सिक्किम की कृषि: Difference between revisions
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[[तिस्ता नदी]] को सिक्किम की जीवन रेखा कहा जाता है। [[सिक्किम]] मूलत: [[कृषि ]]प्रधान है। राज्य की 64 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या जीवनयापन के लिए कृषि पर ही निर्भर है। सिक्किम में कृषि योग्य भूमि लगभग 1,09,000 हेक्टेयर है। यह कुल भौगोलिक क्षेत्र का 15.36 प्रतिशत है। कृषक सामान्यत: मिलीजुली फ़सलें उगाते हैं। [[मक्का]], [[चावल]], [[गेहूँ]], [[आलू]], बड़ी इलायची, [[अदरक]] और [[संतरा]] यहाँ की प्रमुख फ़सलें हैं। देश में बड़ी इलायची का सबसे अधिक उत्पादन करने वाला राज्य सिक्किम है। इसके अधिकांश भू-भाग में [[इलायची]] का उत्पादन होता है। अदरक, [[आलू]], संतरा तथा गैर-मौसमी सब्जियाँ यहाँ की अन्य नकदी फ़सलें हैं। | |||
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Revision as of 12:13, 31 March 2012
thumb|सिक्किम की कृषि तिस्ता नदी को सिक्किम की जीवन रेखा कहा जाता है। सिक्किम मूलत: कृषि प्रधान है। राज्य की 64 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या जीवनयापन के लिए कृषि पर ही निर्भर है। सिक्किम में कृषि योग्य भूमि लगभग 1,09,000 हेक्टेयर है। यह कुल भौगोलिक क्षेत्र का 15.36 प्रतिशत है। कृषक सामान्यत: मिलीजुली फ़सलें उगाते हैं। मक्का, चावल, गेहूँ, आलू, बड़ी इलायची, अदरक और संतरा यहाँ की प्रमुख फ़सलें हैं। देश में बड़ी इलायची का सबसे अधिक उत्पादन करने वाला राज्य सिक्किम है। इसके अधिकांश भू-भाग में इलायची का उत्पादन होता है। अदरक, आलू, संतरा तथा गैर-मौसमी सब्जियाँ यहाँ की अन्य नकदी फ़सलें हैं।
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