Difference between revisions of "प्रयोग:शिल्पी2"

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
Line 50: Line 50:
 
-[[मुम्बई]]
 
-[[मुम्बई]]
 
-[[दिल्ली]]
 
-[[दिल्ली]]
||[[चित्र:Vidhan-Soudha-Bangalore.jpg|thumb|120px|right|[[विधान सौध बंगलोर|विधान सौध]], बंगलोर]]बंगलोर [[कर्नाटक]] (भूतपूर्व मैसूर) राज्य का 1830 से शहर और राजधानी है। बंगलोर [[भारत]] का सातवाँ सबसे बड़ा शहर है। समुद्र तल से 949 मीटर की ऊँचाई पर कर्नाटक पठार की पूर्वी-पश्चिमी श्रृंखला सीमा पर स्थित यह शहर राज्य के दक्षिण पूर्वी भाग में है। शरद एवं ग्रीष्म ॠतु में खुशगवार मौसम के कारण निवास के लिए लोकप्रिय स्थान है, लेकिन यहाँ की बढ़ती औद्योगिक और घरेलू ज़रूरतों के लिये जल आपूर्ति एक समस्या है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बेंगळूरू]]
+
||[[चित्र:Vidhan-Soudha-Bangalore.jpg|thumb|120px|right|[[विधान सौध बंगलोर|विधान सौध]], बंगलोर]]बंगलोर [[कर्नाटक]] (भूतपूर्व [[मैसूर]]) राज्य का 1830 से शहर और राजधानी है। बंगलोर [[भारत]] का सातवाँ सबसे बड़ा शहर है। समुद्र तल से 949 मीटर की ऊँचाई पर कर्नाटक पठार की पूर्वी-पश्चिमी श्रृंखला सीमा पर स्थित यह शहर राज्य के दक्षिण पूर्वी भाग में है। शरद एवं ग्रीष्म ॠतु में खुशगवार मौसम के कारण निवास के लिए लोकप्रिय स्थान है, लेकिन यहाँ की बढ़ती औद्योगिक और घरेलू ज़रूरतों के लिये जल आपूर्ति एक समस्या है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बेंगळूरू]]
  
 
{राजस्व आय से अधिक राजस्व ख़र्च हो तो उसे क्या कहा जाता है?
 
{राजस्व आय से अधिक राजस्व ख़र्च हो तो उसे क्या कहा जाता है?
Line 73: Line 73:
 
-[[उड़ीसा]]
 
-[[उड़ीसा]]
 
-[[मद्रास]]
 
-[[मद्रास]]
||[[चित्र:Ponmudi-Hills-Thiruvananthapuram.jpg|thumb|120px|right|पोनमुदी पर्वत, [[तिरुअनंतपुरम]]]]तिरुअनंतपुरम [[केरल]] की राजधानी है, पहले इसका नाम त्रिवेन्द्रम था। [[देवता|देवताओं]] की नगरी के नाम से मशहूर तिरुअनंतपुरम को [[महात्मा गांधी]] ने सदाबहार शहर की संज्ञा दी थी। इस शहर का नाम [[शेषनाग]] अनंत के नाम पर पड़ा, जिनके ऊपर पद्मनाभस्वामी (भगवान [[विष्णु]]) विश्राम करते हैं। अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बनने के बाद से यह शहर एक प्रमुख पर्यटक और व्यवसायिक केंद्र के रूप में स्थापित हुआ है। इसकी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और ख़ूबसूरत तटों से आकर्षित होकर प्रतिवर्ष हजारों पर्यटक यहाँ खीचें चले आते हैं।[[तिरुअनन्तपुरम]]
+
||[[चित्र:Ponmudi-Hills-Thiruvananthapuram.jpg|thumb|120px|right|पोनमुदी पर्वत, [[तिरुअनंतपुरम]]]]तिरुअनंतपुरम [[केरल]] की राजधानी है, पहले इसका नाम त्रिवेन्द्रम था। [[देवता|देवताओं]] की नगरी के नाम से मशहूर तिरुअनंतपुरम को [[महात्मा गांधी]] ने सदाबहार शहर की संज्ञा दी थी। इस शहर का नाम [[शेषनाग]] अनंत के नाम पर पड़ा, जिनके ऊपर पद्मनाभस्वामी (भगवान [[विष्णु]]) विश्राम करते हैं। अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बनने के बाद से यह शहर एक प्रमुख पर्यटक और व्यवसायिक केंद्र के रूप में स्थापित हुआ है। इसकी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और ख़ूबसूरत तटों से आकर्षित होकर प्रतिवर्ष ह्ज़ारों पर्यटक यहाँ खिचे चले आते हैं।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[तिरुअनन्तपुरम]]
  
