उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था: Difference between revisions
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उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था
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राजधानी | लखनऊ |
राजभाषा(एँ) | हिन्दी भाषा, उर्दू भाषा |
स्थापना | 12 जनवरी, 1950 |
जनसंख्या | 19,95,81,477[1][2] |
· घनत्व | 828[2] /वर्ग किमी |
क्षेत्रफल | 2,40,928 वर्ग किमी |
जलवायु | उष्णदेशीय मानसून |
तापमान | 31 °C |
· ग्रीष्म | 46 °C |
· शरद | 5°C |
मंडल | 18 |
ज़िले | 75[2] |
सबसे बड़ा नगर | कानपुर |
महानगर | कानपुर |
बड़े नगर | लखनऊ, इलाहाबाद, आगरा, मेरठ, वाराणसी, ग़ाज़ियाबाद, कानपुर |
मुख्य ऐतिहासिक स्थल | वाराणसी, आगरा, इलाहाबाद, कन्नौज, कुशीनगर, कौशाम्बी, चित्रकूट, झांसी, फ़ैज़ाबाद, मेरठ, मथुरा |
मुख्य पर्यटन स्थल | मथुरा, वृन्दावन, आगरा, वाराणसी, अयोध्या, चित्रकूट, फ़तेहपुर सीकरी, सारनाथ, श्रावस्ती, कुशीनगर |
मुख्य धर्म-सम्प्रदाय | हिन्दू, इस्लाम, ईसाई, बौद्ध, जैन एवं अन्य |
लिंग अनुपात | 1000:908[2] ♂/♀ |
साक्षरता | 69.72% |
· स्त्री | 59.26% |
· पुरुष | 79.24% |
उच्च न्यायालय | इलाहाबाद |
राज्यपाल | आनंदीबेन पटेल |
मुख्यमंत्री | योगी आदित्यनाथ[3] |
उपमुख्यमंत्री | 1. केशव प्रसाद मौर्य 2. दिनेश शर्मा |
विधानसभा सदस्य | 404 |
विधान परिषद सदस्य | 100 |
लोकसभा क्षेत्र | 80 |
राज्यसभा सदस्य | 30 |
बाहरी कड़ियाँ | अधिकारिक वेबसाइट |
अद्यतन | 12:44, 7 जून 2017 (IST)
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उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था के निम्न साधन हैं-
संसाधन
आर्थिक तौर पर उत्तर प्रदेश देश के अत्यधिक अल्पविकसित राज्यों में से एक है। यह मुख्यत: कृषि प्रधान राज्य है और यहाँ की तीन-चौथाई (75 प्रतिशत) से अधिक जनसंख्या कृषि कार्यों में लगी हुई है। राज्य में औद्योगिकीकरण के लिए महत्त्वपूर्ण खनिज एवं ऊर्जा संसाधनों की कमी है। यहाँ पर केवल सिलिका, चूना पत्थर व कोयले जैसे खनिज पदार्थ ही उल्लेखनीय मात्रा में पाए जाते हैं। इसके अलावा यहाँ जिप्सम, मैग्नेटाइट, फ़ॉस्फ़ोराइट और बॉक्साइट के अल्प भण्डार भी पाए जाते हैं।
कृषि एवं वानिकी
राज्य की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार कृषि है। चावल, गेहूँ, ज्वार, बाजरा, जौ और गन्ना राज्य की मुख्य फ़सलें हैं। 1960 के दशक से गेहूँ व चावल की उच्च पैदावार वाले बीजों के प्रयोग, उर्वरकों की अधिक उपलब्धता और सिंचाई के अधिक इस्तेमाल से उत्तर प्रदेश खाद्यान्न का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य बन गया है। यद्यपि किसान दो प्रमुख समस्याओं से ग्रस्त हैं: आर्थिक रूप से अलाभकारी छोटे खेत और बेहतर उत्पादन के लिए प्रौद्योगिकी में निवेश करने के लिए अपर्याप्त संसाधन, राज्य की अधिकतम कृषि भूमि किसानों को मुश्किल से ही भरण-पोषण कर पाती है। पशुधन व डेयरी उद्योग आय के अतिरिक्त स्रोत हैं। उत्तर प्रदेश में भारत के किसी भी शहर के मुक़ाबले सर्वाधिक पशु पाए जाते हैं। हालांकि प्रति गाय दूध का उत्पादन कम है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 2011 के अनुसार
- ↑ 2.0 2.1 2.2 2.3 Statistics Of Uttar Pradesh (हिंदी) आधिकारिक वेबसाइट। अभिगमन तिथि: 16 जुलाई, 2014।
- ↑ उत्तर प्रदेश सरकार (हिन्दी) उत्तर प्रदेश की आधिकारिक वेबसाइट। अभिगमन तिथि: 16 जुलाई, 2014।