नीलकण्ठ मन्दिर, बांदा: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
(''''नीलकण्ठ मन्दिर''' बांदा ज़िला, उत्तर प्रदेश के [[क...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "Category:हिन्दू धर्म कोश" to "Category:हिन्दू धर्म कोशCategory:धर्म कोश") |
||
Line 13: | Line 13: | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{उत्तर प्रदेश के मन्दिर}}{{उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थल}} | {{उत्तर प्रदेश के मन्दिर}}{{उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थल}} | ||
[[Category:उत्तर प्रदेश]][[Category:उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थल]][[Category:हिन्दू मन्दिर]][[Category:हिन्दू धार्मिक स्थल]][[Category:धार्मिक स्थल कोश]][[Category:हिन्दू धर्म कोश]][[Category:पर्यटन कोश]] | [[Category:उत्तर प्रदेश]][[Category:उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थल]][[Category:हिन्दू मन्दिर]][[Category:हिन्दू धार्मिक स्थल]][[Category:धार्मिक स्थल कोश]][[Category:हिन्दू धर्म कोश]][[Category:धर्म कोश]][[Category:पर्यटन कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Latest revision as of 12:16, 21 March 2014
नीलकण्ठ मन्दिर बांदा ज़िला, उत्तर प्रदेश के कालिंजर में स्थित है। यह प्राचीन मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर की वास्तुकला खजुराहो की शैली जैसी ही है।
- हिन्दू धर्म में 'नीलकंठ' शब्द का प्रयोग भगवान शंकर के लिए किया जाता है।
- 'कांलिजर' शब्द का प्रयोग भगवान शिव का प्रतीक है। माना जाता है कि इस जगह पर भगवान शिव ने कुछ समय विश्राम किया था।
- लोगों का मानना है कि शिव इस जगह पर हमेशा रहते हैं।
- कालिंजर दुर्ग के पश्चिम दिशा के मध्य में नीलकंठ मंदिर स्थित है। मंदिर का निर्माण चंदेल राजा ने करवाया था।
- 'नीलकण्ठ मन्दिर' में एक शिवलिंग है, जो गहरे नीले पत्थर से निर्मित है।
- शिवलिंग की ऊंचाई लगभग 1.15 मीटर है। इस पर शिव, देवी शक्ति, विष्णु, गणेश, भैरव और भैरवी के चित्र बने हुए हैं।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ नीलकण्ठ मन्दिर (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 25 दिसम्बर, 2013।