 
{[[राजस्थान]] की इंदिरा गाँधी नहर किस नदी से निकाली गयी है?
 
{[[राजस्थान]] की इंदिरा गाँधी नहर किस नदी से निकाली गयी है?
Line 91: Line 91:
 
-[[दिल्ली]] से [[मुंबई]] तक
 
-[[दिल्ली]] से [[मुंबई]] तक
 
||[[चित्र:Ganga-River-Varanasi.jpg|right|[[गंगा नदी]], [[वाराणसी]]|thumb|120px]] [[गंगा नदी]] के तट पर बसे इस शहर को ही भगवान [[शिव]] ने पृथ्‍वी पर अपना स्‍थायी निवास बनाया था। यह भी माना जाता है कि [[वाराणसी]] का निर्माण सृष्टि रचना के प्रारम्भिक चरण में ही हुआ था। यह शहर प्रथम ज्‍योर्तिलिंग का भी शहर है। [[पुराण|पुराणों]] में वाराणसी को ब्रह्मांड का केंद्र बताया गया है तथा यह भी कहा गया है, कि यहाँ के कण-कण में शिव निवास करते हैं। वाराणसी के लोगों के अनुसार, [[काशी]] के कण-कण में शिवशंकर हैं। इनके कहने का अर्थ यह है कि यहाँ के प्रत्‍येक पत्‍थर में शिव का निवास है। कहते हैं कि काशी शंकर भगवान के त्रिशूल पर टिकी है। {{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[वाराणसी]]
 
