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{मुस्लिम क़ानून के चार स्रोतों में से तीन क़ुरान, हदीस एवं इज्मा हैं। निम्नलिखित में से कौनसा चौथा स्रोत है? | |||
|type="()"} | |||
-ख़म्स | |||
+क़यास | |||
-ख़राज | |||
-आयतें | |||
{'क़ुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद' का निर्माण किस मुस्लिम शासक ने कराया था? | |||
|type="()"} | |||
-[[शाहजहाँ]] | |||
+[[कुतुबुद्दीन ऐबक]] | |||
-[[ग़यासुद्दीन तुग़लक़]] | |||
-फ़ीरोज़ शाह | |||
||तराइन के युद्ध के बाद मुइज्जुद्दीन ग़ज़नी लौट गया और [[भारत]] के विजित क्षेत्रों का शासन अपने विश्वनीय ग़ुलाम 'क़ुतुबुद्दीन ऐबक' के हाथों में छोड़ दिया। | |||
*पृथ्वीराज के पुत्र को रणथम्भौर सौंप दिया गया जो तेरहवीं शताब्दी में शक्तिशाली चौहानों की राजधानी बना। अगले दो वर्षों में ऐबक ने, ऊपरी दोआब में [[मेरठ]], बरन तथा कोइल (आधुनिक [[अलीगढ़]]) पर क़ब्ज़ा किया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[कुतुबुद्दीन ऐबक]] | |||
{[[टीपू सुल्तान]] ने किस क्लब की सदस्यता प्राप्त कर श्रीरंगपट्टनम् में स्वतंत्रता का वृक्ष रोपा था? | |||
|type="()"} | |||
-लॉयन्स क्लब | |||
+जैकोबिन क्लब | |||
-फ्रीडम फाइटर्स क्लब | |||
-ईस्ट इण्डिया क्लब | |||
{दादाभाई नौरोजी ने अंग्रेज़ों की किस नीति को 'अनिष्टों का अनिष्ट' कहा था? | |||
|type="()"} | |||
-भारतीयों के प्रति अत्याचार की नीति | |||
-भारतीयों के प्रति शोषण की नीति | |||
-शौक्षणिक परिवेश में विकृति लाने की नीति | |||
+[[भारत]] से धन निष्कासन की नीति | |||
{किस इतिहासकार ने सन् [[1857]] के स्वतंत्रता संग्राम को 'धर्मान्धों का ईसाइयों के विरुद्ध युद्ध' कहा था? | |||
|type="()"} | |||
-बेंजामिन डिजरेली | |||
+एल. ई. आर. रीज | |||
-ड्ब्लू. टेलर | |||
-टी. आर. होम्ज | |||
{[[झाँसी]] की [[रानी लक्ष्मीबाई]] की मृत्यु हुई थी? | |||
|type="()"} | |||
+([[18 जून]], [[1858]]) | |||
-([[18 जुलाई]], [[1857]]) | |||
-([[25 मई]], 1858) | |||
-([[29 अक्टूबर]], [[1859]]) | |||
{'इण्डिपेन्डेन्स' नामक समाचार-पत्र का प्रकाशन प्रारम्भ किया था? | |||
|type="()"} | |||
-[[जवाहर लाल नेहरु|पं. जवाहर लाल नेहरु]] | |||
+[[मोतीलाल नेहरू|पं. मोती लाल नेहरु]] | |||
-शिव प्रसाद गुप्त | |||
-[[मदन मोहन मालवीय]] | |||
{"[[कांग्रेस]] की स्थापना ब्रिटिश सरकार की एक पूर्व निश्चित गुप्त योजना के अनुसार की गई।" यह किस पुस्तक में लिखा गया है? | |||
|type="()"} | |||
-नवजीवन | |||
+इण्डिया टुडे | |||
-द पॉवर्टी एण्ड अनब्रिटिश रूल इन इण्डिया | |||
-गोरा | |||
{'ब्रिटेन की हाउस ऑफ़ लार्डस' ने किस [[अंग्रेज़]] अधिकारी को' [[ब्रिटिश साम्राज्य]] का [[बाघ|शेर]] कहा था? | |||
