बड़ा इमामबाड़ा लखनऊ: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
('भारत के उत्तर प्रदेश राज्‍य की राजधानी, लखनऊ एक ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
No edit summary
 
(26 intermediate revisions by 7 users not shown)
Line 1: Line 1:
[[भारत]] के [[उत्तर प्रदेश]] राज्‍य की राजधानी, [[लखनऊ]] एक आधुनिक शहर है, जिसके साथ भव्‍य ऐतिहासिक स्‍मारक होने का गर्व जुड़ा हुआ है। [[गंगा नदी]] की सहायक नदी, [[गोमती]] के किनारे बसा लखनऊ शहर अपने उद्यानों, बागीचों और अनोखी वास्‍तुकलात्‍मक इमारतों के लिए जाना जाता है। 'नवाबों के शहर' के नाम से मशहूर लखनऊ शहर में सांस्‍कृतिक और पाक कला के विभिन्‍न व्‍यंजनों से अपने आकर्षण को बनाए रखा है। इस शहर के लोग अपने विशिष्‍ट आकर्षण, तहजीब और उर्दू भाषा के लिए प्रसिद्ध हैं। लखनऊ शहर एक विशिष्‍ट प्रकार की कढ़ाई, चिकन, से सजे हुए परिधानों और कपड़ों के लिए भी प्रसिद्ध है।
{{सूचना बक्सा पर्यटन
|चित्र=Imambara-Lucknow.JPG
|चित्र का नाम=बड़ा इमामबाड़ा, लखनऊ
|विवरण=बड़ा इमामबाड़ा लखनऊ का एक ऐतिहासिक स्‍मारक है। इसे भूलभुलैया भी कहते हैं। यह [[आसफ़उद्दौला]] ने बनवाया था। [[लखनऊ]] के इस प्रसिद्ध इमामबाड़े का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व है।
|राज्य=[[उत्तर प्रदेश]]
|केन्द्र शासित प्रदेश=
|ज़िला=[[लखनऊ ज़िला|लखनऊ]]
|निर्माता=[[आसफ़उद्दौला]]
|स्वामित्व=
|प्रबंधक=
|निर्माण काल=
|स्थापना=1784
|भौगोलिक स्थिति=[http://maps.google.com/maps?q=26.869104,80.912885&ll=26.892067,80.912933&spn=0.285986,0.441513&t=m&z=11&vpsrc=0 उत्तर- 26.869104°; पूर्व-  80.912885°]
|मार्ग स्थिति=[[चारबाग़ रेलवे स्टेशन लखनऊ|चारबाग़ रेलवे स्टेशन]] से बड़ा इमामबाड़ा 5.3 किमी की दूरी पर स्थित है।
|मौसम=
|तापमान=
|प्रसिद्धि=
|कब जाएँ=
|कैसे पहुँचें=हवाई जहाज़, रेल, बस आदि से पहुँचा जा सकता है।
|हवाई अड्डा=अमौसी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा
|रेलवे स्टेशन=[[चारबाग़ रेलवे स्टेशन लखनऊ|चारबाग़ रेलवे स्टेशन]], ऐशबाग़ रेलवे स्टेशन, लखनऊ सिटी रेलवे स्टेशन, आलमनगर रेलवे स्टेशन, बादशाहनगर रेलवे स्टेशन, अमौसी रेलवे स्टेशन
|बस अड्डा=चारबाग़ बस टर्मिनस, केसरबाग़ बस टर्मिनस, डॉ. भीमराव अम्बेडकर बस टर्मिनस
|यातायात=टैक्सी, साइकिल रिक्शा, ऑटोरिक्शा
|क्या देखें=भूलभुलैया, आसफ़ी मस्जिद, [[रूमी दरवाज़ा लखनऊ|रूमी दरवाज़ा]]
|कहाँ ठहरें=
|क्या खायें=
|क्या ख़रीदें=
|एस.टी.डी. कोड=0522
|ए.टी.एम=लगभग सभी
|सावधानी=