||[[चित्र:Ganga-River-Varanasi.jpg|right|[[गंगा नदी]], [[वाराणसी]]|thumb|120px]] [[गंगा नदी]] के तट पर बसे इस शहर को ही भगवान [[शिव]] ने पृथ्‍वी पर अपना स्‍थायी निवास बनाया था। यह भी माना जाता है कि [[वाराणसी]] का निर्माण सृष्टि रचना के प्रारम्भिक चरण में ही हुआ था। यह शहर प्रथम ज्‍योर्तिलिंग का भी शहर है। [[पुराण|पुराणों]] में वाराणसी को ब्रह्मांड का केंद्र बताया गया है तथा यह भी कहा गया है, कि यहाँ के कण-कण में शिव निवास करते हैं। वाराणसी के लोगों के अनुसार, [[काशी]] के कण-कण में शिवशंकर हैं। इनके कहने का अर्थ यह है कि यहाँ के प्रत्‍येक पत्‍थर में शिव का निवास है। कहते हैं कि काशी शंकर भगवान के त्रिशूल पर टिकी है। {{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[वाराणसी]]
||[[चित्र:Kanyakumari-Temple.jpg|thumb|120px|कन्याकुमारी मंदिर, [[कन्याकुमारी]]]]यह स्थान एक खाड़ी, एक सागर और एक महासागर का मिलन बिंदु है। अपार जलराशि से घिरे इस स्थल के पूर्व में [[बंगाल की खाड़ी]], पश्चिम में [[अरब सागर]] एवं दक्षिण में हिंद महासागर है। यहाँ आकर हर व्यक्ति को प्रकृति के अनंत स्वरूप के दर्शन होते हैं। सागर-त्रय के संगम की इस दिव्यभूमि पर मां भगवती देवी कुमारी के रूप में विद्यमान हैं। इस पवित्र स्थान को एलेक्जेंड्रिया ऑफ ईस्ट की उपमा से विदेशी सैलानियों ने नवाजा है। यहाँ पहुंच कर लगता है मानो पूर्व में सभ्यता की शुरूआत यहीं से हुई होगी। [[अंग्रेज़|अंग्रेज़ों]] ने इस स्थल को केप कोमोरिन कहा था। [[तिरुअनंतपुरम]] के बेहद निकट होने के कारण सामान्यत: समझा जाता है कि यह शहर [[केरल]] राज्य में स्थित है, लेकिन [[कन्याकुमारी]] वास्तव में [[तमिलनाडु]] राज्य का एक ख़ास पर्यटन स्थल है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[कन्याकुमारी]]
+
||[[चित्र:Kanyakumari-Temple.jpg|thumb|120px|कन्याकुमारी मंदिर, [[कन्याकुमारी]]]]यह स्थान एक खाड़ी, एक सागर और एक महासागर का मिलन बिंदु है। अपार जलराशि से घिरे इस स्थल के पूर्व में [[बंगाल की खाड़ी]], पश्चिम में [[अरब सागर]] एवं दक्षिण में [[हिंद महासागर]] है। यहाँ आकर हर व्यक्ति को प्रकृति के अनंत स्वरूप के दर्शन होते हैं। सागर-त्रय के संगम की इस दिव्यभूमि पर मां भगवती देवी कुमारी के रूप में विद्यमान हैं। इस पवित्र स्थान को एलेक्जेंड्रिया ऑफ़ ईस्ट की उपमा से विदेशी सैलानियों ने नवाजा है। यहाँ पहुंच कर लगता है मानो पूर्व में सभ्यता की शुरूआत यहीं से हुई होगी। [[अंग्रेज़|अंग्रेज़ों]] ने इस स्थल को केप कोमोरिन कहा था। [[तिरुअनंतपुरम]] के बेहद निकट होने के कारण सामान्यत: समझा जाता है कि यह शहर [[केरल]] राज्य में स्थित है, लेकिन [[कन्याकुमारी]] वास्तव में [[तमिलनाडु]] राज्य का एक ख़ास पर्यटन स्थल है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[कन्याकुमारी]]
  
 
{[[माउण्ट एवरेस्ट]] पर्वत किन दो देशों की सीमा बनाता है?
 
{[[माउण्ट एवरेस्ट]] पर्वत किन दो देशों की सीमा बनाता है?
Line 99: Line 99:
 
-[[नेपाल]] और [[भूटान]]
 
-[[नेपाल]] और [[भूटान]]
 
-[[भारत]] और [[पाकिस्तान]]
 
