रजनीकांत: Difference between revisions
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
कात्या सिंह (talk | contribs) (''''शिवाजी राव गायकवाड़ उर्फ रजनीकांत''' की लोकप्रियता ...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
आदित्य चौधरी (talk | contribs) m (Text replacement - "अंदाज " to "अंदाज़") |
||
(27 intermediate revisions by 5 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
'''शिवाजी राव गायकवाड़ उर्फ रजनीकांत''' की लोकप्रियता को शब्दों में नहीं आंका जा सकता। तमिल सुपर स्टार रजनीकांत की जिन्हें लोग भगवान की तरह पूजते हैं।<ref>{{cite web |url=http://hindi.oneindia.in/movies/bollywood/news/2012/12/rajinikanth-asks-fans-kick-smoking-habit-224832.html |title=अब तो भगवान ने भी कह दिया कि छोड़ दो सिगरेट...|accessmonthday=10 फरवरी|accessyear=2013|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |language=हिंदी}} </ref> | {{सूचना बक्सा कलाकार | ||
|चित्र=Rajnikanth.jpg | |||
|चित्र का नाम=रजनीकांत | |||
|पूरा नाम=शिवाजी राव गायकवाड़ | |||
|प्रसिद्ध नाम=रजनीकांत | |||
|अन्य नाम= | |||
|जन्म=[[12 दिसंबर]], [[1950]] | |||
|जन्म भूमि=[[बैंगलोर]], [[कर्नाटक]] | |||
|मृत्यु= | |||
|मृत्यु स्थान= | |||
|अभिभावक=जीजाबाई (माता) | |||
|पति/पत्नी=लाथा रंगराजन | |||
|संतान=दो पुत्रियाँ- ऐश्वर्या और सौन्दर्या | |||
|कर्म भूमि=[[भारत]] | |||
|कर्म-क्षेत्र=अभिनय | |||
|मुख्य रचनाएँ= | |||
|मुख्य फ़िल्में=शिवाजी द बॉस, रा.वन, चंद्रमुखी, मुथु, चालबाज, अंधा क़ानून, हम, अन्नामलाई, बाशा, मुथू आदि। | |||
|विषय= | |||
|शिक्षा= | |||
|विद्यालय= | |||
|पुरस्कार-उपाधि='फ़िल्मफेयर अवॉर्ड' ([[1984]]), '[[पद्मभूषण]]' ([[2000]]), | |||
|प्रसिद्धि=दक्षिण भारतीय अभिनेता | |||
|विशेष योगदान= | |||
|नागरिकता=भारतीय | |||
|संबंधित लेख= | |||
|शीर्षक 1= | |||
|पाठ 1= | |||
|शीर्षक 2= | |||
|पाठ 2= | |||
|अन्य जानकारी=रजनीकांत ने फ़िल्मी दुनिया में [[1975]] में प्रवेश किया, तब वे मात्र 25 वर्ष के थे और उनकी पहली फ़िल्म 'रागंगल' थी। | |||
|बाहरी कड़ियाँ= | |||
|अद्यतन= | |||
}} | |||
'''शिवाजी राव गायकवाड़ उर्फ रजनीकांत''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Shivaji Rao Gaekwad'', जन्म- [[12 दिसम्बर]], [[1950]], [[बैंगलोर]], [[कर्नाटक]]) की लोकप्रियता को शब्दों में नहीं आंका जा सकता। [[तमिल भाषा|तमिल]] सुपर स्टार रजनीकांत की जिन्हें लोग भगवान की तरह पूजते हैं।<ref>{{cite web |url=http://hindi.oneindia.in/movies/bollywood/news/2012/12/rajinikanth-asks-fans-kick-smoking-habit-224832.html |title=अब तो भगवान ने भी कह दिया कि छोड़ दो सिगरेट...|accessmonthday=10 फरवरी|accessyear=2013|last= |first= |authorlink= |format= |publisher=वन इंडिया हिंदी |language=हिंदी}} </ref>अपने बेमिसाल और अनोखे अंदाज़की वजह से वह तमिल क्षेत्र का यह सुपरस्टार पूरे [[भारतवर्ष]] में प्रसिद्ध हो गया। इसके बाद उन्होंने एक-एक करके तमिल और [[हिन्दी सिनेमा]] मे ऐसी यादगार फ़िल्में दीं जिसने दर्शकों के मस्तिष्क पर गहरी छाप छोड़ी। | |||
==परिचय== | ==परिचय== | ||
[[ | रजनीकांत का असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ (Shivaji Rao Gaekwad) है। उनका जन्म 12 दिसंबर, 1950 को कर्नाटक के बैंगलोर में एक [[मराठा]] परिवार में हुआ था। छोटी सी उम्र में ही उनकी माँ का देहांत हो गया, जिससे उनको बहुत तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा। शुरुआत में उन्होंने अपनी पढ़ाई आचार्य पाठशाला से शुरू की। बाद में उन्होंने उच्च शिक्षा बैंगलोर के रामकृष्ण मिशन से पूरा किया। 1981 में लाथा रंगराजन उनकी जीवनसंगिनी बनीं। उनकी दो बेटियां ऐश्वर्या और सौन्दर्या हैं।<ref>{{cite web |url=http://days.jagranjunction.com/2011/05/26/biography-of-rajinikanth/ |title=एक नजर रजनीकांत के जीवन पर (Biography of Rajinikanth) |accessmonthday=10 फरवरी|accessyear=2013 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=जागरण जंक्शन |language=हिंदी }}</ref> | ||
== | ==परिवार== | ||
संघर्ष के दिनों में रजनीकांत ने बेंगलुरू में मैसूर मशीनरी में भी कुछ दिन काम किया और चावल के बोरे ट्रकों में लादने का भी काम किया जिसके लिए उन्हें 10 पैसे प्रति बोरा मिलता था। उसके बाद उन्होंने एक परीक्षा दी और बेंगलूर परिवहन सेवा से बस कंडक्टर का लाइसेंस हासिल किया। रजनीकांत 19 मार्च, 1970 को बस चालक राजा बहादुर के साथ नौकरी पर लग गए। | रजनीकांत के दो छोटे भाई और एक बहन है। जब वह पांच साल के थे, उनकी माँ जीजाबाई का देहांत हो गया। उसके बाद उनके ऊपर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। माँ की मौत के बाद अपनी बदली जीवनशैली में उन्हें अपने समुदाय में कुली का काम करना पड़ा। कुलीगिरी करते हुए शुरुआती शिक्षा उन्होंने आचार्य पाठशाला में पाई और उच्च शिक्षा रामकिशन मिशन में हासिल की। 1966 से 1973 के बीच उन्होंने चेन्नै से लेकर बेंगलुरु तक कई नौकरियां कीं। इसके बाद उन्हें बेंगलुरु ट्रांसपोर्ट सर्विस में बस कंडक्टर की नौकरी मिल गई। फिर शुरू हुई थियेटर की ज़िंदगी। उन्हें थियेटर में पहला मौका मशहूर नाट्य लेखक और निदेशक टोपी मुनिअप्पा ने दिया। महाभारत की कथा पर आधारित एक नाटक में उन्होंने उन्हें दुर्योधन का रोल दिया। उनका अभिनय सराहा गया। इस दौरान उनके सहकर्मी राज बहादुर ने उन्हें मद्रास फ़िल्म इंस्टिट्यूट जॉइन करने की सलाह दी। पढ़ाई का सारा खर्चा उन्होंने उठाया। नाटकों में अभिनय के दौरान मशहूर फ़िल्म निदेशक के. बालचंदर की नजर उन पर गई। बालचंदर ने उन्हें तमिल सीखने और बोलने की सलाह दी। रजनीकांत ने उनकी सलाह मान ली और बाद में तमिल उनके करियर में सहायक हुई। फ़िल्म इंस्टिट्यूट की ट्रेनिंग के बाद उनकी फ़िल्मी गाड़ी चल निकली।<ref name="नवभारत टाइम्स">{{cite web |url=http://navbharattimes.indiatimes.com/thoughts-platform/sunday-nbt/-/articleshow/8904416.cms|title=स्टाइल के देवता हैं रजनीकांत |accessmonthday=10 फरवरी|accessyear=2013 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=नवभारत टाइम्स |language=हिंदी }}</ref> | ||
==कैरियर== | |||
संघर्ष के दिनों में रजनीकांत ने बेंगलुरू में मैसूर मशीनरी में भी कुछ दिन काम किया और चावल के बोरे ट्रकों में लादने का भी काम किया जिसके लिए उन्हें 10 पैसे प्रति बोरा मिलता था। उसके बाद उन्होंने एक परीक्षा दी और बेंगलूर परिवहन सेवा से बस कंडक्टर का लाइसेंस हासिल किया। रजनीकांत 19 मार्च, 1970 को बस चालक राजा बहादुर के साथ नौकरी पर लग गए। रजनीकांत ने फ़िल्मों की दुनिया में 1975 में प्रवेश किया तब वह महज 25 वर्ष के थे और उनकी पहली फ़िल्म ‘रागंगल’ थी। उनके अभिनय की वजह से इस फ़िल्म ने काफ़ी नाम कमाया और धीरे-धीरे इस कंडक्टर ने अपने सिगरेट पीने और चश्में पहनने की स्टाइल की वजह से तमिल फ़िल्मों में तूफान खड़ा कर दिया। तब से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा उस समय रजनीकांत को गिने-चुने खलनायकों के रुप जाना जाता था। | |||
