कंचन

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 10:56, 17 October 2021 by रविन्द्र प्रसाद (talk | contribs)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
Jump to navigation Jump to search
चित्र:Disamb2.jpg कंचन एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- कंचन (बहुविकल्पी)

कंचन - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत काञ्चन)[1]

1. सोना। स्वर्ण

मुहावरा

कंचन बरसना

(किसी स्थान का) समृद्धि और शोभा से युक्त होना।[2]

उदाहरण- तुलसी वहाँ न जाइए कंचन बरसै मेह। - तुलसी[3]

2. धन। संपत्ति। उदाहरण-

(क) चलन चलन सब कोउ कहै पहुंचे बिरला कोय। इक कंचन इक कामिनी दुर्गम घाटी दोय। - कबीरदास
(ख) बंचक भगत कहाय राम के। किकर कंचन कोह काम के। - तुलसी[4]

3. धतूरा।

4. एक प्रकार का कचनार। रक्त कांचन।

5. (स्त्रीलिंग कंचनी) एक जाति का नाम, जिसमें स्त्रियाँ प्रायः वेश्या का काम करती हैं।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्द सागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी.ए. (मूल सम्पादक) |प्रकाशक: शंभुनाथ वाजपेयी द्वारा, नागरी मुद्रण वाराणसी |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 718 |
  2. हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 719 |
  3. तुलसी साहब की शब्दावली (हाथरस वाले‌) बेलवेडियर प्रेस, इलाहाबाद, 1909, 1911
  4. तुलसी साहब की शब्दावली (हाथरस वाले‌) बेलवेडियर प्रेस, इलाहाबाद, 1909, 1911

संबंधित लेख


वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः