प्रयोग:रविन्द्र१: Difference between revisions
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{काव्य में कितने रस माने जाते हैं? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-481;प्रश्न-02 | {[[काव्य]] में कितने [[रस]] माने जाते हैं? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-481;प्रश्न-02 | ||
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-छ: | -छ: | ||
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-दस | -दस | ||
{छन्द की प्रत्येक पंक्ति को क्या कहते हैं? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-02 | {[[छन्द]] की प्रत्येक पंक्ति को क्या कहते हैं? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-02 | ||
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-वाक्य | -वाक्य | ||
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-यति | -यति | ||
{निम्नलिखित में से नैसर्गिक का समानार्थी शब्द बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-01;प्रश्न-09 | {निम्नलिखित में से 'नैसर्गिक' का समानार्थी शब्द बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-01;प्रश्न-09 | ||
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+प्राकृतिक | +प्राकृतिक | ||
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-पुरातन | -पुरातन | ||
{निम्नलिखित में से व्योम का पर्यायवाची क्या होगा? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-20;प्रश्न-02 | {निम्नलिखित में से 'व्योम' का [[पर्यायवाची शब्द|पर्यायवाची]] क्या होगा? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-20;प्रश्न-02 | ||
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+आकाश | +आकाश | ||
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-ब्रह्मा | -ब्रह्मा | ||
{नवीन शब्द का विलोम बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-41;प्रश्न-223 | {'नवीन' शब्द का [[विलोम शब्द|विलोम]] बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-41;प्रश्न-223 | ||
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-पुरातन | -पुरातन | ||
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-पराधीन | -पराधीन | ||
{निम्न में से कौन-सी भारत की प्राचीन भाषा है? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-209;प्रश्न-07 | {निम्न में से कौन-सी [[भारत]] की प्राचीन [[भाषा]] है? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-209;प्रश्न-07 | ||
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-हिन्दी | -[[हिन्दी]] | ||
-पाली/प्राकृत | -[[पाली भाषा|पाली]]/[[प्राकृत]] | ||
+संस्कृत | +[[संस्कृत]] | ||
-अपभ्रंश | -[[अपभ्रंश]] | ||
{जिस पर विजय प्राप्त कर ली गई हो। इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-13 | {"जिस पर विजय प्राप्त कर ली गई हो।" इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-13 | ||
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-विजित | -विजित | ||
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-परतन्त्र | -परतन्त्र | ||
{प्रफुल्लित दास वसन्त कि फौज सिलीमुख भीर देखावति है। इस पंक्ति को समझकर सही छन्द का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-10 | {"प्रफुल्लित दास वसन्त कि फौज सिलीमुख भीर देखावति है।" इस पंक्ति को समझकर सही [[छन्द]] का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-10 | ||
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-चौपाई | -[[चौपाई]] | ||
+सवैया | +[[सवैया]] | ||
-सोरठा | -[[सोरठा]] | ||
-कवित्त | -[[कवित्त]] | ||
{कबीर किस काव्य धारा के कवि थे? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-78 | {[[कबीर]] किस काव्य धारा के [[कवि]] थे? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-78 | ||
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+ज्ञानमार्गी | +[[ज्ञानाश्रयी शाखा|ज्ञानमार्गी]] | ||
-प्रेममार्गी | -[[प्रेमाश्रयी शाखा|प्रेममार्गी]] | ||
-कृष्णमार्गी | -[[कृष्णाश्रयी शाखा|कृष्णमार्गी]] | ||
-राममार्गी | -[[रामाश्रयी शाखा|राममार्गी]] | ||
{नई कहानी के पथप्रदर्शक रहे हैं-(ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-312;प्रश्न-93 | {'नई कहानी' के पथप्रदर्शक रहे हैं-(ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-312;प्रश्न-93 | ||
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-यशपाल | -[[यशपाल]] | ||
+कमलेश्वर | +[[कमलेश्वर]] | ||
-चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’ | -[[चंद्रधर शर्मा गुलेरी|चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’]] | ||