==पहली फ़िल्म== | ==पहली फ़िल्म== | ||
रजनीकांत ने बतौर एक्टर अपने | रजनीकांत ने बतौर एक्टर अपने कैरियर की शुरुआत की तमिल फ़िल्म अपूर्व रागंगा से। जिसमें कमल हासन ने भी एक्टिंग की थी। इस फ़िल्म का निर्देशन किया था के बालचंदर ने। इस फ़िल्म में रजनी को बहुत ही छोटा सा किरदार निभाने को दिया गया था। इस फ़िल्म को बेस्ट तमिल फ़िल्म के लिए नॉमिनेट किया गया था और फ़िल्म ने उस अवॉर्ड को जीता भी। रजनीकांत निर्देशक बालचंदर को हमेशा अपना मेंटर मानते रहे। बॉलीवुड में रजनीकांत ने अंधा कानून फ़िल्म से एंट्री की थी। इस फ़िल्म में अमिताभ बच्चन मेन लीड हीरो थे और उनके साथ थीं हेमा मालिनी। ये फ़िल्म उस साल की सबसे बड़ी हिट थी और इसने बॉक्स ऑफिस पर काफ़ी कमाई की थी। उसके बाद रजनी ने हम, फ़िल्म की जो की काफ़ी हिट रही। मार्च 2011 में रजनीकांत को हेल्थ से जुड़ी कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। रजनी की तबियत कुछ समय तक काफ़ी खराब रही और उस वक्त टीवी चैनल्स के द्वारा रिसर्च में पता चला कि रजनीकांत डेड गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च किया जाने वाला टर्म और ट्विटर का सबसे टॉप का ट्रेंड था। तबियत खराब होने के बावजूद रजनीकांत 2011 में ही रिलीज हुई शाहरुख खान की फ़िल्म रा.वन में नज़र आए 2010 में रजनीकांत और ऐश्वर्या राय की फ़िल्म रोबोट रिलीज हुई थी जो की रजनी की तमिल फिक्शन फ़िल्म एंथिरन का हिन्दी वर्जन थी।<ref name=" वन इंडिया हिंदी">{{cite web |url=http://hindi.oneindia.in/movies/bollywood/news/2012/12/rajinikant-celebrating-his-62-birthday-50-movies-224747.html|title=Pics: 62 साल के रजनी की हिट 50 फ़िल्में|accessmonthday=10 फरवरी|accessyear=2013|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= वन इंडिया हिंदी|language=हिंदी}} </ref> | ||
==रजनीकांत की जीवनी == | ==रजनीकांत की जीवनी == | ||
फ़िल्म समीक्षक नमन रामचंद्रन ने रजनीकांत की जीवनी को किताब की शक्ल दी है जिसमें 1975 में उनकी पहली फ़िल्म ‘अपूर्व रगंगल’ से लेकर हिंदी फ़िल्मों ‘अंधा कानून’ और ‘हम’ तक के उनके सफर और ‘बिल्ला’, ‘थलपति’ और ‘अन्नामलाई’ जैसी उनके अंदाज़वाली फ़िल्मों से ‘बाशा’, ‘मुथू’, ‘शिवाजी’ और ‘एंथिरन’ तक की यात्रा का वृतांत लिखा है। ‘रजनीकांत : द डेफिनिटिव बायोग्राफी’ में रजनी के बचपन के दिनों से लेकर उनके जीवन के संघर्ष के दिनों को भी बयां किया गया है जब शिवाजी राव गायकवाड़ नाम का यह शख्स बस कंडक्टर के कैरियर के बाद फ़िल्मों का सुपरस्टार बना और लोगों के बीच रजनीकांत नाम से मशहूर हो गया। पेंगुइन द्वारा प्रकाशित इस किताब के अनुसार बस यात्रियों को टिकट देने में रजनीकांत से तेज कोई नहीं था। वह अपने अंदाज़में मुसाफिरों को टिकट देते थे और खुले पैसे देते थे। उनके मशहूर अंदाज़के चलते ही लोग उनकी बस का इंतज़ार करते थे और सामने से अनेक बसें ख़ाली जाने देते थे। रजनी का यही अंदाज़बाद में फ़िल्मों में भी उनकी लोकप्रियता का कारक बना जहां उनके संवाद भी मशहूर हुए। | |||
रजनी ने अपने बस कंडक्टर के दिनों को याद करते हुए बयां किया है, ‘मैं साधारण इंसान हूं। बस कंडक्टर से पहले मैं दफ्तर में काम करता था, कुली था और बढ़ई का काम कर चुका था।’ बीटीएस पर रजनीकांत की मुलाकात राजा बहादुर से हुई जिसे वह आज अपना सबसे अच्छा दोस्त बताते हैं। किताब के पन्ने पलटते हुए पता चलेगा कि बस सेवा समाप्त होने के बाद रजनी और राजा अपने अपने घर जाकर थोड़ी देर आराम करते थे। इसके बाद रजनीकांत हर शाम हनुमंत नगर में राजा के घर पहुंचते और दोनों नाटकों के अभ्यास के लिए निकल जाते जिनका आयोजन वे समय-समय पर बीटीएस संघ के बैनर तले करते थे। दिवंगत रंगकर्मी और अभिनेता शिवाजी गणेशन को याद करते हुए रजनीकांत कहते हैं, ‘मैंने उन्हें देखा, उनकी नकल उतारी। उनकी वजह से मैं सिनेमा | रजनी ने अपने बस कंडक्टर के दिनों को याद करते हुए बयां किया है, ‘मैं साधारण इंसान हूं। बस कंडक्टर से पहले मैं दफ्तर में काम करता था, कुली था और बढ़ई का काम कर चुका था।’ बीटीएस पर रजनीकांत की मुलाकात राजा बहादुर से हुई जिसे वह आज अपना सबसे अच्छा दोस्त बताते हैं। किताब के पन्ने पलटते हुए पता चलेगा कि बस सेवा समाप्त होने के बाद रजनी और राजा अपने अपने घर जाकर थोड़ी देर आराम करते थे। इसके बाद रजनीकांत हर शाम हनुमंत नगर में राजा के घर पहुंचते और दोनों नाटकों के अभ्यास के लिए निकल जाते जिनका आयोजन वे समय-समय पर बीटीएस संघ के बैनर तले करते थे। दिवंगत रंगकर्मी और अभिनेता शिवाजी गणेशन को याद करते हुए रजनीकांत कहते हैं, ‘मैंने उन्हें देखा, उनकी नकल उतारी। उनकी वजह से मैं सिनेमा जगत् में आया।’ रजनीकांत के जीवन की ऐसी अनेक रोचक कहानियां इस किताब में पढ़ने को मिल जाएंगी।<ref>{{cite web |url=http://khabar.ndtv.com/news/show/rajinikant-s-journey-through-book-31124|title=मुसाफिर इंतज़ार करते थे ‘बस कंडक्टर’ रजनीकांत का...|accessmonthday=10 फरवरी|accessyear=2013|last= |first= |authorlink= |format= |publisher=एनडीटीवी ख़बर |language=हिंदी}} </ref> | ||
==व्यक्तित्व== | ==व्यक्तित्व== | ||
बस कंडक्टर से शुरू होकर दुनिया के अत्यंत पसंदीदा और पूजनीय अभिनेता बनने का सफर तय करने वाले शिवाजी राव गायकवाड़ उर्फ रजनीकांत की कहानी किसी ब्लॉकबस्टर मूवी के लिए बेहतरीन कहानी साबित हो सकती है। | बस कंडक्टर से शुरू होकर दुनिया के अत्यंत पसंदीदा और पूजनीय अभिनेता बनने का सफर तय करने वाले शिवाजी राव गायकवाड़ उर्फ रजनीकांत की कहानी किसी ब्लॉकबस्टर मूवी के लिए बेहतरीन कहानी साबित हो सकती है। | ||
*हिंदी ब्लॉकबस्टर 'गोलमाल' के तमिल संस्करण 'थिल्लु मुल्लु' में रजनीकांत की बहन की भूमिका निभाने वाली विजी चंद्रशेखर का मानना है कि हर किसी से एक समान व्यवहार करने की क्षमता ने रजनीकांत को यह कद दिया है। विजी ने कहा कि रजनीकांत सेट पर सभी के साथ अत्यंत सम्मान के साथ पेश आते हैं और सभी को बराबर महत्व देते हैं। भले ही वह लाइट ब्यॉय हो या सहायक कलाकार, रजनीकांत किसी से भेदभाव नहीं करते। विजी ने कहा कि सुपरस्टार हमेशा सफल रहने वाले को नहीं, बल्कि जो सफलता और विफलता का समान रूप से सामना करे और सामान्य बना रहे उसे माना जाता है। | *हिंदी सिनेमा के महानायक अमिताभ बच्चन भी उनकी सादगी के प्रशंसक हैं। | ||
*तमिल | *अभिनेता शाहरुख़ खान कहते हैं, "भारतीय सिनेमा में उनके जैसा कलाकार आज तक कोई नहीं हुआ है। इस उम्र में भी उनका उत्साह और उनकी मेहनत देखते ही बनती है। रजनीकांत इतने बड़े स्टार हैं लेकिन उनमें घमंड बिलकुल नहीं है। हम सब को उनसे ये सीखना चाहिए। मुझे गर्व है कि मैं रजनीकांत के दौर में पैदा हुआ हूं।"<ref>{{cite web |url=http://www.bbc.co.uk/hindi/entertainment/2011/12/111212_rajnikant_dk.shtml|title=ऐसा क्या है जो रजनीकांत नहीं कर सकते|accessmonthday=10 फरवरी|accessyear=2013|last= |first= |authorlink= |format= |publisher=बीबीसी हिंदी |language=हिंदी}} </ref> | ||