|type="()"} | |||
-सर टॉमस स्मिथ को | |||
-मि. राइस जनरल को | |||
-मि. जस्टिस एस्किन को | |||
+[[जनरल डायर]] को | |||
{ऐसा कौन सा प्रथम सूफ़ी साधक था, जिसने अपने आपको अनलहक घोषित किया था? | |||
|type="()"} | |||
+मंसूर हल्लाज | |||
-जलालुद्दीन रूमी | |||
-फ़रीदुद्दीन अत्तार | |||
-इब्नुल अरबी | |||
{प्रान्तों की सेना को [[मुग़ल काल|मुग़लकालीन]] [[भारत]] में कहा जाता था? | |||
|type="()"} | |||
-हशमे कल्ब | |||
+हशमे अतराफ़ | |||
-हाजिब | |||
-हदीस | |||
{किस विदेशी ने अपने व्याख्यानों में [[मुग़ल]] सम्राटों का उल्लेख 'अभागे ज़ालिम' के लिए किया था? | |||
|type="()"} | |||
-सदरलैण्ड | |||
+लॉर्ड मैकाले | |||
-महारानी एलिजाबेथ | |||
-मि. चैपलैन | |||
{[[अगस्त्य|ऋषि अगस्त्य]] के शिष्य 'तोलक्कपियर' ने 'तोलकापियम' नामक ग्रन्थ की रचना की थी, उसमें वर्णीत विषय था? | |||
|type="()"} | |||
+[[तमिल भाषा|तमिल]] व्याकरण | |||
-[[संस्कृत भाषा|संस्कृत]] व्याकरण | |||
-श्रंगार कविताएँ | |||
-महापुरुषों का जीवन चरित्र | |||
||तमिल भाषा एक द्रविड़ भाषा है, जिसके विश्वभर में पाँच करोड़ से अधिक बोलने वालों में से लगभग 90% [[भारत]] में रहते हैं और [[तमिलनाडु]] राज्य में केन्द्रित 83 प्रतिशत हैं। यह [[भारत]] की पाँचवी सबसे बड़ी भाषा है, जो देश की लगभग सात प्रतिशत आबादी का प्रतिनिधित्व करती है। मूल रूप से क़रीब 34 लाख तमिल भाषा-भाषी लोग [[श्रीलंका]] में, तीन लाख [[सिंगापुर]] में और दो लाख [[मलेशिया]] में रहते हैं। औपनिवेशिक काल में प्रवास कर गए तमिलभाषी लोगों के वंशज मॉरीशस, फ़िजी और दक्षिण अमेरिका में बस गए हैं, इनकी तमिल दक्षता अलग-अलग है, साथ ही विद्यालयों में औपचारिक अध्ययन की सुविधा में भी भिन्नता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[तमिल भाषा]] | |||
{हरविलास शारदा द्वारा प्रस्तावित अधिनियम जिसे सामान्यतया शारदा अधिनियम कहा जाता है, क्या था? | |||
|type="()"} | |||
-विधवा पुनर्विवाह अधिनियम | |||
-हिन्दू महिला उत्तराधिकारी अधिनियम | |||
+बाल विवाह निरोधक अधिनियम [[1929]] | |||
-हिन्दू सिविल विवाह अधिनियम | |||
{[[चेन्नई|मद्रास]] में जस्टिस पार्टी आन्दोलन का विलय किसके साथ हुआ? | |||
|type="()"} | |||
-सेल्फ रेस्पेक्ट लीग | |||
-द्रविड़ कड़गम | |||
-दलित वर्ग लीग | |||
+उपर्युक्त (1) और (2) दोनों | |||
{निम्नलिखित में से किस ग्रन्थ में सर्वप्रथम पुनर्जन्म के सिद्धान्त का उल्लेख मिलता है? | |||
|type="()"} | |||
-[[ऋग्वेद]] | |||
-[[ऐतरेय ब्राह्मण]] | |||
-[[श्वेताश्वतरोपनिषद]] | |||
+[[बृहदारण्यकोपनिषद]] | |||
