अगस्त्यवट: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
m (Adding category Category:पौराणिक स्थान (को हटा दिया गया हैं।)) |
No edit summary |
||
(One intermediate revision by one other user not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
'''अगस्त्यवट''' | '''अगस्त्यवट''' [[हिमालय]] की [[तराई]] में स्थित एक [[तीर्थ]] था। इसका उल्लेख [[महाभारत]] [[आदि पर्व महाभारत|आदि पर्व]]<ref>[[आदि पर्व महाभारत|महाभारत आदि पर्व]] 214,2</ref> में इस प्रकार है- | ||
:'अगस्त्यवटमासाद्य वशिष्ठस्य च पर्वतं, भृगुतुंगे च कौंतेय: कृतवाञ्छौचमात्मन:'। | :'अगस्त्यवटमासाद्य वशिष्ठस्य च पर्वतं, भृगुतुंगे च कौंतेय: कृतवाञ्छौचमात्मन:'। | ||
*अपने द्वादशवर्षीय वनवासकाल में [[अर्जुन]] ने इस [[तीर्थ]] की यात्रा, | |||
*अपने द्वादशवर्षीय वनवासकाल में [[अर्जुन]] ने इस [[तीर्थ]] की यात्रा, गंगा-द्वार-[[हरिद्वार]] से आगे चलकर की थी। | |||
*यह स्थान [[हिमालय]] पर्वत पर था- | *यह स्थान [[हिमालय]] पर्वत पर था- | ||
:'प्रययौ हिमवत्पार्श्व ततो वज्रधरात्मज:।'<ref>[[आदि पर्व महाभारत]] 214,1</ref> | :'प्रययौ हिमवत्पार्श्व ततो वज्रधरात्मज:।'<ref>[[आदि पर्व महाभारत]] 214,1</ref> | ||
Line 8: | Line 9: | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
*ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 9| विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार | |||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{पौराणिक स्थान}} | {{पौराणिक स्थान}} | ||
[[Category:महाभारत]] | [[Category:महाभारत]][[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]][[Category:पौराणिक कोश]][[Category:पौराणिक स्थान]] [[Category:ऐतिहासिक स्थानावली]] | ||
[[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]] | |||
[[Category:पौराणिक कोश]] | |||
[[Category:पौराणिक स्थान]] | |||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Latest revision as of 10:04, 3 May 2018
अगस्त्यवट हिमालय की तराई में स्थित एक तीर्थ था। इसका उल्लेख महाभारत आदि पर्व[1] में इस प्रकार है-
- 'अगस्त्यवटमासाद्य वशिष्ठस्य च पर्वतं, भृगुतुंगे च कौंतेय: कृतवाञ्छौचमात्मन:'।
- अपने द्वादशवर्षीय वनवासकाल में अर्जुन ने इस तीर्थ की यात्रा, गंगा-द्वार-हरिद्वार से आगे चलकर की थी।
- यह स्थान हिमालय पर्वत पर था-
- 'प्रययौ हिमवत्पार्श्व ततो वज्रधरात्मज:।'[2]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 9| विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार
- ↑ महाभारत आदि पर्व 214,2
- ↑ आदि पर्व महाभारत 214,1