कञुसिस: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
(''''कञुसिस''' - (काव्य प्रयोग, पुरानी हिन्दी) सर्वनाम (...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
No edit summary
 
Line 1: Line 1:
'''कञुसिस''' - (काव्य प्रयोग, पुरानी [[हिन्दी]]) सर्वनाम ([[हिन्दी]])<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक= श्यामसुंदरदास बी. ए.|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=नागरी मुद्रण, वाराणसी |संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=746|url=|ISBN=}}</ref>
'''कञुसिस''' - (काव्य प्रयोग, पुरानी [[हिन्दी]]) [[संज्ञा]] [[पुल्लिंग]] ([[संस्कृत]] कासीस)<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक= श्यामसुंदरदास बी. ए.|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=नागरी मुद्रण, वाराणसी |संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=746|url=|ISBN=}}</ref>


*कौन।
*कसीस।
 
उदाहरण-
 
फरमान भेल कञोण चाहि, तिरहुति लेलि जन्हि साहि। - कीर्तिलता<ref>कीर्तिलता, पृष्ठ 58, सम्पादक बाबूराम सक्सेना, [[नागरी प्रचारिणी सभा]], [[काशी]], तृतीय संस्करण</ref>


{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}

Latest revision as of 10:43, 24 November 2021

कञुसिस - (काव्य प्रयोग, पुरानी हिन्दी) संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत कासीस)[1]

  • कसीस।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 746 |

संबंधित लेख