*हिंदी ब्लॉकबस्टर 'गोलमाल' के तमिल संस्करण 'थिल्लु मुल्लु' में रजनीकांत की बहन की भूमिका निभाने वाली विजी चंद्रशेखर का मानना है कि हर किसी से एक समान व्यवहार करने की क्षमता ने रजनीकांत को यह कद दिया है। विजी ने कहा कि रजनीकांत सेट पर सभी के साथ अत्यंत सम्मान के साथ पेश आते हैं और सभी को बराबर महत्व देते हैं। भले ही वह लाइट ब्यॉय हो या सहायक कलाकार, रजनीकांत किसी से भेदभाव नहीं करते। विजी ने कहा कि सुपरस्टार हमेशा सफल रहने वाले को नहीं, बल्कि जो सफलता और विफलता का समान रूप से सामना करे और सामान्य बना रहे उसे माना जाता है। फ़िल्म के सेट पर काम के दौरान उनकी सादगी महसूस की। अभिनेत्री ने कहा कि सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह है कि रजनीकांत सफलता और विफलता को समान रूप से लेना भलिभांति जानते हैं। | |||
*तमिल फ़िल्म निर्माता लक्ष्मी रामकृष्णन महसूस करते हैं कि रजनीकांत सुपरस्टार इसलिए हैं, क्योंकि वह यह नहीं मानते कि वह अद्वितीय हैं। रामकृष्णन ने कहा कि रजनीकांत सुपरस्टार कहलाना पसंद नहीं करते, लेकिन वह हैं क्योंकि लोगों ने उन्हें यह बनाया है। सुपरस्टार पैदा नहीं होते, बनते हैं। लेकिन, यदि कोई सुपरस्टार बनने के लिए बुरी तरह हाथ-पांव मारता है तो निश्चित रूप से वह विफल होगा।<ref>{{cite web |url=http://khabar.ndtv.com/news/show/superstar-rajinikanth-turns-62-29572|title=सभी को सम्मान देने से सुपरस्टार बने रजनीकांत|accessmonthday=10 फरवरी|accessyear=2013|last= |first= |authorlink= |format= |publisher=एनडीटीवी ख़बर |language=हिंदी}} </ref> | |||
==सी बी एस ई पाठ्यक्रम में== | ==सी बी एस ई पाठ्यक्रम में== | ||
तमिल | तमिल फ़िल्मों के सुपर स्टार और भगवान माने जाने वाले अभिनेता रजनीकांत अबसी बी एस ई (CBSE) के कक्षा 6 की किताबों में पढ़े जायेंगे। जिसमें उनकी बस कंडक्टर से लेकर एक महानतम अभिनेता बनने तक का सफर है। जो बच्चों को यह सिखायेगा कि अपनी मेहनत और योग्यता के बल पर आदमी फर्श से अर्श पर पहुंच सकता है बस आदमी को कड़ी मेहनत और दृढंसंकल्पी होना चाहिए। CBSE के कक्षा 6 के बच्चों में रजनीकांत का चैप्टर पढ़ाया जायेगा जिसे लिखा है रजनीकांत के उस फैन और मित्र ने जिनका नाम है राव बहादुर। जो उस बस के ड्राईवर हुआ करते थे जिस बस के कंडक्टर रजनीकांत थे। चैप्टर का नाम है 'From Bus Conductor to Superstar'। इस पाठ को पढ़ाने का यही उद्देश्य है कि बिना किसी गॉडफादर की मदद से कोई भी व्यक्ति आम से ख़ास हो सकता है। बोर्ड को लगता है कि रजनीकांत की कहानी आने वाली पीढ़ी के लिए एक आदर्श बनेंगी। इस पाठ में केवल रजनीकांत के संघर्ष की ही कहानी नहीं है बल्कि उनकी दयालुता, उनके प्रेम और सदाचार का भी वर्णन किया गया है। उनकी देश के प्रति समर्पण और इतनी ऊंची जगह पहुंचकर भी एकदम से सरल होना भी पाठ में बताया गया है।<ref>{{cite web |url=http://hindi.oneindia.in/movies/bollywood/news/2012/12/pictures-rajinikanth-is-a-chapter-cbsc-students-224805.html|title=CBSE के कोर्स में 'रजनीकांत'|accessmonthday=10 फरवरी|accessyear=2013|last= |first= |authorlink= |format= |publisher=वन इंडिया हिन्दी |language=हिंदी}} </ref> | ||
==स्वास्थ्य== | ==स्वास्थ्य== | ||
रजनीकांत को 29 अप्रैल को सांस की परेशानी के कारण इसाबेल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उसी दिन छुट्टी भी दे दी गई। इसके बाद उन्हें चार मई को इसी अस्पताल में दोबारा भर्ती कराया गया। 13 मई को उन्हें सांस और दूसरी परेशानियों के कारण श्री रामचंद्र मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया गया। <ref>{{cite web |url=http://khabar.ndtv.com/news/show/rajni-6461|title=रजनीकांत इलाज कराने जाएंगे सिंगापुर|accessmonthday=10 फरवरी|accessyear=2013|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |language=हिंदी}} </ref> | रजनीकांत को 29 अप्रैल को सांस की परेशानी के कारण इसाबेल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उसी दिन छुट्टी भी दे दी गई। इसके बाद उन्हें चार मई को इसी अस्पताल में दोबारा भर्ती कराया गया। 13 मई को उन्हें सांस और दूसरी परेशानियों के कारण श्री रामचंद्र मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया गया। <ref>{{cite web |url=http://khabar.ndtv.com/news/show/rajni-6461|title=रजनीकांत इलाज कराने जाएंगे सिंगापुर|accessmonthday=10 फरवरी|accessyear=2013|last= |first= |authorlink= |format= |publisher=एनडीटीवी ख़बर |language=हिंदी}} </ref> | ||
==रजनी की हिट 50 | ==रजनी की हिट 50 फ़िल्में== | ||
{| class="wikitable" border="1" width ="100%" | {| class="wikitable" border="1" width ="100%" | ||
|+ रजनीकांत की प्रमुख फ़िल्में<ref name=" वन इंडिया हिंदी"/> | |||
|- | |- | ||
! क्रम | ! क्रम | ||
Line 28: | Line 67: | ||
|1- | |1- | ||
| 2007 | | 2007 | ||
| शिवाजी | |शिवाजी द बॉस | ||
| | |फ़िल्म शिवाजी एक पॉलिटिकल थ्रिलर फ़िल्म थी। जिसका निर्देशन एस शंकर ने किया था और निर्माण किया था ए.वी.एम. प्रोडक्शन्स ने। रजनीकांत और श्रिया सरन ने मु्ख्य भूमिका निभाई थी। ‘शिवाजी द बॉस’ ने 128 करोड़ रुपये कमाए। इसमें काम करने के लिए रजनी ने साल 2007 में 26 करोड़ रुपये लिए थे, जो एक रिकॉर्ड है। | ||
|- | |- | ||
|2- | |2- | ||
|2010 | |2010 | ||
|एंधिरन | |एंधिरन | ||
|एंधिरन | |एंधिरन फ़िल्म 2010 में रिलीज हुई एक हिट तमिल फिक्शन फ़िल्म थी। हिन्दी में इसे रोबोट के नाम से बनाया गया था। इसमें रजनीकांत ने डबल रोल निभाया था। इसमें ऐश्वर्या राय ने भी मुख्य भूमिका निभाई थी। उनकी तमिल फ़िल्म ‘एंधिरन’ और हिंदी ‘रोबोट’ (Robot) ने पैसे कमाने के मामले में सारे रिकॉर्ड तोडे | ||
|- | |- | ||
|3- | |3- | ||
| | | | ||
|कोच्चीदाइयां | |कोच्चीदाइयां | ||
|कोच्चीदाइयां | |कोच्चीदाइयां फ़िल्म रजनीकांत की एक आने वाली पीरियड तमिल फ़िल्म है जिसका निर्देशन सौंदर्य आर अश्विन ने किया है और इसे लिखा है के एस रविकुमार ने। फ़िल्म में संगीत दिया है ए आर रहमान ने। | ||
|- | |- | ||
|4- | |4- | ||
|2011 | |2011 | ||
|रा.वन | |रा.वन | ||
|शाहरुख खान की | |शाहरुख खान की फ़िल्म रा.वन में भी रजनीकांत नज़र आए थे। इसे निर्देशित किया था अनुभव सिन्हा ने और इसमें मुख्य भूमिका में थे शाहरुख खान, करीना कपूर, अरमान वर्मा और अर्जुन रामपाल। | ||
|- | |- | ||
|5- | |5- | ||
| | | | ||
|राणा | |राणा | ||
|राणा रजनीकांत की एक ऐतिहासिक एक्शन | |राणा रजनीकांत की एक ऐतिहासिक एक्शन फ़िल्म है जोकि जल्द ही रिलीज होगी। इसका निर्देशन किया है के एस रविशंकर ने और इसमें दीपिका पादुकोण मुख्य भूमिका में हैं। | ||
|- | |- | ||
|6- | |6- | ||
| 2005 | | 2005 | ||
| चंद्रमुखी | | चंद्रमुखी | ||
| | |फ़िल्म चंद्रमुखी एक कॉमेडी हॉरर फ़िल्म थी। इसका निर्देशन किया था पी वासु ने। | ||
|- | |- | ||
|7- | |7- | ||
|1995 | |1995 | ||
| मुथु | | मुथु | ||
| तमिल | | तमिल फ़िल्म मुधु में रजनीकंत, मीना रघुवरन् और सरथ बाबू ने मुख्य भूमिका निभाई थी। | ||
|- | |- | ||
|8- | |8- | ||
|1995 | |1995 | ||
|बाशा | |बाशा | ||
|तमिल | |तमिल फ़िल्म बाशा जो कि एक एक्शन ड्रामा फ़िल्म थी रिलीज हुई थी। इसका निर्देशन किया था सुरेश कृष्णा ने। | ||
|- | |- | ||
|9- | |9- | ||
|1991 | |1991 | ||
|थालपथी | |थालपथी | ||
|थालपथी | |थालपथी फ़िल्म का निर्देशन किया था [[मणिरत्नम]] ने और निर्माता थे जी वेंकटेश्वरम। | ||
|- | |- | ||
|10- | |10- | ||
|1999 | |1999 | ||
|पदयप्पा | |पदयप्पा | ||
|तमिल रोमांटिक | |तमिल रोमांटिक फ़िल्म में रजनीकांत के साथ सौंदर्य और रमया कृष्णनन ने मुख्य भूमिका निभाई थी। | ||
|- | |- | ||
|11- | |11- | ||
|2008 | |2008 | ||
|कुसेलन | |कुसेलन | ||
|तमिल ड्रामा | |तमिल ड्रामा फ़िल्म कुसेलन का निर्माण किया था पी वासु ने। | ||
|- | |- | ||
|12- | |12- | ||
|1987 | |1987 | ||
|मणिथन | |मणिथन | ||
| | |फ़िल्म मणिथन का निर्देशन किया था एस पी मुथुरमन ने। | ||
|- | |- | ||
|13- | |13- | ||
|2002 | |2002 | ||
|बाबा | |बाबा | ||
| बाबा | | बाबा फ़िल्म 2002 में रिलीज हुई तमिल फैंटसी एक्शन फ़िल्म थी। | ||
|- | |- | ||
|14- | |14- | ||
|1981 | |1981 | ||
|थिलू मुलू | |थिलू मुलू | ||
|थिलू मुलू | |थिलू मुलू फ़िल्म 1981 में रिलीज हुई एक तमिल कॉमेडी फ़िल्म थी। जिसमें रजीनकांत, माधवी ने मुख्य भूमिका निभाई थी। | ||
|- | |- | ||
|15- | |15- | ||
|1992 | |1992 | ||
|अन्नामलाई | |अन्नामलाई | ||
|अन्नामलाई | |अन्नामलाई फ़िल्म 1992 में रिलीज हुई थी। इसका निर्देशन किया था सुरेश कृष्णा ने। | ||
|- | |- | ||
|16- | |16- | ||
|1989 | |1989 | ||
|माप्पलाई | |माप्पलाई | ||
|माप्पलाई | |माप्पलाई फ़िल्म 1989 में रिलीज हुई एक तमिल फ़िल्म थी जिसका निर्देशन किया था राजाशेखर ने। | ||
|- | |- | ||
|17- | |17- | ||
| | | | ||
|वीरा | |वीरा | ||
|वीरा एक लव-कॉमेडी तमिल | |वीरा एक लव-कॉमेडी तमिल फ़िल्म थी। जो कि बॉक्स ऑफिस पर पूरे 150 दिन चली थी। | ||
|- | |- | ||
|18- | |18- | ||
|1980 | |1980 | ||
|पोलाधवन | |पोलाधवन | ||
|पोलाधवन | |पोलाधवन फ़िल्म 1980 में रिलीज हुई एक तमिल फ़िल्म थी। | ||
|- | |- | ||
|19- | |19- | ||
|1997 | |1997 | ||
|अरुणांचलम | |अरुणांचलम | ||
|1997 में रिलीज हुई | |1997 में रिलीज हुई फ़िल्म अरुणांचलम फ़िल्म एक तमिल एक्शन कॉमेडी फ़िल्म थी। इसका निर्देशन किया था सुंदर सी ने। | ||
|- | |- | ||
|20- | |20- | ||
|1991 | |1991 | ||
|हम | |हम | ||
|1991 में रिलीज हुई | |1991 में रिलीज हुई फ़िल्म हम में भी रजनीकांत ने अमिताभ बच्चन के साथ काम किया था। | ||
|- | |- | ||
|21- | |21- | ||
|1980 | |1980 | ||
|मुरट्टू कलाई | |मुरट्टू कलाई | ||
|मुरट्टू कलाई 1980 में रिलीज हुई तमिल | |मुरट्टू कलाई 1980 में रिलीज हुई तमिल फ़िल्म एवीएम प्रोडक्शन्स के द्वारा बनाई गयी थी। | ||
|- | |- | ||
|22- | |22- | ||
| 1970 | | 1970 | ||
| मुंडरू मुडीचू | | मुंडरू मुडीचू | ||
|मुंडरू मुडीचू 1970 में रिलीज हुई तमिल | |मुंडरू मुडीचू 1970 में रिलीज हुई तमिल फ़िल्म का निर्देशन के बालचंदर ने किया था। | ||
|- | |- | ||
|23- | |23- | ||
|1989 | |1989 | ||
|राजथी राजा | |राजथी राजा | ||
|राजथी राजा एक तमिल | |राजथी राजा एक तमिल फ़िल्म थी जो कि 1989 में रिलीज हुई थी। बॉक्स ऑफिस पर ये फ़िल्म पूरे 175 दिन तक चली थी। | ||
|- | |- | ||
|24- | |24- | ||
|1975 | |1975 | ||
|अपूर्वा रागांगल | |अपूर्वा रागांगल | ||
|अपूर्वा रागांगल | |अपूर्वा रागांगल फ़िल्म 1975 में रिलीज हुई थी। इसका निर्देशन किया था के बालचंदर ने। | ||
|- | |- | ||
|25- | |25- | ||
| | | | ||
|मुलुम मालारम | |मुलुम मालारम | ||
|मुलुम मालारम एक तमिल | |मुलुम मालारम एक तमिल फ़िल्म थी जिसका निर्देशन किया था जे महेन्द्रन ने। | ||
|- | |- | ||
|26- | |26- | ||
|1988 | |1988 | ||
|धर्माथिन थलाइवन | |धर्माथिन थलाइवन | ||
|धर्माथिन थलाइवन | |धर्माथिन थलाइवन फ़िल्म 1988 में रिलीज हुई एक तमिल फ़िल्म थी। जिसका निर्देशन किया था एसपी मुथुरमन ने। | ||
|- | |- | ||
|27- | |27- | ||
| | | | ||
|मावीरन | |मावीरन | ||
|मावीरन पहली तमिल | |मावीरन पहली तमिल फ़िल्म थी जो की 70 एम.एम. के हाई रिज़्योल्यूशन में बनी थी। | ||
|- | |- | ||
|28- | |28- | ||
|1977 | |1977 | ||
|व्याथिनील | |व्याथिनील | ||
|व्याथिनील 1977 में रिलीज हुई तमिल | |व्याथिनील 1977 में रिलीज हुई तमिल फ़िल्म थी जिसका निर्देश किया था भारथीराजा ने। | ||
|- | |- | ||
|29- | |29- | ||
|1992 | |1992 | ||
|मनन | |मनन | ||
|1992 में रिलीज हई तमिल | |1992 में रिलीज हई तमिल फ़िल्म में रजनीकांत, विजयाशांति और खूशबूर ने मुख्य भूमिका निभाई थी। | ||
|- | |- | ||
|30- | |30- | ||
|1990 | |1990 | ||
|पनाक्करन | |पनाक्करन | ||
|पनाक्करन 1990 में रिलीज हुई इस तमिल | |पनाक्करन 1990 में रिलीज हुई इस तमिल फ़िल्म में रजनीकांत के साथ गौतमी ने मुख्य भूमिका निभाई थी। | ||
|- | |- | ||
|31- | |31- | ||
|1979 | |1979 | ||
|निनाइथले इनीक्कुम | |निनाइथले इनीक्कुम | ||
|निनाइथले इनीक्कुम | |निनाइथले इनीक्कुम फ़िल्म 1979 में रिलीज हुई ड्रामा फ़िल्म थी। इसका निर्देश किया था के बालचंदर ने। | ||
|- | |- | ||
|32- | |32- | ||
| | | | ||
|वेलाइकरन | |वेलाइकरन | ||
|वेलाइकरन तमिल | |वेलाइकरन तमिल फ़िल्म का निर्देश किया था एसपी मुथुरमन ने। रजनीकांत के साथ सरथ बाबूर और आमला ने फ़िल्म में मुख्य भूमिका निभाई थी। | ||
|- | |- | ||
|33- | |33- | ||
|1983 | |1983 | ||
|अंधा क़ानून | |अंधा क़ानून | ||
|1983 में रिलीज हुई बॉलीवुड | |1983 में रिलीज हुई बॉलीवुड फ़िल्म अंधा क़ानून में रजनीकांत, हेमा मालिनी और अमिताभ बच्चन ने मुख्य भूमिका निभाई थी। | ||
|- | |- | ||
|34- | |34- | ||
|1980 | |1980 | ||
|बिल्ला | |बिल्ला | ||
|1980 में रिलीज हुई | |1980 में रिलीज हुई फ़िल्म बिल्ला एक तमिल एक्शन थ्रिलर फ़िल्म थी। | ||
|- | |- | ||
|35- | |35- | ||
|1985 | |1985 | ||
|श्री रघुवेन्द्र | |श्री रघुवेन्द्र | ||
|श्री रघुवेन्द्र | |श्री रघुवेन्द्र फ़िल्म 1985 में रिलीज हुई थी। ये रजनीकांत की 100वीं फ़िल्म थी। | ||
|- | |- | ||
|36- | |36- | ||
| 1988 | | 1988 | ||
|गुरु शिष्य | |गुरु शिष्य | ||
|1988 में रिलीज हुई | |1988 में रिलीज हुई फ़िल्म गुरु शिष्य एक कॉमेडी फ़िल्म थी। इसका निर्देशन किया था एसपी मुथुरमन ने। | ||
|- | |- | ||
|37- | |37- | ||
|1984 | |1984 | ||
| थाम्बीक्कु एंथा उरु | | थाम्बीक्कु एंथा उरु | ||
|1984 में रिलीज हुई | |1984 में रिलीज हुई फ़िल्म थाम्बीक्कु एंथा उरु का निर्देशन किया था राजाशेखर ने। | ||
|- | |- | ||
|38- | |38- | ||
| 2004 | | 2004 | ||
| आर्या | | आर्या | ||
|आर्या | |आर्या फ़िल्म 7 मई 2004 में रिलीज हुई थी। इसका निर्देशन किया था सुकुमार ने। | ||
|- | |- | ||
|39- | |39- | ||
| 1989 | | 1989 | ||
|चालबाज | |चालबाज | ||
|चालबाज 1989 में रिलीज हुई बॉलीवुड | |चालबाज 1989 में रिलीज हुई बॉलीवुड फ़िल्म चालबाज में रजनीकांत ने सनी देओल, श्रीदेवी और अनुपम खेर के साथ काम किया था। | ||
|- | |- | ||
|40- | |40- | ||
| | | | ||
|येजमान | |येजमान | ||
|येजमान | |येजमान फ़िल्म एक तमिल रोमांटिक फ़िल्म थी। इसका निर्देशन किया था तमिल डायरेक्टर आरवी उदयकुमार ने। | ||
|- | |- | ||
|41- | |41- | ||
|1989 | |1989 | ||
|भ्रष्टाचार | |भ्रष्टाचार | ||
|1989 में रिलीज हुई भ्रष्टाचार एक हिन्दी | |1989 में रिलीज हुई भ्रष्टाचार एक हिन्दी फ़िल्म थी। इसका निर्देशन किया था रमेश सिप्पी ने। | ||
|- | |- | ||
|42- | |42- | ||
|1976 | |1976 | ||
|अन्थुलेनी कथा | |अन्थुलेनी कथा | ||
|अन्थुलेनी कथा | |अन्थुलेनी कथा फ़िल्म 1976 में रिलीज हुई एक तेलुगू फ़िल्म थी। इसका निर्देशन किया था के बालचंदर ने। इसमें जयाप्रदा ने मुख्य भूमिका निभाई थी। | ||
|- | |- | ||
|43- | |43- | ||
| | | | ||
|नेत्री कन | |नेत्री कन | ||
|नेत्री कन एक तमिल | |नेत्री कन एक तमिल फ़िल्म थी जिसका निर्देशन किया था एसपी मुथुरमन ने। | ||
|- | |- | ||
|44- | |44- | ||
|1977 | |1977 | ||
|अवरगल | |अवरगल | ||
|1977 में रिलीज हुई तमिल | |1977 में रिलीज हुई तमिल फ़िल्म अवरगल का निर्देशन किया था के बालचंदर ने। | ||
|- | |- | ||
|45- | |45- | ||
|1978 | |1978 | ||
|इलामाई ऊंजल अदूकिराथू | |इलामाई ऊंजल अदूकिराथू | ||
|इलामाई ऊंजल अदूकिराथू 1978 में रिलीज हुई। | |इलामाई ऊंजल अदूकिराथू 1978 में रिलीज हुई। फ़िल्म का निर्देशन किया था सीवी श्रीधऱ ने। | ||
|- | |- | ||
|46- | |46- | ||
| | | | ||
|मुंडरू मुगम | |मुंडरू मुगम | ||
|मुंडरू मुगम | |मुंडरू मुगम फ़िल्म में रजनीकांत ने ट्रिपल रोल निभाए थे। बॉक्स ऑफिस पर ये फ़िल्म 150 दिन तक चली थी। | ||
|- | |- | ||
Line 260: | Line 299: | ||
|1978 | |1978 | ||
|व्यासु पिलीचिंदी | |व्यासु पिलीचिंदी | ||
|व्यासु पिलीचिंदी | |व्यासु पिलीचिंदी फ़िल्म 1978 में रिलीज हुई तेलुगू फ़िल्म थी। इसका निर्देशन किया था सीवी श्रीधर ने। इसमें रजनीकांत के साथ कमल हासन और सुप्रिया मुख्य भूमिका में थीं। | ||
|- | |- | ||
|48- | |48- | ||
| | | | ||
|भूवना ओरु केलवीकुरु | |भूवना ओरु केलवीकुरु | ||
|भूवना ओरु केलवीकुरु | |भूवना ओरु केलवीकुरु फ़िल्म का निर्देशन किया था एसपी मुथुरमन ने। ये एक तमिल फ़िल्म थी। | ||
|- | |- | ||
|49- | |49- | ||
|1988 | |1988 | ||
|ब्लड स्टोन | |ब्लड स्टोन | ||
|ब्लड स्टोन एक अमेरिकन मिस्ट्री | |ब्लड स्टोन एक अमेरिकन मिस्ट्री फ़िल्म थी जो कि 1988 में रिलीज हुई थी। | ||
|- | |- | ||
|50- | |50- | ||
| | | | ||
|ठंगा मगन | |ठंगा मगन | ||
|ठंगा मगन एक तमिल | |ठंगा मगन एक तमिल फ़िल्म थी जिसका निर्देशन किया ता ए जगन्नाथन ने। इसमें रजनीकंत के साथ पूर्णिमा ने मुख्य रोल निभाया था। | ||
|} | |} | ||
==इंटरनेट के बिना वेबसाइट== | |||
एक ऐसी वेबसाइट लॉच की गई है जो इस अभिनेता पर समर्पित है और बिना इंटरनेट कनेक्शन के चल सकती है। ऑलअबॉउटरजनीकांत डॉट कॉम पर जाते ही आपका स्वागत ये संदेश करता है, '''रजनीकांत एक आम इंसान नहीं हैं, ये एक साधारण वेबसाइट नहीं है। ये रजनी की शक्ति से चलती है और इस वेबसाइट से जुड़ने के लिए आप इंटरनेट कनेक्शन को बंद कर दें।'''जब इंटरनेट बंद हो जाता है तभी आप इस वेबसाइट को जाकर देख सकते हैं। इस वेबसाइट पर जाकर रजनीकांत के शुरुआती करियर, उनकी फ़िल्मों के बारे में अंदर की ख़बरों, पर्दे के पीछे हुए सीन और रजनीकांत के चुटकुले जिसमें कहा गया है कि उनके लिए कुछ भी करना नामूमकिन नहीं है वो सब आप देख -पढ़ सकते हैं। <ref>{{cite web |url=http://www.bbc.co.uk/hindi/india/2012/01/120121_rajnikant_website_ss.shtml|title=इंटरनेट के बिना चलेगी रजनीकांत की वेबसाइट|accessmonthday=10 फरवरी|accessyear=2013|last= |first= |authorlink= |format= |publisher=बीबीसी हिंदी |language=हिंदी}} </ref> | |||
==पुरस्कार== | |||
रजनीकांत को फ़िल्म 'नाल्लावानकु नाल्लावन' के लिए 'बेस्ट तमिल ऐक्टर' का पहला फ़िल्मफेयर अवॉर्ड 1984 में मिला। इसके बाद उन्हें फ़िल्म जगत् के कई बड़े पुरस्कारों से नवाजा गया। भारतीय सिनेमा में महत्त्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें साल 2000 में [[पद्मभूषण]] दिया गया। मशहूर अंतरराष्ट्रीय पत्रिका 'फोर्ब्स' ने 2010 में रजनीकांत का नाम सबसे असरदार भारतीयों की लिस्ट में शामिल किया।<ref name="नवभारत टाइम्स"/> | |||
==प्रसिद्धि== | ==प्रसिद्धि== | ||
कर्नाटक की राजधानी बैंगलोर में 12 दिसंबर 1950 को जन्मे रजनीकांत को उनके दीवाने किस हद तक चाहते हैं इस बात का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि जब पिछले साल सुपर स्टार रजनीकांत बीमार पड़े थे तो लोगों ने खान-पीना छोड़ दिया था। बस उनकी एक ही ख्वाहिश थी कि उनका यह चहेता सितारा बहुत जल्द ठीक होकर घर वापस आ जाये। एक सिंपल से बस कंडक्टर से अपनी जीविका की शुरूआत करने वाले रजनीकांत का काम आज भी बदस्तूर जारी है। लोग उनकी | कर्नाटक की राजधानी बैंगलोर में 12 दिसंबर 1950 को जन्मे रजनीकांत को उनके दीवाने किस हद तक चाहते हैं इस बात का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि जब पिछले साल सुपर स्टार रजनीकांत बीमार पड़े थे तो लोगों ने खान-पीना छोड़ दिया था। बस उनकी एक ही ख्वाहिश थी कि उनका यह चहेता सितारा बहुत जल्द ठीक होकर घर वापस आ जाये। एक सिंपल से बस कंडक्टर से अपनी जीविका की शुरूआत करने वाले रजनीकांत का काम आज भी बदस्तूर जारी है। लोग उनकी फ़िल्मों का बेसब्री से इंतज़ार करते है। केवल तमिल सिनेमा ही नहीं बल्कि हिंदी सिनेमा में भी रजनी की फ़िल्मों का बोलबाला रहा। उनका सिगरेट पीने का ढंग और दुश्मनों को पीटना आज भी किसी को रोमांचित कर जाता है। <ref>{{cite web |url=http://hindi.oneindia.in/movies/bollywood/news/2012/12/exclusive-rajinikanth-birthday-12-12-12-224741.html|title=नये लुक में दिखेगा रजनीकांत का प्राइमरी स्कूल|accessmonthday=10 फरवरी|accessyear=2013|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |language=हिंदी}} </ref> | ||
{{लेख प्रगति|आधार= | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक3 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> | ||
==बाहरी कड़ियाँ== | ==बाहरी कड़ियाँ== | ||
*[http://www.imdb.com/name/nm0707425/ रजनीकांत अभिनेता] | |||
*[http://www.rajinikanth.com/bio-data.htm सुपर स्टार रजनीकांत] | |||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{अभिनेता}} | {{अभिनेता}} | ||
[[Category:अभिनेता]][[Category:सिनेमा]][[Category:सिनेमा कोश]] | [[Category:अभिनेता]][[Category:सिनेमा]][[Category:सिनेमा कोश]][[Category:कला कोश]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व]] [[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व कोश]] [[Category:चरित कोश]] | ||
[[Category:कला कोश]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व]] [[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व कोश]] [[Category:चरित कोश]] | [[Category:दक्षिण भारतीय अभिनेता]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ | ||
__NOTOC__ | __NOTOC__ |
Latest revision as of 06:41, 10 February 2021
रजनीकांत
| |
पूरा नाम | शिवाजी राव गायकवाड़ |
प्रसिद्ध नाम | रजनीकांत |
जन्म | 12 दिसंबर, 1950 |
जन्म भूमि | बैंगलोर, कर्नाटक |
अभिभावक | जीजाबाई (माता) |
पति/पत्नी | लाथा रंगराजन |
संतान | दो पुत्रियाँ- ऐश्वर्या और सौन्दर्या |
कर्म भूमि | भारत |
कर्म-क्षेत्र | अभिनय |
मुख्य फ़िल्में | शिवाजी द बॉस, रा.वन, चंद्रमुखी, मुथु, चालबाज, अंधा क़ानून, हम, अन्नामलाई, बाशा, मुथू आदि। |