-[[भारत]] और [[पाकिस्तान]]
||मिथिला के शासक नान्यदेव ने नेपाल पर अपना नाममात्र की प्रभुता स्थापित कर ली। यक्षमल्ल ने मृत्यु के पूर्व ही राज्य का बंटवारा अपने पुत्रों और पुत्रियों में कर दिया था। इस विभाजन के फलस्वरूप नेपाल, काठमांडू तथा भातगाँव के दो परस्पर प्रतिद्वन्द्वि राज्यों में बँट गया। इन झगड़ों का लाभ उठाकर पश्चिमी हिमालय के प्रदेशों में बसने वाली गोरखा जाति ने 1768 ई. में नेपाल पर अधिकार कर लिया। शनैः शनैः गोरखाओं ने अपनी सैनिक शक्ति में बुद्धि कर नेपाल को एक शक्तिशाली राज्य बना दिया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[नेपाल]]
+
||मिथिला के शासक नान्यदेव ने नेपाल पर अपनी नाममात्र की प्रभुता स्थापित कर ली। यक्षमल्ल ने मृत्यु के पूर्व ही राज्य का बंटवारा अपने पुत्रों और पुत्रियों में कर दिया था। इस विभाजन के फलस्वरूप नेपाल, काठमांडू तथा भातगाँव के दो परस्पर प्रतिद्वन्द्वि राज्यों में बँट गया। इन झगड़ों का लाभ उठाकर पश्चिमी [[हिमालय]] के प्रदेशों में बसने वाली [[गोरखा|गोरखा जाति]] ने 1768 ई. में नेपाल पर अधिकार कर लिया। शनैः शनैः गोरखाओं ने अपनी सैनिक शक्ति में बुद्धि कर नेपाल को एक शक्तिशाली राज्य बना दिया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[नेपाल]]
||[[भारत]] और [[चीन]] के विदेशमंत्रियों ने भी क्रमशः जून, [[2008]] और सितंबर, 2008 में एक-दूसरे देश की यात्रा की। इन यात्राओं के दौरान गुवान्झू और [[कोलकाता]] में नए, महावाणिज्य दूतावासों का औपचारिक रूप से विमोचन किया गया। आपसी व्यापार 2008 में 51.8 अरब अमरीकी डॉलर पर पहुँच गया जो दोनों प्रधानमंत्रियों द्वारा 2010 के लिए तय किए गए 60 अरब अमरीकी डॉलर मूल्य के लक्ष्य के क़्ररीब है। रक्षा संबंधों के क्षेत्र में सहयोग और आदान-प्रदान भी जारी रहा। इसके अंतर्गत दिसंबर, 2008 में भारत में दूसरा सयुक्त सैन्य अभ्यास और दूसरी वार्षिक रक्षा वार्ता आयोजित की गई। भारत-[[चीन]] सीमा विवाद के बारे में 12 वें दौर के विचार-विमर्श के लिए दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधियों की बैठक सितबंर, 2008 में हुई। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[चीन]]
+
||[[भारत]] और [[चीन]] के विदेशमंत्रियों ने भी क्रमशः जून, [[2008]] और सितंबर, 2008 में एक-दूसरे देश की यात्रा की। इन यात्राओं के दौरान गुवान्झू और [[कोलकाता]] में नए महावाणिज्य दूतावासों का औपचारिक रूप से विमोचन किया गया। आपसी व्यापार 2008 में 51.8 अरब अमरीकी डॉलर पर पहुँच गया जो दोनों प्रधानमंत्रियों द्वारा 2010 के लिए तय किए गए 60 अरब अमरीकी डॉलर मूल्य के लक्ष्य के क़्ररीब है। रक्षा संबंधों के क्षेत्र में सहयोग और आदान-प्रदान भी जारी रहा। इसके अंतर्गत दिसंबर, 2008 में भारत में दूसरा सयुक्त सैन्य अभ्यास और दूसरी वार्षिक रक्षा वार्ता आयोजित की गई। भारत-[[चीन]] सीमा विवाद के बारे में 12 वें दौर के विचार-विमर्श के लिए दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधियों की बैठक सितबंर, 2008 में हुई। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[चीन]]
  
 
{ग्रांड बैंक कहाँ स्थित है?
 
{ग्रांड बैंक कहाँ स्थित है?
Line 115: Line 115:
 
-[[कराकोरम पर्वतश्रेणी]]
 
-[[कराकोरम पर्वतश्रेणी]]
 
-[[विन्ध्याचल पर्वत]]
 
