कंतरि
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 10:42, 20 October 2021 by रविन्द्र प्रसाद (talk | contribs) (''''कंतरि''' - (काव्य प्रयोग, पुरानी हिन्दी) संज्ञा प...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
कंतरि - (काव्य प्रयोग, पुरानी हिन्दी) संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत कान्तार)[1]
वन। जंगल।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 724 |
संबंधित लेख
|
वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज
Retrieved from "https://en.bharatdiscovery.org/w/index.php?title=कंतरि&oldid=669244"