सरौं नृत्य: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
(''''सरौं नृत्य''' (अंग्रेज़ी: '' '') उत्तराखंड का लोक नृ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
No edit summary
 
Line 1: Line 1:
'''सरौं नृत्य''' ([[अंग्रेज़ी]]: '' '') [[उत्तराखंड]] का [[लोक नृत्य]] है। यह [[ढोल]] के साथ किया जाने वाला युद्ध गीत नृत्य है।<ref name="pp">{{cite web |url= https://www.jagran.com/uttarakhand/dehradun-city-uttarakhands-folk-dances-have-different-identities-18646090.html|title=उत्तराखंड के लोक नृत्यों की है अलग पहचान|accessmonthday=23 नवंबर|accessyear=2021 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=jagran.com |language=हिंदी}}</ref>
'''सरौं नृत्य''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Saron Dance'') [[उत्तराखंड]] का [[लोक नृत्य]] है। यह [[ढोल]] के साथ किया जाने वाला युद्ध गीत नृत्य है।<ref name="pp">{{cite web |url= https://www.jagran.com/uttarakhand/dehradun-city-uttarakhands-folk-dances-have-different-identities-18646090.html|title=उत्तराखंड के लोक नृत्यों की है अलग पहचान|accessmonthday=23 नवंबर|accessyear=2021 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=jagran.com |language=हिंदी}}</ref>


*[[गढ़वाल]] में सरौं, [[छोलिया नृत्य, उत्तराखंड|छोलिया]] और [[पौंणा नृत्य]] प्रसिद्ध हैं। तीनों की शैलियां अलग-अलग हैं, लेकिन [[वीर रस]] एवं शौर्य प्रधान सामाग्री का प्रयोग तीनों में ही किया जाता है।  
*[[गढ़वाल]] में सरौं, [[छोलिया नृत्य, उत्तराखंड|छोलिया]] और [[पौंणा नृत्य]] प्रसिद्ध हैं। तीनों की शैलियां अलग-अलग हैं, लेकिन [[वीर रस]] एवं शौर्य प्रधान सामाग्री का प्रयोग तीनों में ही किया जाता है।  

Latest revision as of 07:38, 23 November 2021

सरौं नृत्य (अंग्रेज़ी: Saron Dance) उत्तराखंड का लोक नृत्य है। यह ढोल के साथ किया जाने वाला युद्ध गीत नृत्य है।[1]

  • गढ़वाल में सरौं, छोलिया और पौंणा नृत्य प्रसिद्ध हैं। तीनों की शैलियां अलग-अलग हैं, लेकिन वीर रस एवं शौर्य प्रधान सामाग्री का प्रयोग तीनों में ही किया जाता है।
  • सरौं नृत्य में ढोल वादक मुख्य किरदार होते हैं, जबकि छोलिया और पौंणा नृत्य को वादक एवं नर्तक के साझा करतब पूर्णता प्रदान करते हैं। इन नृत्यों में सतरंगी पोशाक, ढोल-दमाऊ, नगाड़ा, भंकोरा, कैंसाल, रणसिंगा और ढाल-तलवार अनिवार्य हैं।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. उत्तराखंड के लोक नृत्यों की है अलग पहचान (हिंदी) jagran.com। अभिगमन तिथि: 23 नवंबर, 2021।

संबंधित लेख