-[[विन्ध्याचल पर्वत]]
||अरावली उत्तर भारतीय पर्वतमाला है। [[राजस्थान]] राज्य के पूर्वोत्तर क्षेत्र से गुज़रती 560 किलोमीटर लम्बी इस पर्वतमाला की कुछ चट्टानी पहाड़ियाँ [[दिल्ली]] के दक्षिण हिस्से तक चली गई हैं। शिखरों एवं कटकों की श्रृखलाएँ, जिनका फैलाव 10 से 100 किलोमीटर है, सामान्यत: 300 से 900 मीटर ऊँची हैं।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[अरावली पर्वतमाला]]
+
||अरावली उत्तर भारतीय पर्वतमाला है। [[राजस्थान]] राज्य के पूर्वोत्तर क्षेत्र से गुज़रती 560 किलोमीटर लम्बी इस पर्वतमाला की कुछ चट्टानी पहाड़ियाँ [[दिल्ली]] के दक्षिण हिस्से तक चली गईं हैं। शिखरों एवं कटकों की श्रृखलाएँ, जिनका फैलाव 10 से 100 किलोमीटर है, सामान्यत: 300 से 900 मीटर ऊँची हैं।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[अरावली पर्वतमाला]]
  
 
{[[भारत]] का सबसे बड़ा कोयला क्षेत्र कौनसा है?
 
{[[भारत]] का सबसे बड़ा कोयला क्षेत्र कौनसा है?
Line 137: Line 137:
 
-[[छत्तीसगढ़]]
 
-[[छत्तीसगढ़]]
 
-[[झारखंड]]
 
-[[झारखंड]]
||[[चित्र:Nilgiri-Hills.jpg|thumb|120px|[[नीलगिरि पहाड़ियाँ]], [[तमिलनाडु]]]]नीलगिरि पहाड़ियाँ, [[तमिलनाडु]] राज्य का पर्वतीय क्षेत्र है, जो दक्षिणी [[भारत]] में स्थित हैं। नीलगिरि की चोटियाँ आसपास के मैदानी क्षेत्र से अचानक उठकर 1,800 से 2,400 मीटर की ऊँचाई तक पहुँचती हैं; इनमें से एक चोटी डोडाबेट्टा, जिसकी ऊँचाई 2,637 के लगभग है, तमिलनाडु का शीर्ष बिन्दू है।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[नीलगिरि पहाड़ियाँ]]
+
||[[चित्र:Nilgiri-Hills.jpg|thumb|120px|[[नीलगिरि पहाड़ियाँ]], [[तमिलनाडु]]]]नीलगिरि पहाड़ियाँ, [[तमिलनाडु]] राज्य का पर्वतीय क्षेत्र है, जो दक्षिणी [[भारत]] में स्थित हैं। नीलगिरि की चोटियाँ आसपास के मैदानी क्षेत्र से अचानक उठकर 1,800 से 2,400 मीटर की ऊँचाई तक पहुँचती हैं; इनमें से एक चोटी डोडाबेट्टा, जिसकी ऊँचाई 2,637 के लगभग है, तमिलनाडु का शीर्ष बिन्दु है।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[नीलगिरि पहाड़ियाँ]]
  
 
[[चित्र:Nilgiri-Hills.jpg|thumb|150px|नीलगिरि पहाड़ियाँ, [[तमिलनाडु]]]]
 
[[चित्र:Nilgiri-Hills.jpg|thumb|150px|नीलगिरि पहाड़ियाँ, [[तमिलनाडु]]]]

Revision as of 06:17, 15 May 2011

samany jnan prashnottari
rajyoan ke samany jnan
Bulbgraph.png is samany jnan prashnottari mean kul 15 prashn haian. ise hal karane ke uparaant panne ke niche ki or "parinam dekhean" par klik karean aur uttaroan ka milan karean sath hi arjit aank bhi dekhean.

1 vikram sarabhaee antariksh kendr nimn mean se kis sthan par sthit hai?

shri harikota
pune
ahamadabad
tiruanantapuram

2 nimn mean se kaun-sa bharat sarakar ki rajakoshiy niti ka uddeshy nahian hai?

antarrashtriy vyapar ka niyaman
dhan tatha ay ka vitaran
mooly sthirata
poorn rojagar

3 nimn kathanoan mean se kaun-sa kathan sahi hai?

laghu jvar-bhata keval amavas ko ate haian.
brihat jvar-bhata poornima ko ate haian.
kha diyoan mean jvar-bhata nahian ate.
bharat ke pashchim tat mean din mean paanch bar jvar-bhata ate haian.

