कटवाँ
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 08:21, 7 December 2021 by रविन्द्र प्रसाद (talk | contribs) (''''कटवाँ''' - विशेषण (हिन्दी कटना+वाँ प्रत्यय)<ref>{{पुस...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
कटवाँ - विशेषण (हिन्दी कटना+वाँ प्रत्यय)[1]
- जो काटकर बना हो।
- जिसमें कटाई का काम हो।
- कटा हुआ।
मुहावरा- 'कटवाँ ब्याज' = वह ब्याज जो मूलधन का कुछ अंश चुकता होने पर शेष अंश पर लगे।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 749 |
संबंधित लेख
|
वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज
Retrieved from "https://en.bharatdiscovery.org/w/index.php?title=कटवाँ&oldid=670908"