हिन्दी सामान्य ज्ञान 8: Difference between revisions
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-बहुत शोर करना | -बहुत शोर करना | ||
+अत्यधिक प्रशंसा करना | +अत्यधिक प्रशंसा करना | ||
{वीरगाथा काल के सर्वश्रेष्ठ कवि माने जाते हैं- | {वीरगाथा काल के सर्वश्रेष्ठ कवि माने जाते हैं- | ||
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+[[भूषण]] | +[[भूषण]] | ||
-जगनिक | -जगनिक | ||
{बूँदी नरेश महाराज भावसिंह का आश्रित कवि निम्नलिखित में से कौन था? | |||
|type="()"} | |||
-[[बिहारी लाल|बिहारी]] | |||
-बोधा | |||
+मतिराम | |||
-ठाकुर | |||
{[[भूषण]] का निम्नलिखित में से कौन सा लक्षण ग्रंथ है? | |||
|type="()"} | |||
+शिवराज भूषण | |||
-भूषण हजारा | |||
-शिवा बावनी | |||
-छत्रसाल दशक | |||
{निम्नलिखित में से किस रचना की सर्वाधिक टीकाएँ लिखी गई हैं? | |||
|type="()"} | |||
-मतिराम सतसई | |||
+बिहारी सतसई | |||
-वृन्द सतसई | |||
-विक्रम सतसई | |||
{वीरगाथा काल के कवि नहीं हैं- | {वीरगाथा काल के कवि नहीं हैं- | ||
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-[[महादेवी वर्मा]] | -[[महादेवी वर्मा]] | ||
|| [[चित्र:Suryakant Tripathi Nirala.jpg|सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला'|100px|right]] [[हिन्दी]] के छायावादी कवियों में 'सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला' कई दृष्टियों से विशेष महत्त्वपूर्ण हैं। वे एक कवि, उपन्यासकार, निबन्धकार और कहानीकार थे। उन्होंने कई रेखाचित्र भी बनाये। उनका व्यक्तित्व अतिशय विद्रोही और क्रान्तिकारी तत्त्वों से निर्मित हुआ है। | || [[चित्र:Suryakant Tripathi Nirala.jpg|सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला'|100px|right]] [[हिन्दी]] के छायावादी कवियों में 'सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला' कई दृष्टियों से विशेष महत्त्वपूर्ण हैं। वे एक कवि, उपन्यासकार, निबन्धकार और कहानीकार थे। उन्होंने कई रेखाचित्र भी बनाये। उनका व्यक्तित्व अतिशय विद्रोही और क्रान्तिकारी तत्त्वों से निर्मित हुआ है। | ||
{'पल्लव' के रचयिता हैं- | {'पल्लव' के रचयिता हैं- | ||
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- [[तुलसीदास]] | - [[तुलसीदास]] | ||
- [[केशवदास]] | - [[केशवदास]] | ||
{'समांतर कहानी' के प्रवर्तक कौन थे? | |||
|type="()"} | |||
+कमलेश्वर | |||
-हिमांशु जोशी | |||
-मोहन राकेश | |||
-मन्मथनाथ गुप्त | |||
{'श्रद्धा' किस कृति की नायिका हैं- | {'श्रद्धा' किस कृति की नायिका हैं- | ||
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|| [[चित्र:Tulsidas.jpg|right|70px|गोस्वामी तुलसीदास]] गोस्वामी तुलसीदास [1497(1532?) - 1623] एक महान कवि थे। उनका जन्म राजापुर, (वर्तमान बाँदा ज़िला) [[उत्तर प्रदेश]] में हुआ था। तुलसी का बचपन बड़े कष्टों में बीता। माता-पिता दोनों चल बसे और इन्हें भीख मांगकर अपना पेट पालना पड़ा था। इसी बीच इनका परिचय राम-भक्त साधुओं से हुआ और इन्हें ज्ञानार्जन का अनुपम अवसर मिल गया। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[तुलसीदास]] | || [[चित्र:Tulsidas.jpg|right|70px|गोस्वामी तुलसीदास]] गोस्वामी तुलसीदास [1497(1532?) - 1623] एक महान कवि थे। उनका जन्म राजापुर, (वर्तमान बाँदा ज़िला) [[उत्तर प्रदेश]] में हुआ था। तुलसी का बचपन बड़े कष्टों में बीता। माता-पिता दोनों चल बसे और इन्हें भीख मांगकर अपना पेट पालना पड़ा था। इसी बीच इनका परिचय राम-भक्त साधुओं से हुआ और इन्हें ज्ञानार्जन का अनुपम अवसर मिल गया। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[तुलसीदास]] | ||
{ | {[[भक्तिकाल]] में एक ऐसा कवि हुआ, जिसने अपने भाव व्यक्त करने के लिए [[उर्दू भाषा|उर्दू]], [[फ़ारसी भाषा|फ़ारसी]], खड़ीबोली आदि के शब्दों का मुक्त उपयोग किया है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -[[तुलसीदास]] | ||
-[[ | -[[जायसी]] | ||
+ | -[[सूरदास]] | ||
- | +[[कबीर]] | ||
||महात्मा कबीरदास के जन्म के समय में [[भारत]] की राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक एवं धार्मिक दशा शोचनीय थी। एक तरफ मुसलमान शासकों की धर्मांन्धता से जनता परेशान थी और दूसरी तरफ [[हिन्दू धर्म]] के कर्मकांड, विधान और पाखंड से धर्म का ह्रास हो रहा था। जनता में भक्ति- भावनाओं का सर्वथा अभाव था। पंडितों के पाखंडपूर्ण वचन समाज में फैले थे। ऐसे संघर्ष के समय में, कबीरदास का प्रार्दुभाव हुआ।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[कबीरदास]] | |||
{[[हिन्दी]] के प्रथम गद्यकार हैं- | {[[हिन्दी]] के प्रथम गद्यकार हैं- |
Revision as of 06:17, 28 February 2011
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