4 nimn mean se kaun-sa bharat ke sanvidhan dvara pratyabhoot maulik adhikar hai?

soochana ka adhikar
samanata ka adhikar
sampatti ka adhikar
shasan ka adhikar

5 vinivesh ka kya arth hai?

videshi mudra arjit karana
krishi mean sarakari bhagidari badhana
udyamoan mean sarakari bhagidari ghatana
uparokt mean se koee nahian

6 desh ke pahale niji eph. em. rediyo steshan 'rediyo siti' ne apana prasaran kahaan se shuroo kiya tha?

chennee
beangळooroo
mumbee
dilli

7 rajasv ay se adhik rajasv kharch ho to use kya kaha jata hai?

rajakoshiy ghata
rajasv ghata
rajakiy ghata
prathamik ghata

8 kis kendr shasit pradesh ka apana uchch nyayalay hai?

daman evan div
p aaundicheri
dilli
uparokt mean se kisi ka bhi nahian

9 tiruanantapuram ka purana nam kya hai?

triveandram
kashi
u disa
madras

10 rajasthan ki iandira gaandhi nahar kis nadi se nikali gayi hai?

ganga aur yamuna se
satalaj se vyas se
ganga aur sarasvati se
varuna aur asi se

11 sabase lamba rashtriy rajamarg (NH-7) kahaan se kahaan tak hai ?

kashmir se kanyakumari tak
dilli se kolakata tak
varanasi se kanyakumari tak
dilli se muanbee tak

12 maunt evarest parvat kin do deshoan ki sima banata hai?

nepal aur chin
sikkim aur nepal
nepal aur bhootan
bharat aur pakistan

13 graand baiank kahaan sthit hai?

prashaant mahasagar
hind mahasagar
bangal ki kha di
atalaantik mahasagar

15 bharat ka sabase b da koyala kshetr kaunasa hai?

dhanabad
jhariya
chhattisagadh
uttar pradesh

16 bharat mean maigrov vanaspati vistrit roop mean kahaan paee jati hai?

sundaravan
girivan
chandanavan
nidhivan

17 bharat mean pratham jaiv mandal arakshit kshetr kaun-sa hai?

nilagiri
jammoo-kashmir
chhattisagadh
jharakhand

18 prachin bharatiy bhaugolik manyata ke anusar bharatavarsh kis dvip ka khand tha?

pushkar dvip
jambudvip
krauanchadvip
kushadvip

19 1992-1993 mean kisaki upaj itani prachur matra mean huee ki use ek kirtiman mana gaya?

chaval
ganna
dalahan
tilahan

20 neyavali tap vidyut sanyantr ka bharan kisase karate haian?

goandavana koyala se
tritiyak koyala se
chaturthak koyala se
kaimbriyan koyala se

21 bharat mean sabase kam varsha vala sthan hai?

leh
bikaner
jaisalamer
cherapooanji

22 bharat mean janasankhya ghanattv ki drishti se sabase viral pradesh kaun-sa hai?

keral
bihar
rajasthan
jammoo-kashmir

23 rajyapal ki dohari bhoomika ka kya arth hai?

vastavik aur sanvaidhanik vyavasthapak
rajy v kendriy vyavasthapika donoan se sambandhit
sanvaidhanik shasak aur kendr ka ejeant
rajy ka pramukh aur vishesh paristhitiyoan mean rajy sarakar ka bhi pramukh

24 ravan ne kis sthan se sita ka haran kiya tha?

chitrakoot
panchavati
rrishyamook
kishkindha

25 nimn dhavakoan mean se arjun puraskar prapt karane vale pahale bharatiy dhavak kaun haian?

milkha sianh
ji. es. randhava
shri ram sianh
pi. ti. usha