इस शहर में -आदित्य चौधरी: Difference between revisions
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<div style="text-align:center; direction: ltr; margin-left: 1em;"><font color=#003333 size=5>इस शहर में | ---- | ||
<small>-आदित्य चौधरी</small></font></div> | {| width="100%" style="background:transparent" | ||
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<poem style="color=#003333"> | <poem style="color=#003333"> | ||
इस शहर में अब कोई मरता नहीं | इस शहर में अब कोई मरता नहीं | ||
वो मरें भी कैसे जो ज़िन्दा नहीं | |||
हो रहे नीलाम चौराहों पे रिश्ते | हो रहे नीलाम चौराहों पे रिश्ते | ||
क्या कहें कोई दोस्त शर्मिंदा नहीं | |||
घूमता है हर कोई कपड़े उतारे | घूमता है हर कोई कपड़े उतारे | ||
शहर भर में अब कोई नंगा नहीं | |||
कौन किसको भेजता है आज लानत | कौन किसको भेजता है आज लानत | ||
इस तरह का अब यहाँ मसला नहीं | |||
हो गया है एक मज़हब 'सिर्फ़ पैसा' | हो गया है एक मज़हब 'सिर्फ़ पैसा' | ||
अब कहीं पर मज़हबी दंगा नहीं | |||
मर गये, आज़ाद हमको कर गये वो | मर गये, आज़ाद हमको कर गये वो | ||
उनका महफ़िल में कहीं चर्चा नहीं | |||
अब यहाँ खादी वही पहने हुए हैं | अब यहाँ खादी वही पहने हुए हैं | ||
जिनकी यादों में भी अब चरख़ा नहीं | |||
इस शहर में अब कोई मरता नहीं | इस शहर में अब कोई मरता नहीं | ||
वो मरें भी कैसे जो ज़िन्दा नहीं | |||
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{{भारतकोश सम्पादकीय}} | {{भारतकोश सम्पादकीय}} |
Latest revision as of 06:26, 24 September 2013
इस शहर में -आदित्य चौधरी
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