उद्धरण चिह्न: Difference between revisions
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*[[तुलसीदास]] ने कहा- | *[[तुलसीदास]] ने कहा- | ||
<blockquote>"रघुकुल रीति सदा चली आई। प्राण जाय पर वचन न जाई॥"</blockquote> | <blockquote>"रघुकुल रीति सदा चली आई। प्राण जाय पर वचन न जाई॥"</blockquote> | ||
*वाक्य में किसी शब्द पर बल देने के लिए इकहरे उद्धरण चिह्न का प्रयोग करते हैं; जैसे- तुलसीदास कृत '[[रामचरितमानस]]' एक अनुपम कृति है। | *वाक्य में किसी शब्द पर बल देने के लिए इकहरे उद्धरण चिह्न '''(' ')''' का प्रयोग करते हैं; जैसे- तुलसीदास कृत '[[रामचरितमानस]]' एक अनुपम कृति है। | ||
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Latest revision as of 10:17, 8 August 2012
हिन्दी भाषा में किसी और के वाक्य या शब्दों को ज्यों-का-त्यों रखने में इस चिह्न (" ") का प्रयोग किया जाता है।
उदाहरण-
- तुलसीदास ने कहा-
"रघुकुल रीति सदा चली आई। प्राण जाय पर वचन न जाई॥"
- वाक्य में किसी शब्द पर बल देने के लिए इकहरे उद्धरण चिह्न (' ') का प्रयोग करते हैं; जैसे- तुलसीदास कृत 'रामचरितमानस' एक अनुपम कृति है।
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