-सर्वेश्वर दयाल सक्सेना | -[[सर्वेश्वर दयाल सक्सेना]] | ||
{काव्य के आस्वादन से जो आनन्द प्राप्त होता है, उसे क्या कहते हैं? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-481;प्रश्न-03 | {[[काव्य]] के आस्वादन से जो आनन्द प्राप्त होता है, उसे क्या कहते हैं? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-481;प्रश्न-03 | ||
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-अलंकार | -[[अलंकार]] | ||
-छन्द | -[[छन्द]] | ||
-उपसर्ग | -[[उपसर्ग]] | ||
+रस | +[[रस]] | ||
{प्रवाह लाने के लिए छन्द की पंक्ति में ठहरना कहलाता है-(एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-03 | {प्रवाह लाने के लिए [[छन्द]] की पंक्ति में ठहरना कहलाता है-(एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-03 | ||
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-गति | -गति | ||
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-लय | -लय | ||
{पर्याप्त शब्द के लिए समानार्थी शब्द बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-01;प्रश्न-10 | {'पर्याप्त' शब्द के लिए समानार्थी शब्द बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-01;प्रश्न-10 | ||
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+बहुत | +बहुत | ||
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-भरपूर | -भरपूर | ||
{नीचे दिये गए विकल्पों में से मेघ का पर्यायवाची शब्द बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-20;प्रश्न-03 | {नीचे दिये गए विकल्पों में से 'मेघ' का [[पर्यायवाची शब्द]] बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-20;प्रश्न-03 | ||
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-पयस | -पयस | ||
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+पयोद | +पयोद | ||
{खल का विलोम क्या होगा? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-41;प्रश्न-224 | {'खल' का [[विलोम शब्द|विलोम]] क्या होगा? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-41;प्रश्न-224 | ||
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-साधु | -[[साधु]] | ||
-सन्त | -[[सन्त]] | ||
-मित्र | -मित्र | ||
+सज्जन | +सज्जन | ||
{भारत में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा कौन-सी है? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-209;प्रश्न-08 | {[[भारत]] में सर्वाधिक बोली जाने वाली [[भाषा]] कौन-सी है? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-209;प्रश्न-08 | ||
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+हिन्दी | +[[हिन्दी]] | ||
-अंग्रेज़ी | -[[अंग्रेज़ी]] | ||
-संस्कृत | -[[संस्कृत]] | ||
-उर्दू | -[[उर्दू]] | ||
{जिसके आर-पार देखा जा सके। इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-14 | {"जिसके आर-पार देखा जा सके।" इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-14 | ||
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-दूरदर्शी | -दूरदर्शी | ||
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-अतलदर्शी | -अतलदर्शी | ||
{निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही छन्द का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-11 | {निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही [[छन्द]] का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-11 | ||
रहिमन पानी राखिए, बिन पानी सब सून। | <poem>रहिमन पानी राखिए, बिन पानी सब सून। | ||
पानी गए न ऊबरे, मोती मानस चून। | पानी गए न ऊबरे, मोती मानस चून।</poem> | ||
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+दोहा | +[[दोहा]] | ||
-मंजरी | -[[मंजरी]] | ||
-चौपाई | -[[चौपाई]] | ||
-काकली | -काकली | ||
{निम्नलिखित में से कौन | {निम्नलिखित में से कौन ‘[[पद्मावत -जायसी|पद्मावत]]’ के रचयिता थे? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-79 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-सूरदास | -[[सूरदास]] | ||
-कबीरदास | -[[कबीरदास]] | ||
-तुलसीदास | -[[तुलसीदास]] | ||
+मलिक मुहम्मद जायसी | +[[मलिक मुहम्मद जायसी]] | ||
{‘कविता क्या है?’ नामक निबन्ध के लेखक कौन थे? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-313;प्रश्न-94 | {‘कविता क्या है?’ नामक [[निबन्ध]] के लेखक कौन थे? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-313;प्रश्न-94 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -[[हज़ारी प्रसाद द्विवेदी]] | ||
-श्यामसुन्दर दास | -[[श्यामसुन्दर दास]] | ||
-महावीर | -[[महावीर प्रसाद द्विवेदी]] | ||
+रामचन्द्र शुक्ल | +[[रामचन्द्र शुक्ल]] | ||
