गढ़ा: Difference between revisions
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*यहाँ से प्राप्त सिक्कों से सूचित होता है कि उस काल में यहाँ एक टकसाल भी थी। | *यहाँ से प्राप्त सिक्कों से सूचित होता है कि उस काल में यहाँ एक [[टकसाल]] भी थी। | ||
*'मदनमहल' के निकट शारदा देवी का मंदिर है। | *'मदनमहल' के निकट शारदा देवी का मंदिर है। | ||
*गढ़ा में एक प्राचीन तांत्रिक मंदिर भी है, जिसका निर्माण किवदंती के अनुसार केवल [[पुष्य नक्षत्र]] में ही किया जा सकता था। | *गढ़ा में एक प्राचीन तांत्रिक मंदिर भी है, जिसका निर्माण किवदंती के अनुसार केवल [[पुष्य नक्षत्र]] में ही किया जा सकता था। |
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गढ़ा जबलपुर ज़िला, मध्य प्रदेश में स्थित एक ऐतिहासिक नगर का नाम है। यह नगर जबलपुर से 4 मील (लगभग 6.4 कि.मी.) की दूरी पर पश्चिम की ओर स्थित है। गढ़ा नगर को गौंड़ राजाओं द्वारा बसाया गया था।[1]
- गौंड़ नरेश संग्राम सिंह (16वीं शती) 'मदनमहल' नामक स्थान पर रहते थे, जो गढ़ा से एक मील पर है।
- यहाँ से प्राप्त सिक्कों से सूचित होता है कि उस काल में यहाँ एक टकसाल भी थी।
- 'मदनमहल' के निकट शारदा देवी का मंदिर है।
- गढ़ा में एक प्राचीन तांत्रिक मंदिर भी है, जिसका निर्माण किवदंती के अनुसार केवल पुष्य नक्षत्र में ही किया जा सकता था।
- आज भी गढ़ा में तांत्रिक मत का पर्याप्त प्रभाव है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 277 |