करिया मुंडा: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
No edit summary
Line 30: Line 30:
|शीर्षक 2=
|शीर्षक 2=
|पाठ 2=
|पाठ 2=
|अन्य जानकारी=करिया मुंडा पहली बार 1977 में खूंटी संसदीय क्षेत्र से [[लोकसभा चुनाव]] जीते। जीत का ये सिलसिला [[1989]], [[1991]], [[1996]], [[1998]], [[1999]] और [[2009]] में भी जारी रहा।
|अन्य जानकारी=करिया मुंडा पहली बार [[1977]] में खूंटी संसदीय क्षेत्र से [[लोकसभा चुनाव]] जीते। जीत का ये सिलसिला [[1989]], [[1991]], [[1996]], [[1998]], [[1999]] और [[2009]] में भी जारी रहा।
|बाहरी कड़ियाँ=
|बाहरी कड़ियाँ=
|अद्यतन={{अद्यतन|13:01, 2 अप्रॅल 2020 (IST)}}
|अद्यतन={{अद्यतन|13:01, 2 अप्रॅल 2020 (IST)}}
}}'''करिया मुंडा''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Kariya Munda'', जन्म- [[20 अप्रॅल]], [[1936]]) [[भारत]] की सोलहवीं लोकसभा में सांसद रहे हैं। [[2014]] के चुनावों में उन्होंने [[झारखण्ड]] की खूँटी सीट से [[भारतीय जनता पार्टी]] की ओर से भाग लिया था। मोरारजी देसाई की सरकार के तहत इस्पात मंत्रालय में सेवा देने से लेकर [[अटल बिहारी वाजपेयी]] के प्रशासन में केंद्रीय मंत्री के रूप में शामिल किए जाने तक, करिया मुंडा का एक शानदार राजनीतिक कॅरियर है। उन्होंने आठ बार सांसद के रूप में कार्य किया और 15वीं लोकसभा में डिप्टी स्पीकर रहे। [[2019]] में उन्हें '[[पद्म भूषण]]' से सम्मानित किया गया था।<br />
}}'''करिया मुंडा''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Kariya Munda'', जन्म- [[20 अप्रॅल]], [[1936]]) [[भारत]] की [[सोलहवीं लोकसभा]] में [[सांसद]] रहे हैं। [[2014]] के चुनावों में उन्होंने [[झारखण्ड]] की खूँटी सीट से [[भारतीय जनता पार्टी]] की ओर से भाग लिया था। [[मोरारजी देसाई]] की सरकार के तहत इस्पात मंत्रालय में सेवा देने से लेकर [[अटल बिहारी वाजपेयी]] के प्रशासन में केंद्रीय मंत्री के रूप में शामिल किए जाने तक, करिया मुंडा का एक शानदार राजनीतिक कॅरियर है। उन्होंने आठ बार सांसद के रूप में कार्य किया और [[15वीं लोकसभा]] में डिप्टी स्पीकर रहे। [[2019]] में उन्हें '[[पद्म भूषण]]' से सम्मानित किया गया था।<br />
<br />
<br />
*करिया मुंडा का जन्म 20 अप्रॅल सन 1936 को राँची, झारखण्ड में हुआ था।
*करिया मुंडा का जन्म 20 अप्रॅल सन 1936 को राँची, झारखण्ड में हुआ था।
Line 42: Line 42:
*[[झारखंड]] के खूंटी जिले से तालुक्क रखने वाले करिया मुंडा ने रांची यूनिवर्सिटी से एम.ए. की पढ़ाई पूरी की।
*[[झारखंड]] के खूंटी जिले से तालुक्क रखने वाले करिया मुंडा ने रांची यूनिवर्सिटी से एम.ए. की पढ़ाई पूरी की।
*सियासत में आने के बाद वह पहली बार 1977 में खूंटी संसदीय क्षेत्र से [[लोकसभा चुनाव]] जीते। जीत का ये सिलसिला [[1989]], [[1991]], [[1996]], [[1998]], [[1999]] और [[2009]] में भी जारी रहा।
*सियासत में आने के बाद वह पहली बार 1977 में खूंटी संसदीय क्षेत्र से [[लोकसभा चुनाव]] जीते। जीत का ये सिलसिला [[1989]], [[1991]], [[1996]], [[1998]], [[1999]] और [[2009]] में भी जारी रहा।
*करिया मुंडा [[बिहार]] और झारखंड विधानसभा के सदस्य भी रहे हैं।
*करिया मुंडा [[बिहार]] और [[झारखंड]] [[विधानसभा]] के सदस्य भी रहे हैं।
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक3 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक3 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==

Revision as of 12:29, 2 April 2020

करिया मुंडा
पूरा नाम करिया मुंडा
जन्म 20 अप्रॅल, 1936
जन्म भूमि राँची, झारखण्ड
अभिभावक पिता- हडवा मुंडा, माता- चंबरी देवी
पति/पत्नी सुनंदा देवी
संतान 2 पुत्र व 4 पुत्रियां
नागरिकता भारतीय
प्रसिद्धि भारतीय जनता पार्टी
पद लोकसभा उपाध्यक्ष
कार्य काल 8 जून, 2009-12 अगस्त, 2014
पुरस्कार-उपाधि पद्म भूषण (2019)
अन्य जानकारी करिया मुंडा पहली बार 1977 में खूंटी संसदीय क्षेत्र से लोकसभा चुनाव जीते। जीत का ये सिलसिला 1989, 1991, 1996, 1998, 1999 और 2009 में भी जारी रहा।
अद्यतन‎

करिया मुंडा (अंग्रेज़ी: Kariya Munda, जन्म- 20 अप्रॅल, 1936) भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद रहे हैं। 2014 के चुनावों में उन्होंने झारखण्ड की खूँटी सीट से भारतीय जनता पार्टी की ओर से भाग लिया था। मोरारजी देसाई की सरकार के तहत इस्पात मंत्रालय में सेवा देने से लेकर अटल बिहारी वाजपेयी के प्रशासन में केंद्रीय मंत्री के रूप में शामिल किए जाने तक, करिया मुंडा का एक शानदार राजनीतिक कॅरियर है। उन्होंने आठ बार सांसद के रूप में कार्य किया और 15वीं लोकसभा में डिप्टी स्पीकर रहे। 2019 में उन्हें 'पद्म भूषण' से सम्मानित किया गया था।


  • करिया मुंडा का जन्म 20 अप्रॅल सन 1936 को राँची, झारखण्ड में हुआ था।
  • वह लोकसभा के डिप्टी स्पीकर रह चुके हैं।
  • भारत सरकार में करिया मुंडा मंत्री भी रहे।
  • पहली बार 1977 में मोरारजी देसाई की सरकार में करिया मुंडा मंत्री बने।
  • बाद में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भी वह मंत्री रहे।
  • झारखंड के खूंटी जिले से तालुक्क रखने वाले करिया मुंडा ने रांची यूनिवर्सिटी से एम.ए. की पढ़ाई पूरी की।
  • सियासत में आने के बाद वह पहली बार 1977 में खूंटी संसदीय क्षेत्र से लोकसभा चुनाव जीते। जीत का ये सिलसिला 1989, 1991, 1996, 1998, 1999 और 2009 में भी जारी रहा।
  • करिया मुंडा बिहार और झारखंड विधानसभा के सदस्य भी रहे हैं।
पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

पंद्रहवीं लोकसभा सांसद