|मानचित्र लिंक=[http://maps.google.com/maps?q=Bara+Imambara+lucknow&hl=en&ll=26.877368,80.912247&spn=0.033916,0.055189&sll=26.87155,80.913105&sspn=0.067835,0.110378&vpsrc=6&hq=Bara+Imambara&hnear=Lucknow,+Uttar+Pradesh,+India&t=m&z=14&iwloc=A गूगल मानचित्र]
|संबंधित लेख=[[घंटाघर लखनऊ|घंटाघर]], [[छोटा इमामबाड़ा लखनऊ|छोटा इमामबाड़ा]], [[जामा मस्जिद लखनऊ|जामा मस्जिद]], [[मोती महल लखनऊ|मोती महल]]
|शीर्षक 1=
|पाठ 1=
|शीर्षक 2=
|पाठ 2=
|अन्य जानकारी=नवाब द्वारा अकाल राहत कार्यक्रम में निर्मित यह क़िला विशाल और भव्‍य संरचना है जिसे 'असाफाई इमामबाड़ा' भी कहते हैं।
|बाहरी कड़ियाँ=
|अद्यतन={{अद्यतन|17:55, 31 अक्टूबर 2011 (IST)}}
}}
[[भारत]] के [[उत्तर प्रदेश]] [[राज्य]] की राजधानी, [[लखनऊ]] एक आधुनिक शहर है, जिसके साथ भव्‍य ऐतिहासिक स्‍मारक होने का गर्व जुड़ा हुआ है। [[गंगा नदी]] की सहायक नदी, [[गोमती नदी|गोमती]] के किनारे बसा लखनऊ शहर अपने उद्यानों, बागीचों और अनोखी वास्‍तुकलात्‍मक इमारतों के लिए जाना जाता है। 'नवाबों के शहर' के नाम से मशहूर लखनऊ शहर में सांस्‍कृतिक और पाक कला के विभिन्‍न व्‍यंजनों से अपने आकर्षण को बनाए रखा है। इस शहर के लोग अपने विशिष्‍ट आकर्षण, तहजीब और [[उर्दू भाषा]] के लिए प्रसिद्ध हैं। लखनऊ शहर एक विशिष्‍ट प्रकार की कढ़ाई, चिकन से सजे हुए परिधानों और कपड़ों के लिए भी प्रसिद्ध है।
==निर्माण काल==
==निर्माण काल==
यह शहर बड़ा इमामबाड़ा नामक एक ऐतिहासिक द्वार का घर है, जहां एक ऐसी अद्भुत वास्‍तुकला दिखाई देती है जो आधुनिक वास्‍तुकार भी देख कर दंग रह जाएं। इमामबाड़े का निर्माण नवाब आसफ - उद - दौला ने 1784 में कराया था और इसके संकल्‍पनाकार 'किफायतउल्‍ला' थे, जो [[ताजमहल]] के वास्‍तुकार के संबंधी कह जाते हैं। नवाब द्वारा अकाल राहत कार्यक्रम में निर्मित यह क़िला विशाल और भव्‍य संरचना है जिसे 'असाफाई इमामबाड़ा' भी कहते हैं। इस संरचना में गोथिक प्रभाव के साथ राजपूत और मुग़ल वास्‍तुकलाओं का मिश्रण दिखाई देता है। बड़ा इमामबाड़ा एक रोचक भवन है। यह न तो मस्जिद है और न ही मकबरा, किन्‍तु इस विशाल भवन में कई मनोरंजक तत्‍व अंदर निर्मित हैं। कक्षों का निर्माण और वॉल्‍ट के उपयोग में सशक्‍त इस्‍लामी प्रभाव दिखाई देता है।
लखनऊ शहर बड़ा इमामबाड़ा नामक एक ऐतिहासिक द्वार का घर है, जहां एक ऐसी अद्भुत [[वास्तुकला]] दिखाई देती है जो आधुनिक वास्‍तुकार भी देख कर दंग रह जाएं। इमामबाड़े का निर्माण [[आसफ़उद्दौला|नवाब आसफ़उद्दौला]] ने 1784 में कराया था और इसके संकल्‍पनाकार 'किफायतउल्‍ला' थे, जो [[ताजमहल]] के वास्‍तुकार के संबंधी कह जाते हैं। नवाब द्वारा अकाल राहत