कंगन

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 06:31, 19 August 2021 by रविन्द्र प्रसाद (talk | contribs) (''''कंगन''' - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत कङ्कण)<ref>{{पुस...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
Jump to navigation Jump to search

कंगन - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत कङ्कण)[1]

कंकण

मुहावरा

'कंगन बोहना'

1. दो आदमियों का एक-दूसरे के पंजे को गठना।

2. पंजा मिलाना। पंजा फँसाना।


'हाथ कंगन को आरसी क्या'

प्रत्यक्ष बात के लिये किसी दूसरे प्रमाण की क्या आवश्यकता है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्द सागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी.ए. (मूल सम्पादक) |प्रकाशक: शंभुनाथ वाजपेयी द्वारा, नागरी मुद्रण वाराणसी |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 718 |

संबंधित लेख


वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः