कोष्ठक चिह्न: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
गोविन्द राम (talk | contribs) No edit summary |
गोविन्द राम (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 4: | Line 4: | ||
*विषय, विभाग सूचक अंकों अथवा [[अक्षर|अक्षरों]] को प्रकट करने के लिए; जैसे- [[संज्ञा]] के तीन भेद (व्यक्तिवाचक, जातिवाचक और भाववाचक) हैं। | *विषय, विभाग सूचक अंकों अथवा [[अक्षर|अक्षरों]] को प्रकट करने के लिए; जैसे- [[संज्ञा]] के तीन भेद (व्यक्तिवाचक, जातिवाचक और भाववाचक) हैं। | ||
{{लेख प्रगति | |||
|आधार=आधार1 | |||
|प्रारम्भिक= | |||
|माध्यमिक= | |||
|पूर्णता= | |||
|शोध= | |||
}} | |||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== |
Revision as of 11:45, 16 February 2011
कोष्ठक '()' के भीतर मुख्यत: उस सामग्री को रखते है; जैसे- क्रिया के भेदों (सकर्मक और अकर्मक) के उदाहरण दीजिए।
- किसी कठिन शब्द को स्पष्ट करने के लिए; जैसे-आप की सामर्थ्य (शक्ति) को मैं जानता हूँ।
- नाटक में अभिनय आदि प्रकट करने हेतु; जैसे-मेघनाद- (कुछ आगे बढ़ कर) लक्ष्मण यदि सामर्थ्य है तो सामने आओ।
- विषय, विभाग सूचक अंकों अथवा अक्षरों को प्रकट करने के लिए; जैसे- संज्ञा के तीन भेद (व्यक्तिवाचक, जातिवाचक और भाववाचक) हैं।
|
|
|
|
|