कार्यक्रम में निर्मित यह क़िला विशाल और भव्‍य संरचना है जिसे 'असाफाई इमामबाड़ा' भी कहते हैं। इस संरचना में [[गोथिक कला|गोथिक]] प्रभाव के साथ राजपूत और [[मुग़लकालीन स्थापत्य एवं वास्तुकला|मुग़ल वास्‍तुकलाओं]] का मिश्रण दिखाई देता है। बड़ा इमामबाड़ा एक रोचक भवन है। यह न तो मस्जिद है और न ही मक़बरा, किन्‍तु इस विशाल भवन में कई मनोरंजक तत्‍व अंदर निर्मित हैं। कक्षों का निर्माण और वॉल्‍ट के उपयोग में सशक्‍त इस्‍लामी प्रभाव दिखाई देता है।
[[चित्र:Bada-imambada-and-asifi-masjid.JPG|thumb|left|बड़ा इमामबाड़ा और आसिफ़ी मस्जिद]]
==वास्तुकला==
==वास्तुकला==
बाड़ा इमामबाड़ा वास्‍तव में एक विहंगम आंगन के बाद बुना हुआ एक विशाल हॉल है, जहां दो विशाल तिहरे आर्च वाले रास्‍तों से पहुंचा जा सकता है। इमामबाड़े का केन्‍द्रीय कक्ष लगभग 50 मीटर लंबा और 16 मीटर चौड़ा है। स्‍तंभहीन इस कक्ष की छत 15 मीटर से अधिक ऊंची है। यह हॉल लकड़ी, लोहे या पत्‍थर के बीम के बाहरी सहारे के बिना खड़ी विश्‍व की अपने आप में सबसे बड़ी रचना है। इसकी छत को किसी बीम या गर्डर के उपयोग के बिना ईंटों को आपस में जोड़ कर खड़ा किया गया है। अत: इसे वास्‍तुकला की एक अद्भुत उपलब्धि के रूप में देखा जाता है।  
बड़ा इमामबाड़ा वास्‍तव में एक विहंगम आंगन के बाद बना हुआ एक विशाल हॉल है, जहां दो विशाल तिहरे आर्च वाले रास्‍तों से पहुंचा जा सकता है। इमामबाड़े का केन्‍द्रीय कक्ष लगभग 50 मीटर लंबा और 16 मीटर चौड़ा है। स्‍तंभहीन इस कक्ष की छत 15 मीटर से अधिक ऊंची है। यह हॉल लकड़ी, [[लोहा|लोहे]] या पत्‍थर के बीम के बाहरी सहारे के बिना खड़ी विश्‍व की अपने आप में सबसे बड़ी रचना है। इसकी छत को किसी बीम या गर्डर के उपयोग के बिना ईंटों को आपस में जोड़ कर खड़ा किया गया है। अत: इसे वास्‍तुकला की एक अद्भुत उपलब्धि के रूप में देखा जाता है।  
==भूलभुलैया==
==भूलभुलैया==
इस भवन में तीन विशाल कक्ष हैं, इसकी दीवारों के बीच छुपे हुए लम्‍बे गलियारे हैं, जो लगभग 20 फीट मोटी हैं। यह घनी, गहरी रचना भूलभुलैया कहलाती है और इसमें केवल तभी जाना चाहिए जब आपका दिल मजबूत हो। इसमें 1000 से अधिक छोटे छोटे रास्‍तों का जाल है जिनमें से कुछ के सिरे बंद हैं और कुछ प्रपाती बूंदों में समाप्‍त होते हैं, जबकि कुछ अन्‍य प्रवेश या बाहर निकलने के बिन्‍दुओं पर समाप्‍त होते हैं। एक अनुमोदित मार्गदर्शक की सहायता लेने की सिफारिश की जाती है, यदि आप इस भूलभुलैया में खोए बिना वापस आना चाहते हैं।
इस भवन में तीन विशाल कक्ष हैं, इसकी दीवारों के बीच छुपे हुए लम्‍बे गलियारे हैं, जो लगभग 20 फीट मोटी हैं। यह घनी, गहरी रचना भूलभुलैया कहलाती है और इसमें केवल तभी जाना चाहिए जब आपका दिल मज़बूत हो। इसमें 1000 से अधिक छोटे छोटे रास्‍तों का जाल है जिनमें से कुछ के सिरे बंद हैं और कुछ प्रपाती बूंदों में समाप्‍त होते हैं, जबकि कुछ अन्‍य प्रवेश या बाहर निकलने के बिन्‍दुओं पर समाप्‍त होते हैं। एक अनुमोदित मार्गदर्शक की सहायता लेने की सिफारिश की जाती है, यदि आप इस भूलभुलैया में खोए बिना वापस आना चाहते हैं।
==बावड़ी==
==बावड़ी==
इमामबाड़े की एक और विहित संरचना 5 मंजिला बावड़ी (सीढ़ीदार कुंआ) है, जो पूर्व नवाबी युग की है। शाही हमाम नामक यह बाबड़ी गोमती नदी से जुड़ी है। इसमें पानी से ऊपर केवल दो मंजिलें हैं, शेष तल पानी के अंदर पूरे साल डूबे रहते हैं।
इमामबाड़े की एक और विहित संरचना 5 मंजिला बावड़ी (सीढ़ीदार कुंआ) है, जो पूर्व नवाबी युग की है। शाही हमाम नामक यह बाबड़ी गोमती नदी से जुड़ी है। इसमें पानी से ऊपर केवल दो मंज़िले हैं, शेष तल पानी के अंदर पूरे साल डूबे रहते हैं।
[[चित्र:Bada-Imambara-Masjid-15.jpg|बड़ा इमामबाड़ा, [[लखनऊ]]|thumb|left]]
{{लेख प्रगति |आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध=}}
==वीथिका==
{{Panorama
|image =चित्र:Bara-Imambara-Panorama.jpg
|height =250
|alt =बड़ा इमामबाड़ा
|caption= [[लखनऊ]] के बड़ा इमामबाड़ा का विहंगम दृश्य
}}
<gallery>
चित्र:Gates-Of-Bara-Imambara-And-Rumi-Darwaza.jpg|बड़े इमामबाड़े और [[रूमी दरवाज़ा लखनऊ|रूमी दरवाज़े]] का द्वार, [[लखनऊ]] (1900)
चित्र:Iman-Barra-And-Roome-Durwaza-From-Moosah-Bagh.jpg|मूसा बाग़ से बड़े इमामबाड़े और [[रूमी दरवाज़ा लखनऊ|रूमी दरवाज़े]] का एक दृश्य, [[लखनऊ]] (1860)
चित्र:Bada-imambada-4.JPG|बड़ा इमामबाड़ा, [[लखनऊ]]
चित्र:Bada-imambada-from-rumi-darwaza.JPG|[[रूमी दरवाज़ा लखनऊ|रूमी दरवाज़े]] से बड़ा इमामबाड़ा, [[लखनऊ]]
चित्र:Bada-Imambara-16.jpg|बड़ा इमामबाड़ा, [[लखनऊ]]
चित्र:Bara-Imambara-Lucknow-14.jpg|बड़ा इमामबाड़ा, [[लखनऊ]]
चित्र:Bara-Imambara-Lucknow.jpg|बड़ा इमामबाड़ा, [[लखनऊ]] (1790-1800)
चित्र:Mosque-Of-The-Bara-Imambara-Lucknow.jpg|मस्जिद, बड़ा इमामबाड़ा, [[लखनऊ]] ([[मार्च]] और [[जुलाई]] 1803)
चित्र:Asafi-Masjid-Bara-Imambara.jpg|आसफ़ी मस्जिद, बड़ा इमामबाड़ा, [[लखनऊ]]
चित्र:Bada-imambada-3.JPG|बड़ा इमामबाड़ा (भीतरी दरवाज़ा)
चित्र:Bara-Imambara-Lucknow-2.jpg|बड़ा इमामबाड़ा, [[लखनऊ]] (1900)
चित्र:Bara-Imambara-Lucknow-1.jpg|बड़ा इमामबाड़ा, [[लखनऊ]] (1814 - 1815)
चित्र:Bara-Imambara-Lucknow-3.jpg|बड़ा इमामबाड़ा, [[लखनऊ]]
</gallery>


 
==संबंधित लेख==
[[Category:उत्तर_प्रदेश_के_ऐतिहासिक_स्थान]]
{{उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थल}}
[[Category:उत्तर_प्रदेश_के_पर्यटन_स्थल]]
[[Category:लखनऊ]]
[[Category:उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थल]]
[[Category:उत्तर प्रदेश]]
[[Category:पर्यटन कोश]]
__INDEX__
__INDEX__
__NOTOC__

Latest revision as of 10:26, 20 October 2016

बड़ा इमामबाड़ा लखनऊ
विवरण बड़ा इमामबाड़ा लखनऊ का एक ऐतिहासिक स्‍मारक है। इसे भूलभुलैया भी कहते हैं। यह आसफ़उद्दौला ने बनवाया था। लखनऊ के इस प्रसिद्ध इमामबाड़े का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व है।
राज्य उत्तर प्रदेश
ज़िला लखनऊ
निर्माता आसफ़उद्दौला
स्थापना 1784
भौगोलिक स्थिति उत्तर- 26.869104°; पूर्व- 80.912885°
मार्ग स्थिति चारबाग़ रेलवे स्टेशन से बड़ा इमामबाड़ा 5.3 किमी की दूरी पर स्थित है।
कैसे पहुँचें हवाई जहाज़, रेल, बस आदि से पहुँचा जा सकता है।
हवाई अड्डा अमौसी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा
रेलवे स्टेशन चारबाग़ रेलवे स्टेशन, ऐशबाग़ रेलवे स्टेशन, लखनऊ सिटी रेलवे स्टेशन, आलमनगर रेलवे स्टेशन, बादशाहनगर रेलवे स्टेशन, अमौसी रेलवे स्टेशन
बस अड्डा चारबाग़ बस टर्मिनस, केसरबाग़ बस टर्मिनस, डॉ. भीमराव अम्बेडकर बस टर्मिनस
यातायात टैक्सी, साइकिल रिक्शा, ऑटोरिक्शा
क्या देखें भूलभुलैया, आसफ़ी मस्जिद, रूमी दरवाज़ा
एस.टी.डी. कोड 0522
ए.टी.एम लगभग सभी
चित्र:Map-icon.gif गूगल मानचित्र
संबंधित लेख घंटाघर, छोटा इमामबाड़ा, जामा मस्जिद, मोती महल


अन्य जानकारी नवाब द्वारा अकाल राहत कार्यक्रम में निर्मित यह क़िला विशाल और भव्‍य संरचना है जिसे 'असाफाई इमामबाड़ा' भी कहते हैं।
अद्यतन‎

भारत के उत्तर प्रदेश राज्य की राजधानी, लखनऊ एक आधुनिक शहर है, जिसके साथ भव्‍य ऐतिहासिक स्‍मारक होने का गर्व जुड़ा हुआ है। गंगा नदी की सहायक नदी, गोमती के किनारे बसा लखनऊ शहर अपने उद्यानों, बागीचों और अनोखी वास्‍तुकलात्‍मक इमारतों के लिए जाना जाता है। 'नवाबों के शहर' के नाम से मशहूर लखनऊ शहर में सांस्‍कृतिक और पाक कला के विभिन्‍न व्‍यंजनों से अपने आकर्षण को बनाए रखा है। इस शहर के लोग अपने विशिष्‍ट आकर्षण, तहजीब और उर्दू भाषा के लिए प्रसिद्ध हैं। लखनऊ शहर एक विशिष्‍ट प्रकार की कढ़ाई, चिकन से सजे हुए परिधानों और कपड़ों के लिए भी प्रसिद्ध है।

निर्माण काल

लखनऊ शहर बड़ा इमामबाड़ा नामक एक ऐतिहासिक द्वार का घर है, जहां एक ऐसी अद्भुत वास्तुकला दिखाई देती है जो आधुनिक वास्‍तुकार भी देख कर दंग रह जाएं। इमामबाड़े का निर्माण नवाब आसफ़उद्दौला ने 1784 में कराया था और इसके संकल्‍पनाकार 'किफायतउल्‍ला' थे, जो ताजमहल के वास्‍तुकार के संबंधी कह जाते हैं। नवाब द्वारा अकाल राहत कार्यक्रम में निर्मित यह क़िला विशाल और भव्‍य संरचना है जिसे 'असाफाई इमामबाड़ा' भी कहते हैं। इस संरचना में गोथिक प्रभाव के साथ राजपूत और मुग़ल वास्‍तुकलाओं का मिश्रण दिखाई देता है। बड़ा इमामबाड़ा एक रोचक भवन है। यह न तो मस्जिद है और न ही मक़बरा, किन्‍तु इस विशाल भवन में कई मनोरंजक तत्‍व अंदर निर्मित हैं। कक्षों का निर्माण और वॉल्‍ट के उपयोग में सशक्‍त इस्‍लामी प्रभाव दिखाई देता है। thumb|left|बड़ा इमामबाड़ा और आसिफ़ी मस्जिद

वास्तुकला

बड़ा इमामबाड़ा वास्‍तव में एक विहंगम आंगन के बाद बना हुआ एक विशाल हॉल है, जहां दो विशाल तिहरे आर्च वाले रास्‍तों से पहुंचा जा सकता है। इमामबाड़े का केन्‍द्रीय कक्ष लगभग 50 मीटर लंबा और 16 मीटर चौड़ा है। स्‍तंभहीन इस कक्ष की छत 15 मीटर से अधिक ऊंची है। यह हॉल लकड़ी, लोहे या पत्‍थर के बीम के बाहरी सहारे के बिना खड़ी विश्‍व की अपने आप में सबसे बड़ी रचना है। इसकी छत को किसी बीम या गर्डर के उपयोग के बिना ईंटों को आपस में जोड़ कर खड़ा किया गया है। अत: इसे वास्‍तुकला की एक अद्भुत उपलब्धि के रूप में देखा जाता है।

भूलभुलैया

इस भवन में तीन विशाल कक्ष हैं, इसकी दीवारों के बीच छुपे हुए लम्‍बे गलियारे हैं, जो लगभग 20 फीट मोटी हैं। यह घनी, गहरी रचना भूलभुलैया कहलाती है और इसमें केवल तभी जाना चाहिए जब आपका दिल मज़बूत हो। इसमें 1000 से अधिक छोटे छोटे रास्‍तों का जाल है जिनमें से कुछ के सिरे बंद हैं और कुछ प्रपाती बूंदों में समाप्‍त होते हैं, जबकि कुछ अन्‍य प्रवेश या बाहर निकलने के बिन्‍दुओं पर समाप्‍त होते हैं। एक अनुमोदित मार्गदर्शक की सहायता लेने की सिफारिश की जाती है, यदि आप इस भूलभुलैया में खोए बिना वापस आना चाहते हैं।

बावड़ी

इमामबाड़े की एक और विहित संरचना 5 मंजिला बावड़ी (सीढ़ीदार कुंआ) है, जो पूर्व नवाबी युग की है। शाही हमाम नामक यह बाबड़ी गोमती नदी से जुड़ी है। इसमें पानी से ऊपर केवल दो मंज़िले हैं, शेष तल पानी के अंदर पूरे साल डूबे रहते हैं। [[चित्र:Bada-Imambara-Masjid-15.jpg|बड़ा इमामबाड़ा, लखनऊ|thumb|left]]

पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

वीथिका

[[चित्र:Bara-Imambara-Panorama.jpg|x250px|alt=बड़ा इमामबाड़ा|लखनऊ के बड़ा इमामबाड़ा का विहंगम दृश्य]]
लखनऊ के बड़ा इमामबाड़ा का विहंगम दृश्य

संबंधित लेख