रमण वन
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation
Jump to search
रमण नामक एक प्राचीन वन का उल्लेख महाभारत, सभापर्व में हुआ है-
'भाति चैत्ररथं चैव नंदनं च महावनम् रमणं भावनं चैव वेणुमंतः संमततः।'[1]
- महाभारत, सभापर्व के उपरोक्त उद्धरण में 'रमण' नामक वन को द्वारका के उत्तर की ओर स्थित वेणुमान पर्वत के निकट बताया गया है।[2]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज
Retrieved from "https://en.bharatdiscovery.org/w/index.php?title=रमण_वन&oldid=516187"