काल: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
No edit summary
 
(4 intermediate revisions by 2 users not shown)
Line 1: Line 1:
{{बहुविकल्प|बहुविकल्पी शब्द=काल|लेख का नाम=काल (बहुविकल्पी)}}
[[क्रिया]] के व्यापार का समय सूचित करने वाले क्रिया रूप को 'काल' कहते हैं। [[हिन्दी]] में काल के तीन प्रमुख भेद होते हैं-वर्तमान काल, भूतकाल और भविष्यत् काल।
[[क्रिया]] के व्यापार का समय सूचित करने वाले क्रिया रूप को 'काल' कहते हैं। [[हिन्दी]] में काल के तीन प्रमुख भेद होते हैं-वर्तमान काल, भूतकाल और भविष्यत् काल।
==वर्तमान काल==
==वर्तमान काल==
Line 15: Line 17:
काल के जिस क्रिया रूप द्वारा यह बोध होता है कि कार्य अभी पूर्ण हुआ है। उसे पूर्ण वर्तमान काल कहते हैं। जैसे-
काल के जिस क्रिया रूप द्वारा यह बोध होता है कि कार्य अभी पूर्ण हुआ है। उसे पूर्ण वर्तमान काल कहते हैं। जैसे-
#मोहन ने किताब पढ़ी है।
#मोहन ने किताब पढ़ी है।
#मैंन फल खाये हैं।
#मैंने फल खाये हैं।
#उसने गेंद खेली है।
#उसने गेंद खेली है।
==भूतकाल==
==भूतकाल==
Line 40: Line 42:
#राजू देर तक पढ़ेगा।
#राजू देर तक पढ़ेगा।
#वह कहानी सुनायेगा।
#वह कहानी सुनायेगा।


{{लेख प्रगति
{{लेख प्रगति
Line 52: Line 55:
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{व्याकरण}}
{{व्याकरण}}
[[Category:व्याकरण]][[Category:हिन्दी भाषा]]
[[Category:व्याकरण]][[Category:हिन्दी भाषा]][[Category:भाषा कोश]]
__INDEX__
__INDEX__
__NOTOC__
__NOTOC__

Latest revision as of 06:24, 29 January 2016

चित्र:Disamb2.jpg काल एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- काल (बहुविकल्पी)

क्रिया के व्यापार का समय सूचित करने वाले क्रिया रूप को 'काल' कहते हैं। हिन्दी में काल के तीन प्रमुख भेद होते हैं-वर्तमान काल, भूतकाल और भविष्यत् काल।

वर्तमान काल

काल के जिस क्रिया रूप से कार्य के अभी होने का बोध होता है, उसे वर्तमान काल कहते हैं। इसके तीन भेद होते हैं-

सामान्य वर्तमान

क्रिया के जिस रूप से कार्य की अभी पूर्णता या अपूर्णता का ज्ञान न हो उसे सामान्य वर्तमान काल कहते हैं। जैसे-

  1. राम घर जाता है।
  2. मैं पुस्तक पढ़ता हूँ।
  3. वह गेंद खेलता है।

अपूर्ण वर्तमान

काल के जिस क्रिया रूप द्वारा यह बोध होता है कि कार्य इसी समय किया जा रहा है या कार्य लगातार हो रहा है, उसे अपूर्ण वर्तमान काल कहते हैं। जैसे-

  1. श्याम गेंद खेल रहा है।
  2. मैं भोजन कर रहा हूँ।
  3. वह घर जा रहा है।

पूर्ण वर्तमान

काल के जिस क्रिया रूप द्वारा यह बोध होता है कि कार्य अभी पूर्ण हुआ है। उसे पूर्ण वर्तमान काल कहते हैं। जैसे-

  1. मोहन ने किताब पढ़ी है।
  2. मैंने फल खाये हैं।
  3. उसने गेंद खेली है।

भूतकाल

काल के जिस क्रिया रूप द्वारा कार्य के अतीत (बीते हुए समय) में होने का बोध होता है, उसे भूतकाल कहते हैं। भूतकाल के भी तीन भेद होते हैं-

सामान्य भूत

काल के जिस क्रिया रूप द्वारा अतीत में कार्य की पूर्णता या अपूर्णता का बोध न हो, उसे सामान्य भूतकाल कहते हैं। जैसे-

  1. मोहन घर गया।
  2. मैंने जहाज़ देखा।
  3. उसने रोटी खाई।

अपूर्ण भूत

काल के जिस क्रिया रूप द्वारा यह बोध होता है कि कार्य अतीत में पूरा नहीं हुआ, अपितु नियमित रूप से जारी रहा, उसे अपूर्ण भूत कहते हैं। जैसे-

  1. मोहन मैदान में घूम रहा था।
  2. मैं साल में एक बार घर जाता था।
  3. वह हॉकी खेल रहा था।

पूर्ण भूत

काल के जिस क्रिया रूप द्वारा यह बोध होता है कि कार्य एक निश्चित समय से पहले ही पूरा हो चुका था, उसे पूर्ण भूत कहते हैं। जैसे-

  1. पद्मा ने नृत्य किया था।
  2. मैंने सिनेमा देखा था।
  3. वह दिल्ली गया था।

भविष्यत् काल

काल के जिस क्रिया रूप द्वारा यह बोध होता है कि कार्य आगे आने वाले समय में होगा, उसे भविष्यत् काल कहते हैं। जैसे-

  1. ज्ञानू दिल्ली जायेगा।
  2. मीनू आम लायेगा।
  3. राजू देर तक पढ़ेगा।
  4. वह कहानी सुनायेगा।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख