प्रांगण:मुखपृष्ठ/खेल: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
No edit summary
No edit summary
Line 95: Line 95:
|}
|}
|}
|}
{{प्रसिद्ध खिलाड़ी}}
{{प्रसिद्ध खिलाड़ी}}
{{दिल्ली चित्र सूची4}}
{{दिल्ली चित्र सूची4}}
{{प्रचार}}
{{प्रचार}}
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==

Revision as of 10:16, 21 June 2011

मुखपृष्ठ गणराज्य इतिहास पर्यटन साहित्य जीवनी दर्शन धर्म संस्कृति भूगोल कला भाषा सभी विषय
  • यहाँ हम भारत के विभिन्न खेलों से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
  • खेल, कई नियमों एवं रिवाजों द्वारा संचालित होने वाली एक प्रतियोगी गतिविधि है।


  1. REDIRECTसाँचा:विशेष2

center

  • खेल सामान्य अर्थ में उन गतिविधियों को कहा जाता है, जहाँ प्रतियोगी की शारीरिक क्षमता का एकमात्र अथवा प्राथमिक निर्धारण होता है।
  • सामान्यतः खेल को एक संगठित, प्रतिस्पर्धात्मक और प्रशिक्षित शारीरिक गतिविधि के रूप में परिभाषित किया गया है, जिसमें प्रतिबद्धता तथा निष्पक्षता होती है।
  • भारतकोश पर लेखों की संख्या प्रतिदिन बढ़ती रहती है जो आप देख रहे वह "प्रारम्भ मात्र" ही है...
विशेष आलेख
  • क्रिकेट एक बल्ले व गेंद से 11-11 खिलाड़ियों के दो दलों के बीच एक बड़े मैदान में खेला जाने वाला खेल है।
  • क्रिकेट के खेल का इतिहास 16वीं शताब्दी से आज तक अत्यन्त विस्तृत रूप में विद्यमान है। पहला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच 1844 के बाद खेला गया, यद्यपि आधिकारिक रूप से अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट 1877 से प्रारम्भ हुए।
  • भारत ने टेस्ट क्रिकेट में पहला क़दम सन 1932 में रखा था। इस वर्ष इंग्लैंड के विरुद्ध लार्डस में भारत ने पहला टेस्ट खेला था। इस टेस्ट में भारतीय टीम के कप्तान सी. के. नायडू थे।
  • मुख्य रूप से क्रिकेट का प्रशासन दुबई में स्थित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के द्वारा किया जाता है, जो इसके सदस्य राष्ट्रों के घरेलू नियंत्रित निकायों के माध्यम से विश्व भर में खेल का आयोजन करती है।
  • व्यापक अर्थों में क्रिकेट एक बहुआयामी खेल है, और इसके मुख्यत: तीन प्रारूप हैं- टेस्ट क्रिकेट, एकदिवसीय क्रिकेट और ट्वेंटी 20 क्रिकेट.... और पढ़ें
चयनित चित्र

300px|मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम, दिल्ली|center


मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम, दिल्ली
कुछ लेख
खेल श्रेणी वृक्ष
चयनित लेख
  • यह एक अनूठा स्वदेशी खेल है, जो युवाओं में ओज और स्वस्थ संघर्षशील जोश भरने वाला है। यह खेल पीछा करने वाले और प्रतिरक्षक, दोनों में अत्यधिक तंदुरुस्ती, कौशल, गति, ऊर्जा और प्रत्युत्पन्नमति की मांग करता है।
  • खो-खो मैदानी खेलों के सबसे प्रचीनतम रुपों में से एक है, जिसका उद्भव प्रागैतिहासिक भारत में माना जा सकता है। मुख्य रुप से आत्मरक्षा, आक्रमण व प्रत्याक्रमण के कौशल को विकसित करने के लिए इसकी खोज हुई थी।
  • खेल का मैदान आयताकार (29 X 16 मीटर) होता है। आयताकार की भुजा 16 मीटर और दूसरी भुजा 2.75 मी. होती है। इन दोनों आयताकारों के मध्य में दो लकड़ी के स्तम्भ होते हैं। .... और पढ़ें
भारत के प्रसिद्ध खिलाड़ी


दिल्ली के स्टेडियम



संबंधित लेख