कँणयर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 05:54, 26 October 2021 by रविन्द्र प्रसाद (talk | contribs) (''''कँणयर''' - (काव्य प्रयोग, पुरानी हिन्दी) संज्ञा प...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
कँणयर - (काव्य प्रयोग, पुरानी हिन्दी) संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत कर्णिकार, हिन्दी कनेर)[1]
कनेर।
उदाहरण-
धण कँणयर री कब ज्यउँ, सूकी तोइ सुरत्त। - ढोला मारू र दूहा[2]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
|
वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज
Retrieved from "https://en.bharatdiscovery.org/w/index.php?title=कँणयर&oldid=669472"