स्वर (व्याकरण): Difference between revisions
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*परम्परागत रूप से स्वरों की संख्या 13 मानी गई है। | *[[व्याकरण (व्यावहारिक)|व्याकरण]] में परम्परागत रूप से स्वरों की संख्या 13 मानी गई है। | ||
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Revision as of 06:04, 25 December 2010
- स्वतंत्र रूप से बोले जाने वाले वर्ण 'स्वर' कहलाते हैं।
- व्याकरण में परम्परागत रूप से स्वरों की संख्या 13 मानी गई है।
अ, आ, इ, ई, उ,
ऊ, ए, ऐ, ओ,
औ, अं, अ:।
- उच्चारण की दृष्टि से इनमें केवल 10 ही स्वर हैं।
अ, आ, इ, ई, उ,
ऊ, ए, ऐ, ओ,
औ।
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