{रस के कितने अंग होते हैं? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-481;प्रश्न-04 | {[[रस]] के कितने अंग होते हैं? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-481;प्रश्न-04 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-दो | -दो | ||
Line 233: | Line 233: | ||
-छ: | -छ: | ||
{कोई भी छन्द किसमें विभक्त रहता है? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-04 | {कोई भी [[छन्द]] किसमें विभक्त रहता है? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-04 | ||
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-चरणों में | -चरणों में | ||
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-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
{व्यथा शब्द का समानार्थी शब्द क्या होगा? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-01;प्रश्न-11 | {'व्यथा' शब्द का समानार्थी शब्द क्या होगा? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-01;प्रश्न-11 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-क्षोभ | -क्षोभ | ||
Line 247: | Line 247: | ||
-दु:ख | -दु:ख | ||
{दिनकर का पर्यायवाची क्या होगा? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-20;प्रश्न-04 | {'दिनकर' का [[पर्यायवाची शब्द|पर्यायवाची]] क्या होगा? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-20;प्रश्न-04 | ||
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-निशाचर | -निशाचर | ||
Line 254: | Line 254: | ||
-विभाकर | -विभाकर | ||
{निम्नलिखित में से आत्मा का विलोम बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-41;प्रश्न-225 | {निम्नलिखित में से 'आत्मा' का [[विलोम शब्द|विलोम]] बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-41;प्रश्न-225 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-ईश्वर | -ईश्वर | ||
Line 261: | Line 261: | ||
-मृत्यु | -मृत्यु | ||
{मानक हिन्दी से क्या तात्पर्य है? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-209;प्रश्न-09 | {'मानक हिन्दी' से क्या तात्पर्य है? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-209;प्रश्न-09 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+साहित्यिक पुस्तकों की भाषा | +साहित्यिक पुस्तकों की [[भाषा]] | ||
-साधारण बोलचाल की भाषा | -साधारण बोलचाल की भाषा | ||
-शिष्ट और सुशिक्षित लोगों की भाषा | -शिष्ट और सुशिक्षित लोगों की [[भाषा]] | ||
-केवल पढ़ाई-लिखाई के काम में लायी जाने वाली भाषा | -केवल पढ़ाई-लिखाई के काम में लायी जाने वाली भाषा | ||
{काँटों से भरा हुआ। इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-15 | {"काँटों से भरा हुआ।" इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-15 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-कंटक | -कंटक | ||
Line 275: | Line 275: | ||
+कंटकाकीर्ण | +कंटकाकीर्ण | ||
{निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही छन्द का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-12 | {निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही [[छन्द]] का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-12 | ||
हिन्दी के उद्धार हित, कष्ट अनकेन जिन सहे। | <poem>हिन्दी के उद्धार हित, कष्ट अनकेन जिन सहे। | ||
भारतेन्दु हरिचंद की, उज्जवल कीर्ति सदा रहे। | भारतेन्दु हरिचंद की, उज्जवल कीर्ति सदा रहे।</poem> | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+उल्लाला | +[[उल्लाला छन्द|उल्लाला]] | ||
-बरवै | -[[बरवै (छन्द)|बरवै]] | ||
-दोहा | -[[दोहा]] | ||
-मालिनी | -[[मालिनी छन्द|मालिनी]] | ||
{निम्नलिखित में से किसे | {निम्नलिखित में से किसे ‘[[राष्ट्रकवि]]’ कहा जाता है? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-90 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+रामधारी सिंह | +[[रामधारी सिंह 'दिनकर'‘’]] | ||
-जयशंकर प्रसाद | -[[जयशंकर प्रसाद]] | ||
-नागार्जुन | -[[नागार्जुन]] | ||
-सुमित्रानन्दन पन्त | -[[सुमित्रानन्दन पन्त]] | ||
{‘कुटज’ निबन्ध के लेखक कौन थे? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-313;प्रश्न-95 | {‘कुटज’ [[निबन्ध]] के लेखक कौन थे? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-313;प्रश्न-95 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-श्यामसुन्दर दास | -[[श्यामसुन्दर दास]] | ||
+ | +[[हज़ारी प्रसाद द्विवेदी]] | ||
-जयशंकर प्रसाद | -[[जयशंकर प्रसाद]] | ||
-रामचन्द्र शुक्ल | -[[रामचन्द्र शुक्ल]] | ||
