अंतरिक्ष: Difference between revisions

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#अंतरिक्ष में यदि आप किसी के सामने खड़े रहकर भी तेज चिल्लाएंगे तो भी वह आपकी आवाज़ नहीं सुन पायेगा, क्योंकि वहां पर आपकी आवाज़ को एक स्थान से दुसरे स्थान तक पहुँचाने का कोई माध्यम नहीं हैं।
#अंतरिक्ष में यदि आप किसी के सामने खड़े रहकर भी तेज चिल्लाएंगे तो भी वह आपकी आवाज़ नहीं सुन पायेगा, क्योंकि वहां पर आपकी आवाज़ को एक स्थान से दुसरे स्थान तक पहुँचाने का कोई माध्यम नहीं हैं।
#अगर आप अंतरिक्ष में जाते हैं तो आप गला घुटने की बजाए शरीर के फटने से पहले मर जाएँगे, क्योंकि वहाँ पर हवा का दबाब नही है।
#अगर आप अंतरिक्ष में जाते हैं तो आप गला घुटने की बजाए शरीर के फटने से पहले मर जाएँगे, क्योंकि वहाँ पर हवा का दबाब नही है।
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Latest revision as of 10:10, 18 May 2018

thumb|250px|अंतरिक्ष अंतरिक्ष (अंग्रेज़ी: Outer space) किसी ब्रह्माण्डीय पिण्ड, जैसे पृथ्वी से दूर जो शून्य (void) होता है, को कहते हैं। यह पूर्णतः शून्य तो नहीं होता, लेकिन अत्यधिक निर्वात वाला क्षेत्र होता है, जिसमें कणों का घनत्व अतिअल्प होता है।

  • संस्कृत और वैदिक साहित्य में अंतरिक्ष शब्द का प्रयोग कई बार हुआ है, जहाँ से हिन्दी का शब्द और अर्थ लिया गया है।
  • हाँलांकि वैदिक साहित्य में अंतरिक्ष का अर्थ पृथ्वी और द्युलोक, यानि तारे और सूरज, प्रकाशमान, द्युत पदार्थों का लोक, के मध्य की चीज़ों को अंतरिक्ष कहते हैं।
  • अंतरिक्ष शब्द का प्रयोग वेदों में द्यावा और पृथवी के साथ देखने को मिलता है। इस परिभाषा के अनुसार अंतरिक्ष में धरती के वायुमंडल को भी शामिल कर सकते हैं। लेकिन हिन्दी अर्थ में प्रायः वायुमंडल को शामिल नहीं किया जाता।

अंतरिक्ष के बारे में

  1. एक अंतरिक्ष सूट को बनाने में 12 मिलियन डाॅलर खर्च होते हैं।
  2. आप अंतरिक्ष में कभी रो नहीं सकते, क्योंकि आंसू नीचे ही नहीं गिरेंगे।
  3. अंतरिक्ष में यदि धातु के दो टुकड़े एक दूसरे को स्पर्श कर लें तो वे स्थायी रूप से जुड़ जाते हैं।
  4. किसी अंतरिक्ष वाहन को वायुमंडल से बाहर निकालने के लिए कम से कम 7 मील प्रति सेकंड की गति की आवश्कता होती है।
  5. अंतरिक्ष यात्रियों की मानें तो अंतरिक्ष में वैल्डिंग के धुएँ और गर्म धातु जैसी बदबू आती है।
  6. अंतरिक्ष में कम गुरुत्वाकर्षण के कारण इंसान के रीढ़ की हड्डी पृथ्वी पर होने वाले खिंचाव से मुक्त हो जाती है। ऐसे में जब कोई अंतरिक्ष यात्री अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा करता है तो उसकी लंबाई 2.25 इंच तक बढ़ जाती है।[1]
  7. अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण के न होने से कमज़ोरी आती है और यह अंतरिक्ष में जाने वाले हर व्यक्ति के साथ होता है। इस कमज़ोरी से बाहर आने में एक यात्री को लगभग 2-3 दिन का समय लग सकता है।
  8. 1962 में अमेरिका ने अंतरिक्ष में हाइड्रोजन बम विस्फोट किया था। यह जापान के हिरोशिमा पर गिराए गए बम से 100 गुना शक्तिशाली था।
  9. अंतरिक्ष यान में नींद लेना काफ़ी चुनौती भरा होता है। अंतरिक्ष यात्री को सोने के लिए काफ़ी मेहनत करनी होती है। उन्हें आंखों पर पट्टी बांध कर एक बंक में सोना होता है ताकि वह तैरने और इधर-उधर टकाराने से बच सकें।
  10. गुरुत्वाकर्षण न होने के कारण अंतरिक्ष यात्री भोजन पर नमक या मिर्च नहीं छिड़क सकते। वे भोजन भी द्रव्य के रूप में लेते हैं, ऐसा इसलिए है क्योंकि सूखे भोजन हवा में तैरने लगेंगे और इधर-उधर टकराने के साथ ही अंतरिक्ष यात्री की आंख में भी घुस जाएगा।
  11. पृथ्वी से आसमान नीला दिखाई देता है, लेकिन अंतरिक्ष यात्रियों को यह काला दिखाई देता हैं।
  12. अंतरिक्ष में यदि आप किसी के सामने खड़े रहकर भी तेज चिल्लाएंगे तो भी वह आपकी आवाज़ नहीं सुन पायेगा, क्योंकि वहां पर आपकी आवाज़ को एक स्थान से दुसरे स्थान तक पहुँचाने का कोई माध्यम नहीं हैं।
  13. अगर आप अंतरिक्ष में जाते हैं तो आप गला घुटने की बजाए शरीर के फटने से पहले मर जाएँगे, क्योंकि वहाँ पर हवा का दबाब नही है।
  14. अंतरिक्ष से देखने पर सूर्य काला दिखाई देता है।[2]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. अंतरिक्ष के बारे में 20 रोचक तथ्य (हिन्दी) hindigyanbook.com। अभिगमन तिथि: 14 दिसम्बर, 2016।
  2. हिन्दी विश्वकोश, खण्ड 1 |प्रकाशक: नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |

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