पुरस्कार-उपाधि | 'फ़िल्मफेयर अवॉर्ड' (1984), 'पद्मभूषण' (2000), |
प्रसिद्धि | दक्षिण भारतीय अभिनेता |
नागरिकता | भारतीय |
अन्य जानकारी | रजनीकांत ने फ़िल्मी दुनिया में 1975 में प्रवेश किया, तब वे मात्र 25 वर्ष के थे और उनकी पहली फ़िल्म 'रागंगल' थी। |
शिवाजी राव गायकवाड़ उर्फ रजनीकांत (अंग्रेज़ी: Shivaji Rao Gaekwad, जन्म- 12 दिसम्बर, 1950, बैंगलोर, कर्नाटक) की लोकप्रियता को शब्दों में नहीं आंका जा सकता। तमिल सुपर स्टार रजनीकांत की जिन्हें लोग भगवान की तरह पूजते हैं।[1]अपने बेमिसाल और अनोखे अंदाज़की वजह से वह तमिल क्षेत्र का यह सुपरस्टार पूरे भारतवर्ष में प्रसिद्ध हो गया। इसके बाद उन्होंने एक-एक करके तमिल और हिन्दी सिनेमा मे ऐसी यादगार फ़िल्में दीं जिसने दर्शकों के मस्तिष्क पर गहरी छाप छोड़ी।
परिचय
रजनीकांत का असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ (Shivaji Rao Gaekwad) है। उनका जन्म 12 दिसंबर, 1950 को कर्नाटक के बैंगलोर में एक मराठा परिवार में हुआ था। छोटी सी उम्र में ही उनकी माँ का देहांत हो गया, जिससे उनको बहुत तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा। शुरुआत में उन्होंने अपनी पढ़ाई आचार्य पाठशाला से शुरू की। बाद में उन्होंने उच्च शिक्षा बैंगलोर के रामकृष्ण मिशन से पूरा किया। 1981 में लाथा रंगराजन उनकी जीवनसंगिनी बनीं। उनकी दो बेटियां ऐश्वर्या और सौन्दर्या हैं।[2]
परिवार
रजनीकांत के दो छोटे भाई और एक बहन है। जब वह पांच साल के थे, उनकी माँ जीजाबाई का देहांत हो गया। उसके बाद उनके ऊपर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। माँ की मौत के बाद अपनी बदली जीवनशैली में उन्हें अपने समुदाय में कुली का काम करना पड़ा। कुलीगिरी करते हुए शुरुआती शिक्षा उन्होंने आचार्य पाठशाला में पाई और उच्च शिक्षा रामकिशन मिशन में हासिल की। 1966 से 1973 के बीच उन्होंने चेन्नै से लेकर बेंगलुरु तक कई नौकरियां कीं। इसके बाद उन्हें बेंगलुरु ट्रांसपोर्ट सर्विस में बस कंडक्टर की नौकरी मिल गई। फिर शुरू हुई थियेटर की ज़िंदगी। उन्हें थियेटर में पहला मौका मशहूर नाट्य लेखक और निदेशक टोपी मुनिअप्पा ने दिया। महाभारत की कथा पर आधारित एक नाटक में उन्होंने उन्हें दुर्योधन का रोल दिया। उनका अभिनय सराहा गया। इस दौरान उनके सहकर्मी राज बहादुर ने उन्हें मद्रास फ़िल्म इंस्टिट्यूट जॉइन करने की सलाह दी। पढ़ाई का सारा खर्चा उन्होंने उठाया। नाटकों में अभिनय के दौरान मशहूर फ़िल्म निदेशक के. बालचंदर की नजर उन पर गई। बालचंदर ने उन्हें तमिल सीखने और बोलने की सलाह दी। रजनीकांत ने उनकी सलाह मान ली और बाद में तमिल उनके करियर में सहायक हुई। फ़िल्म इंस्टिट्यूट की ट्रेनिंग के बाद उनकी फ़िल्मी गाड़ी चल निकली।[3]
कैरियर
संघर्ष के दिनों में रजनीकांत ने बेंगलुरू में मैसूर मशीनरी में भी कुछ दिन काम किया और चावल के बोरे ट्रकों में लादने का भी काम किया जिसके लिए उन्हें 10 पैसे प्रति बोरा मिलता था। उसके बाद उन्होंने एक परीक्षा दी और बेंगलूर परिवहन सेवा से बस कंडक्टर का लाइसेंस हासिल किया। रजनीकांत 19 मार्च, 1970 को बस चालक राजा बहादुर के साथ नौकरी पर लग गए। रजनीकांत ने फ़िल्मों की दुनिया में 1975 में प्रवेश किया तब वह महज 25 वर्ष के थे और उनकी पहली फ़िल्म ‘रागंगल’ थी। उनके अभिनय की वजह से इस फ़िल्म ने काफ़ी नाम कमाया और धीरे-धीरे इस कंडक्टर ने अपने सिगरेट पीने और चश्में पहनने की स्टाइल की वजह से तमिल फ़िल्मों में तूफान खड़ा कर दिया। तब से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा उस समय रजनीकांत को गिने-चुने खलनायकों के रुप जाना जाता था।
पहली फ़िल्म
रजनीकांत ने बतौर एक्टर अपने कैरियर की शुरुआत की तमिल फ़िल्म अपूर्व रागंगा से। जिसमें कमल हासन ने भी एक्टिंग की थी। इस फ़िल्म का निर्देशन किया था के बालचंदर ने। इस फ़िल्म में रजनी को बहुत ही छोटा सा किरदार निभाने को दिया गया था। इस फ़िल्म को बेस्ट तमिल फ़िल्म के लिए नॉमिनेट किया गया था और फ़िल्म ने उस अवॉर्ड को जीता भी। रजनीकांत निर्देशक बालचंदर को हमेशा अपना मेंटर मानते रहे। बॉलीवुड में रजनीकांत ने अंधा कानून फ़िल्म से एंट्री की थी। इस फ़िल्म में अमिताभ बच्चन मेन लीड हीरो थे और उनके साथ थीं हेमा मालिनी। ये फ़िल्म उस साल की सबसे बड़ी हिट थी और इसने बॉक्स ऑफिस पर काफ़ी कमाई की थी। उसके बाद रजनी ने हम, फ़िल्म की जो की काफ़ी हिट रही। मार्च 2011 में रजनीकांत को हेल्थ से जुड़ी कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। रजनी की तबियत कुछ समय तक काफ़ी खराब रही और उस वक्त टीवी चैनल्स के द्वारा रिसर्च में पता चला कि रजनीकांत डेड गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च किया जाने वाला टर्म और ट्विटर का सबसे टॉप का ट्रेंड था। तबियत खराब होने के बावजूद रजनीकांत 2011 में ही रिलीज हुई शाहरुख खान की फ़िल्म रा.वन में नज़र आए 2010 में रजनीकांत और ऐश्वर्या राय की फ़िल्म रोबोट रिलीज हुई थी जो की रजनी की तमिल फिक्शन फ़िल्म एंथिरन का हिन्दी वर्जन थी।[4]
रजनीकांत की जीवनी
फ़िल्म समीक्षक नमन रामचंद्रन ने रजनीकांत की जीवनी को किताब की शक्ल दी है जिसमें 1975 में उनकी पहली फ़िल्म ‘अपूर्व रगंगल’ से लेकर हिंदी फ़िल्मों ‘अंधा कानून’ और ‘हम’ तक के उनके सफर और ‘बिल्ला’, ‘थलपति’ और ‘अन्नामलाई’ जैसी उनके अंदाज़वाली फ़िल्मों से ‘बाशा’, ‘मुथू’, ‘शिवाजी’ और ‘एंथिरन’ तक की यात्रा का वृतांत लिखा है। ‘रजनीकांत : द डेफिनिटिव बायोग्राफी’ में रजनी के बचपन के दिनों से लेकर उनके जीवन के संघर्ष के दिनों को भी बयां किया गया है जब शिवाजी राव गायकवाड़ नाम का यह शख्स बस कंडक्टर के कैरियर के बाद फ़िल्मों का सुपरस्टार बना और लोगों के बीच रजनीकांत नाम से मशहूर हो गया। पेंगुइन द्वारा प्रकाशित इस किताब के अनुसार बस यात्रियों को टिकट देने में रजनीकांत से तेज कोई नहीं था। वह अपने अंदाज़में मुसाफिरों को टिकट देते थे और खुले पैसे देते थे। उनके मशहूर अंदाज़के चलते ही लोग उनकी बस का इंतज़ार करते थे और सामने से अनेक बसें ख़ाली जाने देते थे। रजनी का यही अंदाज़बाद में फ़िल्मों में भी उनकी लोकप्रियता का कारक बना जहां उनके संवाद भी मशहूर हुए।
रजनी ने अपने बस कंडक्टर के दिनों को याद करते हुए बयां किया है, ‘मैं साधारण इंसान हूं। बस कंडक्टर से पहले मैं दफ्तर में काम करता था, कुली था और बढ़ई का काम कर चुका था।’ बीटीएस पर रजनीकांत की मुलाकात राजा बहादुर से हुई जिसे वह आज अपना सबसे अच्छा दोस्त बताते हैं। किताब के पन्ने पलटते हुए पता चलेगा कि बस सेवा समाप्त होने के बाद रजनी और राजा अपने अपने घर जाकर थोड़ी देर आराम करते थे। इसके बाद रजनीकांत हर शाम हनुमंत नगर में राजा के घर पहुंचते और दोनों नाटकों के अभ्यास के लिए निकल जाते जिनका आयोजन वे समय-समय पर बीटीएस संघ के बैनर तले करते थे। दिवंगत रंगकर्मी और अभिनेता शिवाजी गणेशन को याद करते हुए रजनीकांत कहते हैं, ‘मैंने उन्हें देखा, उनकी नकल उतारी। उनकी वजह से मैं सिनेमा जगत् में आया।’ रजनीकांत के जीवन की ऐसी अनेक रोचक कहानियां इस किताब में पढ़ने को मिल जाएंगी।[5]
व्यक्तित्व
