थाईलैण्ड: Difference between revisions
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'''थाईलैण्ड''' का प्राचीन भारतीय नाम 'स्याम' है। थाईलैण्ड [[एशिया|दक्षिण पूर्वी एशिया]] में एक देश है । इसकी पूर्वी सीमा पर लाओस और कम्बोडिया, दक्षिणी सीमा पर मलेशिया और पश्चिमी सीमा पर [[म्यांमार]] है। [[11 मई]], [[1949]] तक थाईलैण्ड का अधिकृत नाम 'स्याम' था। 'थाई' शब्द का अर्थ थाई भाषा' में 'आज़ाद' होता है। 'थाई' शब्द 'थाई नागरिको' के सन्दर्भ में भी इस्तेमाल किया जाता है । इस कारण से कुछ लोग, विशेष रूप से यहाँ बसने वाले चीनी लोग, थाईलैंड को आज भी 'स्याम' नाम से पुकारना पसन्द करते हैं। थाईलैण्ड की राजधानी [[बैंकॉक]] है। | '''थाईलैण्ड''' का प्राचीन भारतीय नाम 'स्याम' है। थाईलैण्ड [[एशिया|दक्षिण पूर्वी एशिया]] में एक देश है । इसकी पूर्वी सीमा पर लाओस और कम्बोडिया, दक्षिणी सीमा पर मलेशिया और पश्चिमी सीमा पर [[म्यांमार]] है। [[11 मई]], [[1949]] तक थाईलैण्ड का अधिकृत नाम 'स्याम' था। 'थाई' शब्द का अर्थ थाई भाषा' में 'आज़ाद' होता है। 'थाई' शब्द 'थाई नागरिको' के सन्दर्भ में भी इस्तेमाल किया जाता है । इस कारण से कुछ लोग, विशेष रूप से यहाँ बसने वाले चीनी लोग, थाईलैंड को आज भी 'स्याम' नाम से पुकारना पसन्द करते हैं। थाईलैण्ड की राजधानी [[बैंकॉक]] है। | ||
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थाईलैण्ड के केन्द्रीय प्रदेश में 'अमरावती' नामक एक [[हिन्दू]] राज्य की स्थापना की गई थी। जिसने द्रुत गति से प्रसार करते हुए सम्पूर्ण देश पर अपना प्रभाव स्थापित किया। इसके पड़ोसी देश 'कम्बोडिया' में पहले ही [[बौद्ध धर्म]] विकसित हो चुका था। [[भारतीय संस्कृति]] और कला का इस देश में विशेष प्रभाव दृष्टिगोचर होता है। हिन्दू और बौद्ध धार्मिक साहित्य तथा कला ने स्याम देश की [[भाषा]], कला, साहित्य और सामाजिक संस्थाओं को अत्यधिक प्रभावित किया। यहाँ अमरावती शैली, गुप्तकालीन कला और पल्लव लिपि में अंकित बौद्ध धर्म के सिद्धान्तों के अवशेषों की प्राप्ति हुई, जिनसे भारतीय संस्कृति के प्रसार का परिचय प्राप्त होता है। वहाँ के शासक का राज्याभिषेक वर्तमान काल में भी [[ब्राह्मण]] पुरोहित द्वारा ही सम्पन्न किया जाता है। | थाईलैण्ड के केन्द्रीय प्रदेश में 'अमरावती' नामक एक [[हिन्दू]] राज्य की स्थापना की गई थी। जिसने द्रुत गति से प्रसार करते हुए सम्पूर्ण देश पर अपना प्रभाव स्थापित किया। इसके पड़ोसी देश 'कम्बोडिया' में पहले ही [[बौद्ध धर्म]] विकसित हो चुका था। [[भारतीय संस्कृति]] और कला का इस देश में विशेष प्रभाव दृष्टिगोचर होता है। हिन्दू और बौद्ध धार्मिक साहित्य तथा कला ने स्याम देश की [[भाषा]], कला, साहित्य और सामाजिक संस्थाओं को अत्यधिक प्रभावित किया। यहाँ अमरावती शैली, गुप्तकालीन कला और पल्लव लिपि में अंकित बौद्ध धर्म के सिद्धान्तों के अवशेषों की प्राप्ति हुई, जिनसे भारतीय संस्कृति के प्रसार का परिचय प्राप्त होता है। वहाँ के शासक का राज्याभिषेक वर्तमान काल में भी [[ब्राह्मण]] पुरोहित द्वारा ही सम्पन्न किया जाता है। | ||
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thumb|थाईलैण्ड के विभिन्न दृश्य थाईलैण्ड का प्राचीन भारतीय नाम 'स्याम' है। थाईलैण्ड दक्षिण पूर्वी एशिया में एक देश है । इसकी पूर्वी सीमा पर लाओस और कम्बोडिया, दक्षिणी सीमा पर मलेशिया और पश्चिमी सीमा पर म्यांमार है। 11 मई, 1949 तक थाईलैण्ड का अधिकृत नाम 'स्याम' था। 'थाई' शब्द का अर्थ थाई भाषा' में 'आज़ाद' होता है। 'थाई' शब्द 'थाई नागरिको' के सन्दर्भ में भी इस्तेमाल किया जाता है । इस कारण से कुछ लोग, विशेष रूप से यहाँ बसने वाले चीनी लोग, थाईलैंड को आज भी 'स्याम' नाम से पुकारना पसन्द करते हैं। थाईलैण्ड की राजधानी बैंकॉक है। thumb|left|थाईलैण्ड का ध्वज
स्याम
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
थाईलैण्ड के केन्द्रीय प्रदेश में 'अमरावती' नामक एक हिन्दू राज्य की स्थापना की गई थी। जिसने द्रुत गति से प्रसार करते हुए सम्पूर्ण देश पर अपना प्रभाव स्थापित किया। इसके पड़ोसी देश 'कम्बोडिया' में पहले ही बौद्ध धर्म विकसित हो चुका था। भारतीय संस्कृति और कला का इस देश में विशेष प्रभाव दृष्टिगोचर होता है। हिन्दू और बौद्ध धार्मिक साहित्य तथा कला ने स्याम देश की भाषा, कला, साहित्य और सामाजिक संस्थाओं को अत्यधिक प्रभावित किया। यहाँ अमरावती शैली, गुप्तकालीन कला और पल्लव लिपि में अंकित बौद्ध धर्म के सिद्धान्तों के अवशेषों की प्राप्ति हुई, जिनसे भारतीय संस्कृति के प्रसार का परिचय प्राप्त होता है। वहाँ के शासक का राज्याभिषेक वर्तमान काल में भी ब्राह्मण पुरोहित द्वारा ही सम्पन्न किया जाता है।
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