शाल्वपुर: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
{{बहुविकल्प|बहुविकल्पी शब्द=शाल्व|लेख का नाम=शाल्व (बहुविकल्पी)}} | |||
'''शाल्वपुर''' [[अलवर]], [[राजस्थान]] के परवर्ती प्रदेश का प्राचीन नाम, जिसका उल्लेख [[महाभारत]] में भी है। माना जाता है कि महाभारत कालीन राजा [[शाल्व]] ने इसे बसाया था। अलवर शायद 'शाल्वपुर' का [[अपभ्रंश]] है। | '''शाल्वपुर''' [[अलवर]], [[राजस्थान]] के परवर्ती प्रदेश का प्राचीन नाम, जिसका उल्लेख [[महाभारत]] में भी है। माना जाता है कि महाभारत कालीन राजा [[शाल्व]] ने इसे बसाया था। अलवर शायद 'शाल्वपुर' का [[अपभ्रंश]] है। | ||
Latest revision as of 09:15, 19 August 2014
चित्र:Disamb2.jpg शाल्व | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- शाल्व (बहुविकल्पी) |
शाल्वपुर अलवर, राजस्थान के परवर्ती प्रदेश का प्राचीन नाम, जिसका उल्लेख महाभारत में भी है। माना जाता है कि महाभारत कालीन राजा शाल्व ने इसे बसाया था। अलवर शायद 'शाल्वपुर' का अपभ्रंश है।
- शाल्व नरेश ने काशी के राजा की सबसे बड़ी कन्या अंबा का, जो उससे विवाह करने की इच्छुक थी, भीष्म द्वारा हरण किये जाने पर उनके साथ युद्ध किया था, जिसका वर्णन महाभारत, आदिपर्व[1] में है।[2]
- राजा शाल्व के पास 'सौभ' नामक एक अद्भुत नगराकार विमान था।[3] इस विमान की सहायता से उसने श्रीकृष्ण की द्वारिका पर आक्रमण किया था।
- 'बुद्धचरित'[4] में शाल्वाधिपति 'द्रुम' का उल्लेख है-
'तथैव शाल्वाधिपतिर्द्रु माख्यो वनात् ससूनुर्तगरं विवेश।'
'आसीच्छाल्वेषु धर्मातमा क्षत्रियः पृथिवीपतिः द्युमत्सेन इतिख्यातः पश्चादन्धो बभूव ह।'
- अलवर का प्रचीन नाम शाल्वपुर कहा जाता है। संभव है, अलबर 'शाल्यपुर' का अपभ्रंश हो।
- शाल्व निवासियों का विष्णुपुराण[6] में भी उल्लेख है-
'सौवीरा सैंधबाहूणाः शाल्वाः कोशलवासिनः।'
- महाभारत में शाल्व को 'मार्तिकावतक' का राजा कहा गया है। इस देश की स्थिति अलवर के परिवर्ती प्रदेश में मानी जाती है। किंवदंती में प्राचीन शाकल या वर्तमान स्यालकोट से भी राजा शाल्व का संबंध बताया जाता है।[2]
|
|
|
|
|