||यह उपनिषद शुक्ल [[यजुर्वेद]] की काण्व-शाखा के अन्तर्गत आता है। 'बृहत' (बड़ा) और '[[आरण्यक]]' (वन) दो शब्दों के मेल से इसका यह '[[बृहद आरण्यक|बृहदारण्यक]]' नाम पड़ा है। इसमें छह अध्याय हैं और प्रत्येक अध्याय में अनेक '[[ब्राह्मण]]' हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[बृहदारण्यकोपनिषद]] | |||
{तमिल राष्ट्र में दुर्गा का तादात्म्य तमिल देवी 'कोरवई' से किया गया है, वे किस तत्व की तमिल देवी थीं? | |||
|type="()"} | |||
-मातृत्व | |||
-प्रकृति और अर्वरकता | |||
-[[पृथ्वी]] | |||
+युद्ध और विजय | |||
{वह प्रथम भारतीय शासक था, जिसने रोमन मुद्रा प्रणाली के अनुरूप अपने सिक्कों का प्रसारण किया। उसका सम्बन्ध किस साम्राज्य से था? | |||
|type="()"} | |||
-[[शुंग]] | |||
-हिन्द-यूनानी | |||
-[[गुप्त वंश|गुप्त वंशीय]] | |||
+[[कुषाण]] | |||
||युइशि लोगों के पाँच राज्यों में अन्यतम का कुएई-शुआंगा था। 25 ई. पू. के लगभग इस राज्य का स्वामी [[कुषाण]] नाम का वीर पुरुष हुआ, जिसके शासन में इस राज्य की बहुत उन्नति हुई। उसने धीरे-धीरे अन्य युइशि राज्यों को जीतकर अपने अधीन कर लिया। वह केवल युइशि राज्यों को जीतकर ही संतुष्ट नहीं हुआ, अपितु उसने समीप के पार्थियन और [[शक]] राज्यों पर भी आक्रमण किए। अनेक ऐतिहासिकों का मत है, कि कुषाण किसी व्यक्ति विशेष का नाम नहीं था। यह नाम युइशि जाति की उस शाखा का था, जिसने अन्य चारों युइशि राज्यों को जीतकर अपने अधीन कर लिया था। जिस राजा ने पाँचों युइशि राज्यों को मिलाकर अपनी शक्ति का उत्कर्ष किया, उसका अपना नाम कुजुल कदफ़ियस था। पर्याप्त प्रमाण के अभाव में यह निश्चित कर सकना कठिन है कि जिस युइशि वीर ने अपनी जाति के विविध राज्यों को जीतकर एक सूत्र में संगठित किया, उसका वैयक्तिक नाम कुषाण था या कुजुल था। यह असंदिग्ध है, कि बाद के युइशि राजा भी कुषाण वंशी थे। राजा कुषाण के वंशज होने के कारण वे कुषाण कहलाए, या युइशि जाति की कुषाण शाखा में उत्पन्न होने के कारण—यह निश्चित न होने पर भी इसमें सन्देह नहीं कि ये राजा कुषाण कहाते थे और इन्हीं के द्वारा स्थापित साम्राज्य को कुषाण साम्राज्य कहा जाता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[कुषाण]] | |||
{[[हैदराबाद]] नगर की स्थापना की थी? | |||
|type="()"} | |||
- इब्राहीम कुत्बशाह ने | |||
+ मुहम्मद कुली कुत्बशाह ने | |||
- मुहम्मद कुत्बशा | |||
- जमशिद कुत्बशा | |||
{[[बहमनी वंश|बहमनी साम्राज्य]] के प्रान्तों को क्या कहा जाता था? | |||
|type="()"} | |||
+ तराफ़ या अतराफ़ | |||
- सूबा | |||
- सूबा-ए-लश्कर | |||
- महामण्डल | |||
{[[औरंगज़ेब]] के शासनकाल में [[जाट]] विद्रोह का नेता कौन था? | |||
|type="()"} | |||
+ तिलपत का जमींदार [[गोकुल सिंह]] | |||
- चम्पतराय | |||
- [[राजाराम]] | |||
- चूड़ामन |
Revision as of 09:42, 27 December 2010
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