दार्विकोर्वी

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 06:43, 21 May 2012 by रविन्द्र प्रसाद (talk | contribs) (''''दार्विकोर्वी''' का उल्लेख विष्णु पुराण में हुआ है- ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
Jump to navigation Jump to search

दार्विकोर्वी का उल्लेख विष्णु पुराण में हुआ है-

'सिंधुतटदार्विकोर्वी चंद्रभागाकाश्मीरविषयांश्च ब्रात्यम्लेच्छ् शूद्रादयोभोक्ष्यन्ति'[1]

  • इस उद्धरण से सूचित होता है कि दार्विकोर्वी नामक प्रदेश में संभवत: गुप्त काल के कुछ पूर्व शूद्र या 'म्लेच्छ' (विदेशी शकादि) जातियों का राज था।
  • प्रसंगानुसार दार्विकोर्वी सिंध या पंजाब के अंतर्गत कोई क्षेत्र जान पड़ता है।
  • यह बहुत संभव है कि 'दार्व' को ही इस स्थान पर दार्विकोर्वी नाम से अभिहित किया गया है।
  • दार्व, जम्मू (कश्मीर) का 'डुग्गर' नामक इलाका है।
  • विष्णु पुराण के उपर्युक्त उल्लेख में दार्विकोर्वी का नाम कश्मीर और चिनाब (चंद्रभागा) के साथ होने से भी इस संभावना की पुष्टि होती है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 432 |

संबंधित लेख


वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः