिंग डायरेक्टर के तौर पर 1958 से 1960 तक नियुक्त रहे। उनको 80 और 90 के दशक में ब्रिटेन में एशिया मूल के सबसे बेहतर अभिनेता के रूप में माना गया। फर्राटे दार अंग्रेज़ी बोलने वाले सईद की हिंदी और उर्दू पर गज़ब की पकड़ थी। वे 100 से भी अधिक हिन्दी फ़िल्मों में काम कर चुके थे।

प्रमुख फ़िल्में

सईद जाफ़री ने महात्मा गांधी के जीवन पर बनी रिचर्ड एडिनबरा की ऑस्कर विजेता फ़िल्म 'गांधी' (1982) में सरदार वल्लभ भाई पटेल की भूमिका निभाई थी। जाफ़री को साल 1978 में आई सत्यजीत रे की फ़िल्म 'शतरंज के खिलाड़ी' में मीर रोशन अली के किरदार के लिए फ़िल्मफ़ेयर की ओर से सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का पुरस्कार दिया गया था। सईद ने ‘हिना’ (1991), ‘राम तेरी गंगा मेली’ (1985), 'दिल', 'किशन कन्हैया', 'घर हो तो ऐसा', 'राजा की आएगी बारात', 'मोहब्बत', 'आंटी नंबर वन' जैसी फ़िल्मों में दमदार अभिनय किया था।

प्रमुख संवाद

"ये कैड़ा क़ानून...
हम गरीबों को इंसाफ़
दिलाने के लिए नहीं...
बल्कि अमीरों की
सहूलियत के लिए है"

उपलब्धियाँ

  • सईद जाफ़री ऐसे पहले भारतीय अभिनेता थे, जो शेक्सपियर के नाटकों का मंचन करने युनाइटेड स्टेट्स के टूर पर गए थे।
  • पहले एशियाई अभिनेता थे, जिन्हें ब्रिटिश और कनैडियन अकेडमी अवार्ड के लिए नामांकित किया गया था।
  • पहले भारतीय अभिनेता, जिन्हें ऑर्डर ऑफ़ द ब्रिटिश अम्पायर (ओबीई) अवॉर्ड ड्रामा में उनके काम के लिए दिया गया।

सम्मान एवं पुरस्कार

  • 1978- फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार- 'शतरंज के खिलाड़ी'
  • 1986- मनोनीत फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार- 'राम तेरी गंगा मैली'
  • 2016- मरणोत्सव पुरस्कार पद्म श्री

निधन

सईद जाफ़री का निधन 15 नवम्बर, 2015 को उनके लंदन में स्थित घर पर ब्रेन हेमरेज के कारण हुआ था।



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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. सईद जाफ़री के बारे मे 25 जानकारियाँ (हिंदी) hindi.webdunia.com। अभिगमन तिथि: 29 जून, 2017।

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