एकदन्त: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
शिल्पी गोयल (talk | contribs) No edit summary |
शिल्पी गोयल (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
{{मुख्य|गणेश}} | {{मुख्य|गणेश}} | ||
{{गणेश}} | |||
[[शिव]] और [[पार्वती]] पुत्र भगवान [[गणेश]] का ही नाम एकदन्त है। भगवान गणेश का स्वरूप अत्यन्त ही मनोहर एवं मंगलदायक है। वे एकदन्त और चतुर्बाहु हैं। अपने अग्रज [[कार्तिकेय]] के साथ संग्राम में उसका एक दाँत टूट गया और तबसे गणेश जी एकदन्त हैं। अपने चारों हाथों में वे क्रमश: पाश, अंकुश, मोदकपात्र तथा वरमुद्रा धारण करते हैं। | [[शिव]] और [[पार्वती]] पुत्र भगवान [[गणेश]] का ही नाम एकदन्त है। भगवान गणेश का स्वरूप अत्यन्त ही मनोहर एवं मंगलदायक है। वे एकदन्त और चतुर्बाहु हैं। अपने अग्रज [[कार्तिकेय]] के साथ संग्राम में उसका एक दाँत टूट गया और तबसे गणेश जी एकदन्त हैं। अपने चारों हाथों में वे क्रमश: पाश, अंकुश, मोदकपात्र तथा वरमुद्रा धारण करते हैं। | ||
====भगवान गणेश के अन्य नाम==== | ====भगवान गणेश के अन्य नाम==== | ||
[[चित्र:Ganesha.jpg|thumb|250px|गणेश<br /> Ganesha]] | [[चित्र:Ganesha.jpg|thumb|250px|गणेश<br /> Ganesha]] |
Revision as of 07:00, 7 August 2010
मुख्य लेख : गणेश
अन्य सम्बंधित लेख |
शिव और पार्वती पुत्र भगवान गणेश का ही नाम एकदन्त है। भगवान गणेश का स्वरूप अत्यन्त ही मनोहर एवं मंगलदायक है। वे एकदन्त और चतुर्बाहु हैं। अपने अग्रज कार्तिकेय के साथ संग्राम में उसका एक दाँत टूट गया और तबसे गणेश जी एकदन्त हैं। अपने चारों हाथों में वे क्रमश: पाश, अंकुश, मोदकपात्र तथा वरमुद्रा धारण करते हैं।
भगवान गणेश के अन्य नाम
- विघ्नराज
- द्वैमातुर
- गणाधिप
- विनायक
- हेरम्ब
- लम्बोदर
- गजानन
- सुमुख
- कपिल
- गजकर्णक
- विकट
- विघ्ननाशक
- धूम्रकेतु
- गणाध्यक्ष
- भालचन्द्र
- गांगेय
|
|
|
|
|