कचार (शब्द सन्दर्भ): Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
(''''कचार''' - संज्ञा पुल्लिंग (हिन्दी कछार)<ref>{{पुस्त...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
No edit summary
Line 1: Line 1:
{{बहुविकल्प|बहुविकल्पी शब्द=कचार|लेख का नाम=कचार (बहुविकल्पी)}}
'''कचार''' - [[संज्ञा]] [[पुल्लिंग]] ([[हिन्दी]] कछार)<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक= श्यामसुंदरदास बी. ए.|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=नागरी मुद्रण, वाराणसी |संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=738|url=|ISBN=}}</ref>
'''कचार''' - [[संज्ञा]] [[पुल्लिंग]] ([[हिन्दी]] कछार)<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक= श्यामसुंदरदास बी. ए.|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=नागरी मुद्रण, वाराणसी |संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=738|url=|ISBN=}}</ref>



Revision as of 10:00, 2 November 2021

चित्र:Disamb2.jpg कचार एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- कचार (बहुविकल्पी)

कचार - संज्ञा पुल्लिंग (हिन्दी कछार)[1]

नदी के किनारे उस स्थान का जल, जहाँ कीचड़ या दलदल के कारण बबूले उठते हैं और जहाँ नाव नहीं चढ़ सकती।

कचार - (ग्राम्य प्रयोग) संज्ञा स्त्रीलिंग (कचरा या कचड़ा) खाद।

क्रिया प्रयोग- काढ़ना। डालना। फेंकना। हटाना।

कचार - संज्ञा स्त्रीलिंग (हिन्दी कचारना)

कचारने का काम या भाव।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 738 |

संबंधित लेख