{करुण रस का स्थायी भाव क्या है? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-481;प्रश्न-05 | {[[करुण रस]] का स्थायी भाव क्या है? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-481;प्रश्न-05 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-विस्मय | -विस्मय | ||
Line 307: | Line 307: | ||
-क्रोध | -क्रोध | ||
{छन्द मुख्य रूप से कितने प्रकार के होते हैं? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-05 | {[[छन्द]] मुख्य रूप से कितने प्रकार के होते हैं? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-05 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-दो | -दो | ||
Line 314: | Line 314: | ||
-छ: | -छ: | ||
{निम्नलिखित शब्दों में से डाह शब्द का समानार्थी शब्द बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-01;प्रश्न-12 | {निम्नलिखित शब्दों में से 'डाह' शब्द का समानार्थी शब्द बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-01;प्रश्न-12 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-अवन | -अवन | ||
Line 321: | Line 321: | ||
+ईर्ष्या | +ईर्ष्या | ||
{निम्नलिखित में से दास का पर्यायवाची बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-20;प्रश्न-05 | {निम्नलिखित में से 'दास' का [[पर्यायवाची शब्द|पर्यायवाची]] बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-20;प्रश्न-05 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-पादप | -पादप | ||
Line 328: | Line 328: | ||
-श्रमिक | -श्रमिक | ||
{सज्जन | {"सज्जन '''मृदुभाषी''' होते हैं।" इस वाक्य में काले मोटे लिखे [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] का [[विलोम शब्द|विलोम]] बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-42;प्रश्न-01 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-ललित | -ललित | ||
Line 335: | Line 335: | ||
-मधुर | -मधुर | ||
{साहित्य में प्रयुक्त होने वाली संस्कृत भाषा को क्या कहते हैं? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-210;प्रश्न-11 | {[[साहित्य]] में प्रयुक्त होने वाली [[संस्कृत भाषा]] को क्या कहते हैं? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-210;प्रश्न-11 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+लौकिक संस्कृत | +लौकिक संस्कृत | ||
-पाली | -[[पाली भाषा|पाली]] | ||
-आर्य भाषा | -आर्य भाषा | ||
-देवभाषा | -देवभाषा | ||
{जो सब कालों में हो। इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-16 | {"जो सब कालों में हो।" इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-16 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+सार्वकालिक | +सार्वकालिक | ||
Line 349: | Line 349: | ||
-त्रिकालदर्शी | -त्रिकालदर्शी | ||
{निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही छन्द का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-13 | {निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही [[छन्द]] का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-13 | ||
किसको पुकारे यहाँ रोकर अरण्य बीच। | <blockquote>किसको पुकारे यहाँ रोकर अरण्य बीच। | ||
चाहे जो करो शरण्य शरण तिहारे हैं। | चाहे जो करो शरण्य शरण तिहारे हैं।</blockquote> | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-उल्लाला | -[[उल्लाला छन्द|उल्लाला]] | ||
-छप्पय | -[[छप्पय]] | ||
-रोला | -[[रोला]] | ||
+घनाक्षरी | +घनाक्षरी | ||
{ | {‘[[गोदान -प्रेमचंद|गोदान]]’ [[उपन्यास]] के रचनाकार का नाम है-(ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-93 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-जयशंकर प्रसाद | -[[जयशंकर प्रसाद]] | ||
+प्रेमचन्द | +[[प्रेमचन्द]] | ||
-जैनेन्द्र कुमार | -[[जैनेन्द्र कुमार]] | ||
-अज्ञेय | -[[अज्ञेय, सच्चिदानंद हीरानन्द वात्स्यायन|अज्ञेय]] | ||
{‘पैरों में पंख बाँध कर’ किस प्रकार की रचना है? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-313;प्रश्न-96 | {‘पैरों में पंख बाँध कर’ किस प्रकार की रचना है? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-313;प्रश्न-96 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-रेखाचित्र | -[[रेखाचित्र]] | ||
-कहानी | -[[कहानी]] | ||
-संस्मरण | -[[संस्मरण]] | ||
+यात्रा वृत्तांत | +यात्रा वृत्तांत | ||
{शृंगार रस का स्थायी भाव क्या है? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-481;प्रश्न-06 | {[[शृंगार रस]] का स्थायी भाव क्या है? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-481;प्रश्न-06 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-उत्साह | -उत्साह |
Revision as of 09:51, 21 October 2014
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