बस कंडक्टर से शुरू होकर दुनिया के अत्यंत पसंदीदा और पूजनीय अभिनेता बनने का सफर तय करने वाले शिवाजी राव गायकवाड़ उर्फ रजनीकांत की कहानी किसी ब्लॉकबस्टर मूवी के लिए बेहतरीन कहानी साबित हो सकती है।
- हिंदी सिनेमा के महानायक अमिताभ बच्चन भी उनकी सादगी के प्रशंसक हैं।
- अभिनेता शाहरुख़ खान कहते हैं, "भारतीय सिनेमा में उनके जैसा कलाकार आज तक कोई नहीं हुआ है। इस उम्र में भी उनका उत्साह और उनकी मेहनत देखते ही बनती है। रजनीकांत इतने बड़े स्टार हैं लेकिन उनमें घमंड बिलकुल नहीं है। हम सब को उनसे ये सीखना चाहिए। मुझे गर्व है कि मैं रजनीकांत के दौर में पैदा हुआ हूं।"[6]
- हिंदी ब्लॉकबस्टर 'गोलमाल' के तमिल संस्करण 'थिल्लु मुल्लु' में रजनीकांत की बहन की भूमिका निभाने वाली विजी चंद्रशेखर का मानना है कि हर किसी से एक समान व्यवहार करने की क्षमता ने रजनीकांत को यह कद दिया है। विजी ने कहा कि रजनीकांत सेट पर सभी के साथ अत्यंत सम्मान के साथ पेश आते हैं और सभी को बराबर महत्व देते हैं। भले ही वह लाइट ब्यॉय हो या सहायक कलाकार, रजनीकांत किसी से भेदभाव नहीं करते। विजी ने कहा कि सुपरस्टार हमेशा सफल रहने वाले को नहीं, बल्कि जो सफलता और विफलता का समान रूप से सामना करे और सामान्य बना रहे उसे माना जाता है। फ़िल्म के सेट पर काम के दौरान उनकी सादगी महसूस की। अभिनेत्री ने कहा कि सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह है कि रजनीकांत सफलता और विफलता को समान रूप से लेना भलिभांति जानते हैं।
- तमिल फ़िल्म निर्माता लक्ष्मी रामकृष्णन महसूस करते हैं कि रजनीकांत सुपरस्टार इसलिए हैं, क्योंकि वह यह नहीं मानते कि वह अद्वितीय हैं। रामकृष्णन ने कहा कि रजनीकांत सुपरस्टार कहलाना पसंद नहीं करते, लेकिन वह हैं क्योंकि लोगों ने उन्हें यह बनाया है। सुपरस्टार पैदा नहीं होते, बनते हैं। लेकिन, यदि कोई सुपरस्टार बनने के लिए बुरी तरह हाथ-पांव मारता है तो निश्चित रूप से वह विफल होगा।[7]
सी बी एस ई पाठ्यक्रम में
तमिल फ़िल्मों के सुपर स्टार और भगवान माने जाने वाले अभिनेता रजनीकांत अबसी बी एस ई (CBSE) के कक्षा 6 की किताबों में पढ़े जायेंगे। जिसमें उनकी बस कंडक्टर से लेकर एक महानतम अभिनेता बनने तक का सफर है। जो बच्चों को यह सिखायेगा कि अपनी मेहनत और योग्यता के बल पर आदमी फर्श से अर्श पर पहुंच सकता है बस आदमी को कड़ी मेहनत और दृढंसंकल्पी होना चाहिए। CBSE के कक्षा 6 के बच्चों में रजनीकांत का चैप्टर पढ़ाया जायेगा जिसे लिखा है रजनीकांत के उस फैन और मित्र ने जिनका नाम है राव बहादुर। जो उस बस के ड्राईवर हुआ करते थे जिस बस के कंडक्टर रजनीकांत थे। चैप्टर का नाम है 'From Bus Conductor to Superstar'। इस पाठ को पढ़ाने का यही उद्देश्य है कि बिना किसी गॉडफादर की मदद से कोई भी व्यक्ति आम से ख़ास हो सकता है। बोर्ड को लगता है कि रजनीकांत की कहानी आने वाली पीढ़ी के लिए एक आदर्श बनेंगी। इस पाठ में केवल रजनीकांत के संघर्ष की ही कहानी नहीं है बल्कि उनकी दयालुता, उनके प्रेम और सदाचार का भी वर्णन किया गया है। उनकी देश के प्रति समर्पण और इतनी ऊंची जगह पहुंचकर भी एकदम से सरल होना भी पाठ में बताया गया है।[8]
स्वास्थ्य
रजनीकांत को 29 अप्रैल को सांस की परेशानी के कारण इसाबेल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उसी दिन छुट्टी भी दे दी गई। इसके बाद उन्हें चार मई को इसी अस्पताल में दोबारा भर्ती कराया गया। 13 मई को उन्हें सांस और दूसरी परेशानियों के कारण श्री रामचंद्र मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया गया। [9]
रजनी की हिट 50 फ़िल्में
क्रम | सन | फ़िल्म | |
---|---|---|---|
1- | 2007 | शिवाजी द बॉस | फ़िल्म शिवाजी एक पॉलिटिकल थ्रिलर फ़िल्म थी। जिसका निर्देशन एस शंकर ने किया था और निर्माण किया था ए.वी.एम. प्रोडक्शन्स ने। रजनीकांत और श्रिया सरन ने मु्ख्य भूमिका निभाई थी। ‘शिवाजी द बॉस’ ने 128 करोड़ रुपये कमाए। इसमें काम करने के लिए रजनी ने साल 2007 में 26 करोड़ रुपये लिए थे, जो एक रिकॉर्ड है। |
2- | 2010 | एंधिरन | एंधिरन फ़िल्म 2010 में रिलीज हुई एक हिट तमिल फिक्शन फ़िल्म थी। हिन्दी में इसे रोबोट के नाम से बनाया गया था। इसमें रजनीकांत ने डबल रोल निभाया था। इसमें ऐश्वर्या राय ने भी मुख्य भूमिका निभाई थी। उनकी तमिल फ़िल्म ‘एंधिरन’ और हिंदी ‘रोबोट’ (Robot) ने पैसे कमाने के मामले में सारे रिकॉर्ड तोडे |
3- | कोच्चीदाइयां | कोच्चीदाइयां फ़िल्म रजनीकांत की एक आने वाली पीरियड तमिल फ़िल्म है जिसका निर्देशन सौंदर्य आर अश्विन ने किया है और इसे लिखा है के एस रविकुमार ने। फ़िल्म में संगीत दिया है ए आर रहमान ने। | |
4- | 2011 | रा.वन | शाहरुख खान की फ़िल्म रा.वन में भी रजनीकांत नज़र आए थे। इसे निर्देशित किया था अनुभव सिन्हा ने और इसमें मुख्य भूमिका में थे शाहरुख खान, करीना कपूर, अरमान वर्मा और अर्जुन रामपाल। |
5- | राणा | राणा रजनीकांत की एक ऐतिहासिक एक्शन फ़िल्म है जोकि जल्द ही रिलीज होगी। इसका निर्देशन किया है के एस रविशंकर ने और इसमें दीपिका पादुकोण मुख्य भूमिका में हैं। | |
6- | 2005 | चंद्रमुखी | फ़िल्म चंद्रमुखी एक कॉमेडी हॉरर फ़िल्म थी। इसका निर्देशन किया था पी वासु ने। |
7- | 1995 | मुथु | तमिल फ़िल्म मुधु में रजनीकंत, मीना रघुवरन् और सरथ बाबू ने मुख्य भूमिका निभाई थी। |
8- | 1995 | बाशा | तमिल फ़िल्म बाशा जो कि एक एक्शन ड्रामा फ़िल्म थी रिलीज हुई थी। इसका निर्देशन किया था सुरेश कृष्णा ने। |
9- | 1991 | थालपथी | थालपथी फ़िल्म का निर्देशन किया था मणिरत्नम ने और निर्माता थे जी वेंकटेश्वरम। |
10- | 1999 | पदयप्पा | तमिल रोमांटिक फ़िल्म में रजनीकांत के साथ सौंदर्य और रमया कृष्णनन ने मुख्य भूमिका निभाई थी। |
11- | 2008 | कुसेलन | तमिल ड्रामा फ़िल्म कुसेलन का निर्माण किया था पी वासु ने। |
12- | 1987 | मणिथन | फ़िल्म मणिथन का निर्देशन किया था एस पी मुथुरमन ने। |
13- | 2002 | बाबा | बाबा फ़िल्म 2002 में रिलीज हुई तमिल फैंटसी एक्शन फ़िल्म थी। |
14- | 1981 | थिलू मुलू | थिलू मुलू फ़िल्म 1981 में रिलीज हुई एक तमिल कॉमेडी फ़िल्म थी। जिसमें रजीनकांत, माधवी ने मुख्य भूमिका निभाई थी। |
15- | 1992 | अन्नामलाई | अन्नामलाई फ़िल्म 1992 में रिलीज हुई थी। इसका निर्देशन किया था सुरेश कृष्णा ने। |
16- | 1989 | माप्पलाई | माप्पलाई फ़िल्म 1989 में रिलीज हुई एक तमिल फ़िल्म थी जिसका निर्देशन किया था राजाशेखर ने। |
17- | वीरा | वीरा एक लव-कॉमेडी तमिल फ़िल्म थी। जो कि बॉक्स ऑफिस पर पूरे 150 दिन चली थी। | |
18- | 1980 | पोलाधवन | पोलाधवन फ़िल्म 1980 में रिलीज हुई एक तमिल फ़िल्म थी। |
19- | 1997 | अरुणांचलम | 1997 में रिलीज हुई फ़िल्म अरुणांचलम फ़िल्म एक तमिल एक्शन कॉमेडी फ़िल्म थी। इसका निर्देशन किया था सुंदर सी ने। |
20- | 1991 | हम | 1991 में रिलीज हुई फ़िल्म हम में भी रजनीकांत ने अमिताभ बच्चन के साथ काम किया था। |
21- | 1980 | मुरट्टू कलाई | मुरट्टू कलाई 1980 में रिलीज हुई तमिल फ़िल्म एवीएम प्रोडक्शन्स के द्वारा बनाई गयी थी। |
22- | 1970 | मुंडरू मुडीचू | मुंडरू मुडीचू 1970 में रिलीज हुई तमिल फ़िल्म का निर्देशन के बालचंदर ने किया था। |
23- | 1989 | राजथी राजा | राजथी राजा एक तमिल फ़िल्म थी जो कि 1989 में रिलीज हुई थी। बॉक्स ऑफिस पर ये फ़िल्म पूरे 175 दिन तक चली थी। |
