चमचारथी -आदित्य चौधरी: Difference between revisions
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... न जाने ऐसे कितने हथकण्डे हैं जो अपनाए जाते हैं... | ... न जाने ऐसे कितने हथकण्डे हैं जो अपनाए जाते हैं... | ||
"बड़े बाबू ! उस ठेकेदार को बुलाओ... रात-रात में रोड कम्पलीट होनी है... वी.आई.वी को खाटेसुरी बाबा के यहाँ भी जाना है... वहाँ की रोड बनवाने के लिए ही तो वी.आई.पी को वहाँ बुलाया जा रहा है... सी.डी.ओ कहाँ है ?" जब वी.आई.पी. के आने की भी सूचना मिली तो ज़िलाधिकारी तुरंत ही आदेश जारी करने के विश्व-कीर्तिमान बनाने में जुट गए। | "बड़े बाबू ! उस ठेकेदार को बुलाओ... रात-रात में रोड कम्पलीट होनी है... वी.आई.वी को खाटेसुरी बाबा के यहाँ भी जाना है... वहाँ की रोड बनवाने के लिए ही तो वी.आई.पी को वहाँ बुलाया जा रहा है... सी.डी.ओ कहाँ है ?" जब वी.आई.पी. के आने की भी सूचना मिली तो ज़िलाधिकारी तुरंत ही आदेश जारी करने के विश्व-कीर्तिमान बनाने में जुट गए। | ||
अधिकारी और कर्मचारी सब कुछ 'ठीक-ठाक' करने में जुट गए। | अधिकारी और कर्मचारी सब कुछ 'ठीक-ठाक' करने में जुट गए। पत्रकार 'सॅट' कर दिए गए। धरने प्रदर्शन करने वाले महारथियों को 'संतुष्ट' कर दिया गया। शासक पार्टी के अध्यक्ष का भतीजा 'ऐडहॉक नियुक्ति' पा गया। महिला-समाज प्रतिनिधि मंडल सज-सँवर कर तैयार हो गया। | ||
वंदनवार और स्वागतद्वार सजने लगे, माला और हार बनने लगे और अधिकारियों के साथ-साथ ठेकेदार भी सहमने लगे... फिर वी.आई.पी आ गए... | वंदनवार और स्वागतद्वार सजने लगे, माला और हार बनने लगे और अधिकारियों के साथ-साथ ठेकेदार भी सहमने लगे... फिर वी.आई.पी आ गए... | ||
"सर एक डेलीगेशन आपसे मिलना चाहता है।" मंत्री जी के सचिव ने पूछा | "सर एक डेलीगेशन आपसे मिलना चाहता है।" मंत्री जी के सचिव ने पूछा |
Revision as of 15:19, 17 June 2012
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