कँगसी
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 10:13, 24 October 2021 by रविन्द्र प्रसाद (talk | contribs) (''''कँगसी''' - संज्ञा स्त्रीलिंग (संस्कृत कङ्कनी = क...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
कँगसी - संज्ञा स्त्रीलिंग (संस्कृत कङ्कनी = कँगही)[1]
पंजा गठना। कक्कन। कँची।
क्रिया प्रयोग- बाँधना। गठना।
यौगिक- कंगसी की उड़ान = मालखंभ में एक प्रकार की सादी पकड़, जिसमें दोनों हाथों से कँगसी बाँधकर या पंजा गठकर उड़ना पड़ता है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 730 |
संबंधित लेख
|
वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज
Retrieved from "https://en.bharatdiscovery.org/w/index.php?title=कँगसी&oldid=669400"