रामगंगा नदी: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
आदित्य चौधरी (talk | contribs) m (Text replacement - "शृंखला" to "श्रृंखला") |
||
(3 intermediate revisions by one other user not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
[[चित्र:Ramganga-River.jpg|thumb|250px|रामगंगा नदी]] | [[चित्र:Ramganga-River.jpg|thumb|250px|रामगंगा नदी]] | ||
'''रामगंगा नदी''' [[लघु हिमालय]] [[पर्वत]] | '''रामगंगा नदी''' [[लघु हिमालय]] [[पर्वत]] श्रृंखलाओं से निकलती है। यह नदी [[उत्तराखंड]] के गढ़वाल ज़िले के कुमाऊ क्षेत्र [[हिमालय]] श्रेणी के दक्षिणी भाग से [[नैनीताल]] के निकट निकलती हुई [[उत्तर प्रदेश]] में बहती है। | ||
*[[मध्य काल]] के [[मुसलमान]] साहित्यकारों ने इसी नदी को 'राहिब' लिखा है।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= भारतकोश पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=787|url=}}</ref> | *[[मध्य काल]] के [[मुसलमान]] साहित्यकारों ने इसी नदी को 'राहिब' लिखा है।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= भारतकोश पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=787|url=}}</ref> | ||
Line 6: | Line 6: | ||
<blockquote>'वासंकृत्वा सर्वतीर्थे तीर्त्वाचोत्तरंगा नदीम्, अन्यानदीश्च विविधै: पार्वतीयैस्तुरंगमै:।'</blockquote> | <blockquote>'वासंकृत्वा सर्वतीर्थे तीर्त्वाचोत्तरंगा नदीम्, अन्यानदीश्च विविधै: पार्वतीयैस्तुरंगमै:।'</blockquote> | ||
*यह नदी 144 किलोमीटर की पहाड़ी यात्रा करके कालागढ़ ज़िले के निकट [[बिजनौर ज़िला|बिजनौर ज़िले]] के मैदानों में उतरती है। मैदानी यात्रा के 24 कि.मी. के उपरान्त कोह नदी इसमें मिलती है। | *यह नदी 144 किलोमीटर की पहाड़ी यात्रा करके कालागढ़ ज़िले के निकट [[बिजनौर ज़िला|बिजनौर ज़िले]] के मैदानों में उतरती है। मैदानी यात्रा के 24 कि.मी. के उपरान्त कोह नदी इसमें मिलती है। | ||
*रामगंगा नदी 600 कि.मी. बहने के उपरान्त [[कन्नौज]] के निकट [[हरदोई]] जनपद की [[सवायजपुर]] तहसील में [[गंगा नदी|गंगा]] में मिल जाती है। | *रामगंगा नदी 600 कि.मी. बहने के उपरान्त [[कन्नौज]] के निकट [[हरदोई]] जनपद की [[सवायजपुर]] तहसील में [[गंगा नदी|गंगा]] में मिल जाती है। | ||
*[[मुरादाबाद]], [[बरेली]], [[बदायूँ]], [[शाहजहाँपुर]], [[फ़र्रुख़ाबाद]], [[हरदोई]] आदि ज़िलों से यह गुजरती है। | *[[मुरादाबाद]], [[बरेली]], [[बदायूँ]], [[शाहजहाँपुर]], [[फ़र्रुख़ाबाद]], [[हरदोई]] आदि ज़िलों से यह गुजरती है। | ||
Line 13: | Line 13: | ||
{{लेख प्रगति |आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध=}} | {{लेख प्रगति |आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध=}} | ||
==वीथिका== | |||
<gallery> | |||
चित्र:Ramganga-River-4.jpg|रामगंगा नदी | |||
चित्र:Ramgang.jpg|रामगंगा नदी | |||
चित्र:Ramganga-River-2.jpg|रामगंगा नदी | |||
</gallery> | |||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> |
Latest revision as of 11:26, 9 February 2021
thumb|250px|रामगंगा नदी रामगंगा नदी लघु हिमालय पर्वत श्रृंखलाओं से निकलती है। यह नदी उत्तराखंड के गढ़वाल ज़िले के कुमाऊ क्षेत्र हिमालय श्रेणी के दक्षिणी भाग से नैनीताल के निकट निकलती हुई उत्तर प्रदेश में बहती है।
- मध्य काल के मुसलमान साहित्यकारों ने इसी नदी को 'राहिब' लिखा है।[1]
- यह नदी शायद वाल्मीकि रामायण, अयोध्या काण्ड[2] में वर्णित 'उत्तरगा नदी' है।
'वासंकृत्वा सर्वतीर्थे तीर्त्वाचोत्तरंगा नदीम्, अन्यानदीश्च विविधै: पार्वतीयैस्तुरंगमै:।'
- यह नदी 144 किलोमीटर की पहाड़ी यात्रा करके कालागढ़ ज़िले के निकट बिजनौर ज़िले के मैदानों में उतरती है। मैदानी यात्रा के 24 कि.मी. के उपरान्त कोह नदी इसमें मिलती है।
- रामगंगा नदी 600 कि.मी. बहने के उपरान्त कन्नौज के निकट हरदोई जनपद की सवायजपुर तहसील में गंगा में मिल जाती है।
- मुरादाबाद, बरेली, बदायूँ, शाहजहाँपुर, फ़र्रुख़ाबाद, हरदोई आदि ज़िलों से यह गुजरती है।
- इस नदी के जल का प्रयोग सिंचाई में अधिक नहीं हो पाता, क्योंकि इसका मार्ग अनिश्चित और परिवर्तनशील है।
- नदी से सिंचाई का लाभ उठाने के लिए कालागढ़ में एक बाँध भी बनाया गया है।
|
|
|
|
|
वीथिका
-
रामगंगा नदी
-
रामगंगा नदी
-
रामगंगा नदी