24- | 1975 | अपूर्वा रागांगल | अपूर्वा रागांगल फ़िल्म 1975 में रिलीज हुई थी। इसका निर्देशन किया था के बालचंदर ने। |
25- | मुलुम मालारम | मुलुम मालारम एक तमिल फ़िल्म थी जिसका निर्देशन किया था जे महेन्द्रन ने। | |
26- | 1988 | धर्माथिन थलाइवन | धर्माथिन थलाइवन फ़िल्म 1988 में रिलीज हुई एक तमिल फ़िल्म थी। जिसका निर्देशन किया था एसपी मुथुरमन ने। |
27- | मावीरन | मावीरन पहली तमिल फ़िल्म थी जो की 70 एम.एम. के हाई रिज़्योल्यूशन में बनी थी। | |
28- | 1977 | व्याथिनील | व्याथिनील 1977 में रिलीज हुई तमिल फ़िल्म थी जिसका निर्देश किया था भारथीराजा ने। |
29- | 1992 | मनन | 1992 में रिलीज हई तमिल फ़िल्म में रजनीकांत, विजयाशांति और खूशबूर ने मुख्य भूमिका निभाई थी। |
30- | 1990 | पनाक्करन | पनाक्करन 1990 में रिलीज हुई इस तमिल फ़िल्म में रजनीकांत के साथ गौतमी ने मुख्य भूमिका निभाई थी। |
31- | 1979 | निनाइथले इनीक्कुम | निनाइथले इनीक्कुम फ़िल्म 1979 में रिलीज हुई ड्रामा फ़िल्म थी। इसका निर्देश किया था के बालचंदर ने। |
32- | वेलाइकरन | वेलाइकरन तमिल फ़िल्म का निर्देश किया था एसपी मुथुरमन ने। रजनीकांत के साथ सरथ बाबूर और आमला ने फ़िल्म में मुख्य भूमिका निभाई थी। | |
33- | 1983 | अंधा क़ानून | 1983 में रिलीज हुई बॉलीवुड फ़िल्म अंधा क़ानून में रजनीकांत, हेमा मालिनी और अमिताभ बच्चन ने मुख्य भूमिका निभाई थी। |
34- | 1980 | बिल्ला | 1980 में रिलीज हुई फ़िल्म बिल्ला एक तमिल एक्शन थ्रिलर फ़िल्म थी। |
35- | 1985 | श्री रघुवेन्द्र | श्री रघुवेन्द्र फ़िल्म 1985 में रिलीज हुई थी। ये रजनीकांत की 100वीं फ़िल्म थी। |
36- | 1988 | गुरु शिष्य | 1988 में रिलीज हुई फ़िल्म गुरु शिष्य एक कॉमेडी फ़िल्म थी। इसका निर्देशन किया था एसपी मुथुरमन ने। |
37- | 1984 | थाम्बीक्कु एंथा उरु | 1984 में रिलीज हुई फ़िल्म थाम्बीक्कु एंथा उरु का निर्देशन किया था राजाशेखर ने। |
38- | 2004 | आर्या | आर्या फ़िल्म 7 मई 2004 में रिलीज हुई थी। इसका निर्देशन किया था सुकुमार ने। |
39- | 1989 | चालबाज | चालबाज 1989 में रिलीज हुई बॉलीवुड फ़िल्म चालबाज में रजनीकांत ने सनी देओल, श्रीदेवी और अनुपम खेर के साथ काम किया था। |
40- | येजमान | येजमान फ़िल्म एक तमिल रोमांटिक फ़िल्म थी। इसका निर्देशन किया था तमिल डायरेक्टर आरवी उदयकुमार ने। | |
41- | 1989 | भ्रष्टाचार | 1989 में रिलीज हुई भ्रष्टाचार एक हिन्दी फ़िल्म थी। इसका निर्देशन किया था रमेश सिप्पी ने। |
42- | 1976 | अन्थुलेनी कथा | अन्थुलेनी कथा फ़िल्म 1976 में रिलीज हुई एक तेलुगू फ़िल्म थी। इसका निर्देशन किया था के बालचंदर ने। इसमें जयाप्रदा ने मुख्य भूमिका निभाई थी। |
43- | नेत्री कन | नेत्री कन एक तमिल फ़िल्म थी जिसका निर्देशन किया था एसपी मुथुरमन ने। | |
44- | 1977 | अवरगल | 1977 में रिलीज हुई तमिल फ़िल्म अवरगल का निर्देशन किया था के बालचंदर ने। |
45- | 1978 | इलामाई ऊंजल अदूकिराथू | इलामाई ऊंजल अदूकिराथू 1978 में रिलीज हुई। फ़िल्म का निर्देशन किया था सीवी श्रीधऱ ने। |
46- | मुंडरू मुगम | मुंडरू मुगम फ़िल्म में रजनीकांत ने ट्रिपल रोल निभाए थे। बॉक्स ऑफिस पर ये फ़िल्म 150 दिन तक चली थी। | |
47- | 1978 | व्यासु पिलीचिंदी | व्यासु पिलीचिंदी फ़िल्म 1978 में रिलीज हुई तेलुगू फ़िल्म थी। इसका निर्देशन किया था सीवी श्रीधर ने। इसमें रजनीकांत के साथ कमल हासन और सुप्रिया मुख्य भूमिका में थीं। |
48- | भूवना ओरु केलवीकुरु | भूवना ओरु केलवीकुरु फ़िल्म का निर्देशन किया था एसपी मुथुरमन ने। ये एक तमिल फ़िल्म थी। | |
49- | 1988 | ब्लड स्टोन | ब्लड स्टोन एक अमेरिकन मिस्ट्री फ़िल्म थी जो कि 1988 में रिलीज हुई थी। |
50- | ठंगा मगन | ठंगा मगन एक तमिल फ़िल्म थी जिसका निर्देशन किया ता ए जगन्नाथन ने। इसमें रजनीकंत के साथ पूर्णिमा ने मुख्य रोल निभाया था। |
इंटरनेट के बिना वेबसाइट
एक ऐसी वेबसाइट लॉच की गई है जो इस अभिनेता पर समर्पित है और बिना इंटरनेट कनेक्शन के चल सकती है। ऑलअबॉउटरजनीकांत डॉट कॉम पर जाते ही आपका स्वागत ये संदेश करता है, रजनीकांत एक आम इंसान नहीं हैं, ये एक साधारण वेबसाइट नहीं है। ये रजनी की शक्ति से चलती है और इस वेबसाइट से जुड़ने के लिए आप इंटरनेट कनेक्शन को बंद कर दें।जब इंटरनेट बंद हो जाता है तभी आप इस वेबसाइट को जाकर देख सकते हैं। इस वेबसाइट पर जाकर रजनीकांत के शुरुआती करियर, उनकी फ़िल्मों के बारे में अंदर की ख़बरों, पर्दे के पीछे हुए सीन और रजनीकांत के चुटकुले जिसमें कहा गया है कि उनके लिए कुछ भी करना नामूमकिन नहीं है वो सब आप देख -पढ़ सकते हैं। [10]
पुरस्कार
रजनीकांत को फ़िल्म 'नाल्लावानकु नाल्लावन' के लिए 'बेस्ट तमिल ऐक्टर' का पहला फ़िल्मफेयर अवॉर्ड 1984 में मिला। इसके बाद उन्हें फ़िल्म जगत् के कई बड़े पुरस्कारों से नवाजा गया। भारतीय सिनेमा में महत्त्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें साल 2000 में पद्मभूषण दिया गया। मशहूर अंतरराष्ट्रीय पत्रिका 'फोर्ब्स' ने 2010 में रजनीकांत का नाम सबसे असरदार भारतीयों की लिस्ट में शामिल किया।[3]
प्रसिद्धि
कर्नाटक की राजधानी बैंगलोर में 12 दिसंबर 1950 को जन्मे रजनीकांत को उनके दीवाने किस हद तक चाहते हैं इस बात का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि जब पिछले साल सुपर स्टार रजनीकांत बीमार पड़े थे तो लोगों ने खान-पीना छोड़ दिया था। बस उनकी एक ही ख्वाहिश थी कि उनका यह चहेता सितारा बहुत जल्द ठीक होकर घर वापस आ जाये। एक सिंपल से बस कंडक्टर से अपनी जीविका की शुरूआत करने वाले रजनीकांत का काम आज भी बदस्तूर जारी है। लोग उनकी फ़िल्मों का बेसब्री से इंतज़ार करते है। केवल तमिल सिनेमा ही नहीं बल्कि हिंदी सिनेमा में भी रजनी की फ़िल्मों का बोलबाला रहा। उनका सिगरेट पीने का ढंग और दुश्मनों को पीटना आज भी किसी को रोमांचित कर जाता है। [11]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ अब तो भगवान ने भी कह दिया कि छोड़ दो सिगरेट... (हिंदी) वन इंडिया हिंदी। अभिगमन तिथि: 10 फरवरी, 2013।
- ↑ एक नजर रजनीकांत के जीवन पर (Biography of Rajinikanth) (हिंदी) जागरण जंक्शन। अभिगमन तिथि: 10 फरवरी, 2013।
- ↑ 3.0 3.1 स्टाइल के देवता हैं रजनीकांत (हिंदी) नवभारत टाइम्स। अभिगमन तिथि: 10 फरवरी, 2013।
- ↑ 4.0 4.1 Pics: 62 साल के रजनी की हिट 50 फ़िल्में (हिंदी) वन इंडिया हिंदी। अभिगमन तिथि: 10 फरवरी, 2013।
- ↑ मुसाफिर इंतज़ार करते थे ‘बस कंडक्टर’ रजनीकांत का... (हिंदी) एनडीटीवी ख़बर। अभिगमन तिथि: 10 फरवरी, 2013।
- ↑ ऐसा क्या है जो रजनीकांत नहीं कर सकते (हिंदी) बीबीसी हिंदी। अभिगमन तिथि: 10 फरवरी, 2013।
- ↑ सभी को सम्मान देने से सुपरस्टार बने रजनीकांत (हिंदी) एनडीटीवी ख़बर। अभिगमन तिथि: 10 फरवरी, 2013।
- ↑ CBSE के कोर्स में 'रजनीकांत' (हिंदी) वन इंडिया हिन्दी। अभिगमन तिथि: 10 फरवरी, 2013।
- ↑ रजनीकांत इलाज कराने जाएंगे सिंगापुर (हिंदी) एनडीटीवी ख़बर। अभिगमन तिथि: 10 फरवरी, 2013।
- ↑ इंटरनेट के बिना चलेगी रजनीकांत की वेबसाइट (हिंदी) बीबीसी हिंदी। अभिगमन तिथि: 10 फरवरी, 2013।
- ↑ नये लुक में दिखेगा रजनीकांत का प्राइमरी स्कूल (हिंदी)। । अभिगमन तिथि: 10 फरवरी, 2013।
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख