बिहारी भाषाएँ: Difference between revisions
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Revision as of 13:03, 10 January 2011
भारत के बिहार राज्य और नेपाल के तराई क्षेत्र में बोली जाने वाली भारतीय- आर्य भाषाएँ। इस श्रेणी में तीन भाषाएँ हैं,
- पूर्व में मैथिली (तिरहुतिया)
- मागधी मगध महाजनपद के नाम पर
- पश्चिम में भोजपुरी।
प्राचीन मिथिला भूमि (वर्तमान तिरहुत) में बोली जाने वाली मैथिली, विद्वानों के द्वारा प्रयुक्त होने के कारण विख्यात थी और अब भी इसके अप्रचलित भाषाशास्त्रीय स्वरूप विद्यमान हैं। यह अपने साहित्य के लिए विख्यात है और 1947 से यह रूचि का विषय बना हुआ है। मगही भी कहलाने वाली मागधी को मागधी प्राकृत का आधुनिक प्रतिनिधि माना जाता है। हालांकि भोजपुरी का लिखित साहित्य अधिक नहीं है, यह अपनी समृद्ध मौखिक लोकगीत परंपरा के लिए जानी जाती है।
भाषाशास्त्रीय दृष्टिकोण से बिहारी भाषाएँ बांग्ला से संबंधित हैं, लेकिन सांस्कृतिक रूप से हिंदी के साथ इनकी पहचान होती है। अधिकांश शिक्षित बिहारीभाषी लोग बांग्ला और हिंदी भी जानते हैं।
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