एक पर्यटन स्थल: Difference between revisions
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'''[[मथुरा]]''' [[उत्तर प्रदेश]] राज्य का एक ऐतिहासिक एवं धार्मिक नगर है जो पर्यटन स्थल के रूप में भी बहुत प्रसिद्ध है। मथुरा, [[कृष्ण|श्रीकृष्ण]] की [[कृष्ण जन्मभूमि|जन्मस्थली]] और [[भारत]] की परम प्राचीन तथा जगद्-विख्यात नगरी है। पौराणिक साहित्य में मथुरा को अनेक नामों से संबोधित किया गया है जैसे- [[शूरसेन महाजनपद|शूरसेन नगरी]], मधुपुरी, मधुनगरी, मधुरा आदि। यहाँ के वन–उपवन, कुन्ज–निकुन्ज, [[यमुना|श्री यमुना जी]] व [[गोवर्धन|गिरिराज महाराज]] अत्यन्त मोहक हैं। पक्षियों का मधुर स्वर एकाकी स्थल को मादक एवं मनोहर बनाता है। [[मोर|मोरों]] की बहुतायत तथा उनकी पिऊ–पिऊ की आवाज़ से वातावरण गुन्जायमान रहता है। [[मथुरा|... और पढ़ें]] | |||
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मुखपृष्ठ पर चयनित पर्यटन स्थल
right|120px|कृष्ण जन्मभूमि|link=मथुरा|border मथुरा उत्तर प्रदेश राज्य का एक ऐतिहासिक एवं धार्मिक नगर है जो पर्यटन स्थल के रूप में भी बहुत प्रसिद्ध है। मथुरा, श्रीकृष्ण की जन्मस्थली और भारत की परम प्राचीन तथा जगद्-विख्यात नगरी है। पौराणिक साहित्य में मथुरा को अनेक नामों से संबोधित किया गया है जैसे- शूरसेन नगरी, मधुपुरी, मधुनगरी, मधुरा आदि। यहाँ के वन–उपवन, कुन्ज–निकुन्ज, श्री यमुना जी व गिरिराज महाराज अत्यन्त मोहक हैं। पक्षियों का मधुर स्वर एकाकी स्थल को मादक एवं मनोहर बनाता है। मोरों की बहुतायत तथा उनकी पिऊ–पिऊ की आवाज़ से वातावरण गुन्जायमान रहता है। ... और पढ़ें |
right|100px|संगम, प्रयाग|link=प्रयाग|border प्रयाग का आधुनिक नाम इलाहाबाद है। प्रयाग उत्तर प्रदेश का एक प्राचीन तीर्थस्थान है जिसका नाम अश्वमेध आदि अनेक याज्ञ (यज्ञ) अधिक होने से पड़ा था। प्रयाग का मुस्लिम शासन में 'इलाहाबाद' नाम कर दिया गया था परंतु 'प्रयाग' नाम आज भी प्रचलित है। रामायण में इलाहाबाद, प्रयाग के नाम से वर्णित है। ऐसा माना जाता है कि यहाँ संगम स्थल पर भूमिगत रूप से सरस्वती नदी भी आकर मिलती है। इलाहाबाद का उल्लेख भारत के धार्मिक ग्रन्थों में भी मिलता है। वेद, पुराण, रामायण और महाभारत में इस स्थान को प्रयाग कहा गया है। ... और पढ़ें |
right|100px|बुद्ध स्तूप, साँची|link=साँची|border साँची भारत के मध्य प्रदेश राज्य के रायसेन ज़िले में स्थित एक छोटा सा गांव है। यह प्रसिद्ध स्थान, जहां अशोक द्वारा निर्मित महान स्तूप, जिनके भव्य तोरणद्वार तथा उन पर की गई जगत प्रसिद्ध मूर्तिकारी, भारत की प्राचीन वास्तुकला तथा मूर्तिकला के सर्वोत्तम उदाहरणों में हैं। यह बौद्ध की प्रसिद्ध ऐश्वर्यशालिनी नगरी विदिशा के निकट स्थित है। ... और पढ़ें |
right|130px|स्वर्ण मंदिर, अमृतसर|link=स्वर्ण मंदिर|border स्वर्ण मंदिर के आस पास के सुंदर परिवेश और स्वर्ण की पर्त के कारण ही इसे स्वर्ण मंदिर कहते हैं। यह अमृतसर (पंजाब) में स्थित सिक्खों का सबसे पवित्र मंदिर माना जाता है। यह मंदिर सिक्ख धर्म की सहनशीलता तथा स्वीकार्यता का संदेश अपनी वास्तुकला के माध्यम से प्रदर्शित करता है, जिसमें अन्य धर्मों के संकेत भी शामिल किए गए हैं। ... और पढ़ें |
right|130px|सूर्य मंदिर कोणार्क|link=सूर्य मंदिर कोणार्क|border
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right|130px|हुमायूँ का मक़बरा|link=हुमायूँ का मक़बरा|border
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right|130px|सारनाथ स्तूप|link=सारनाथ|border
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right|100px|लक्ष्मी नरसिम्हा, हम्पी|link=हम्पी|border
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right|100px|खजुराहो मंदिर|link=खजुराहो|border
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right|150px|डोना पॉला तट, गोवा|link=गोवा
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