Difference between revisions of "अनमोल वचन 7"
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* अपना जीवन जीने के केवल दो ही तरीके हैं. पहला यह मानना कि कोई चमत्कार नहीं होता है, दूसरा है कि हर वस्तु एक चमत्कार है। ~ अल्बर्ट आईन्सटीन | * अपना जीवन जीने के केवल दो ही तरीके हैं. पहला यह मानना कि कोई चमत्कार नहीं होता है, दूसरा है कि हर वस्तु एक चमत्कार है। ~ अल्बर्ट आईन्सटीन | ||
− | ==जॉर्ज बर्नार्ड शॉ (George Bernard Shaw)== | + | ==जॉर्ज बर्नार्ड शॉ (George Bernard Shaw) (1856 - 1950)== |
[[चित्र:George Bernard Shaw.jpg|जॉर्ज बर्नार्ड शॉ (George Bernard Shaw)|thumb|150px]] | [[चित्र:George Bernard Shaw.jpg|जॉर्ज बर्नार्ड शॉ (George Bernard Shaw)|thumb|150px]] | ||
* सत्य को कह देना ही मेरा मज़ाक करने का तरीका है। संसार में यह सब से विचित्र मज़ाक है। ~ जार्ज बर्नार्ड शॉ | * सत्य को कह देना ही मेरा मज़ाक करने का तरीका है। संसार में यह सब से विचित्र मज़ाक है। ~ जार्ज बर्नार्ड शॉ | ||
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* कमाए बगैर धन का उपभोग करने की तरह ही खुशी दिए बगैर खुश रहने का अधिकार हमें नहीं है। ~ जार्ज बरनार्ड शा | * कमाए बगैर धन का उपभोग करने की तरह ही खुशी दिए बगैर खुश रहने का अधिकार हमें नहीं है। ~ जार्ज बरनार्ड शा | ||
− | ==बेंजामिन फ्रैंकलिन (Benjamin Franklin)== | + | ==बेंजामिन फ्रैंकलिन (Benjamin Franklin) (1706 - 1790)== |
[[चित्र:Benjamin Franklin.jpg|बेंजामिन फ्रैंकलिन (Benjamin Franklin)|thumb|150px]] | [[चित्र:Benjamin Franklin.jpg|बेंजामिन फ्रैंकलिन (Benjamin Franklin)|thumb|150px]] | ||
* मछली एवं अतिथि, तीन दिनों के बाद दुर्गन्धजनक और अप्रिय लगने लगते हैं। ~ बेंजामिन फ्रैंकलिन | * मछली एवं अतिथि, तीन दिनों के बाद दुर्गन्धजनक और अप्रिय लगने लगते हैं। ~ बेंजामिन फ्रैंकलिन | ||
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* जीवन में दुखद बात यह है कि हम बड़े दो जल्दी हो जाते हैं, लेकिन समझदार देर से होते हैं। ~ बेंजामिन फ्रेंकलिन | * जीवन में दुखद बात यह है कि हम बड़े दो जल्दी हो जाते हैं, लेकिन समझदार देर से होते हैं। ~ बेंजामिन फ्रेंकलिन | ||
− | ==विलियम शेक्सपियर (William Shakespeare)== | + | ==विलियम शेक्सपियर (William Shakespeare) (1564 - 1616)== |
[[चित्र:William Shakespeare.jpg|विलियम शेक्सपियर (William Shakespeare)|thumb|150px]] | [[चित्र:William Shakespeare.jpg|विलियम शेक्सपियर (William Shakespeare)|thumb|150px]] | ||
* हम जानते हैं कि हम क्या हैं, पर ये नहीं जानते कि हम क्या बन सकते हैं। ~ शेक्सपीयर | * हम जानते हैं कि हम क्या हैं, पर ये नहीं जानते कि हम क्या बन सकते हैं। ~ शेक्सपीयर | ||
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* मूर्ख व्यक्ति स्वयं को बुद्धिमान मानता है लेकिन बुद्धिमान व्यक्ति स्वयं को मूर्ख मानता है। ~ विलियम शेक्सपियर | * मूर्ख व्यक्ति स्वयं को बुद्धिमान मानता है लेकिन बुद्धिमान व्यक्ति स्वयं को मूर्ख मानता है। ~ विलियम शेक्सपियर | ||
− | ==विंस्टन चर्चिल (Winston Churchill)== | + | ==विंस्टन चर्चिल (Winston Churchill) (1874 - 1965)== |
[[चित्र:Winston Churchill.jpg|विंस्टन चर्चिल (Winston Churchill)|thumb|150px]] | [[चित्र:Winston Churchill.jpg|विंस्टन चर्चिल (Winston Churchill)|thumb|150px]] | ||
* किसी कम पढे व्यक्ति द्वारा सुभाषित पढना उत्तम होगा। ~ सर विंस्टन चर्चिल | * किसी कम पढे व्यक्ति द्वारा सुभाषित पढना उत्तम होगा। ~ सर विंस्टन चर्चिल | ||
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* निराशावादी हर अवसर में कठिनाई देखता हैं, जबकि आशावादी हर कठिनाई में अवसर देखता हैं। ~ विन्स्टन चर्चिल | * निराशावादी हर अवसर में कठिनाई देखता हैं, जबकि आशावादी हर कठिनाई में अवसर देखता हैं। ~ विन्स्टन चर्चिल | ||
− | ==अरस्तू (Aristotle)== | + | ==अरस्तू (Aristotle) (384 BC - 322 BC)== |
[[चित्र:Aristotle.jpg|अरस्तू (Aristotle)|thumb|150px]] | [[चित्र:Aristotle.jpg|अरस्तू (Aristotle)|thumb|150px]] | ||
* खुशी ही जीवन का अर्थ और उद्देश्य है, और मानव अस्तित्व का लक्ष्य और मनोरथ। ~ अरस्तू | * खुशी ही जीवन का अर्थ और उद्देश्य है, और मानव अस्तित्व का लक्ष्य और मनोरथ। ~ अरस्तू | ||
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* अपने दुश्मनों पर विजय पाने वाले की तुलना में मैं उसे शूरवीर मानता हूं जिसने अपनी इच्छाओं पर विजय प्राप्त कर ली है; क्योंकि सबसे कठिन विजय अपने आप पर विजय होती है। ~ अरस्तु | * अपने दुश्मनों पर विजय पाने वाले की तुलना में मैं उसे शूरवीर मानता हूं जिसने अपनी इच्छाओं पर विजय प्राप्त कर ली है; क्योंकि सबसे कठिन विजय अपने आप पर विजय होती है। ~ अरस्तु | ||
− | ==मार्टिन लुथर किंग, जूनियर (Martin Luther King, Jr.)== | + | ==मार्टिन लुथर किंग, जूनियर (Martin Luther King, Jr.) (1929 - 1968)== |
[[चित्र:Martin Luther King, Jr.jpg|मार्टिन लुथर किंग, जूनियर (Martin Luther King, Jr.)|thumb|150px]] | [[चित्र:Martin Luther King, Jr.jpg|मार्टिन लुथर किंग, जूनियर (Martin Luther King, Jr.)|thumb|150px]] | ||
* आँख के बदले आँख' के प्राचीन सिद्धान्त से तो एक दिन सभी अंधे हो जाएंगे। ~ मार्टिन लुथर किंग, जूनियर | * आँख के बदले आँख' के प्राचीन सिद्धान्त से तो एक दिन सभी अंधे हो जाएंगे। ~ मार्टिन लुथर किंग, जूनियर | ||
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* मुश्किलें वे औजार हैं जिनसे ईश्वर हमें बेहतर कामों के लिए तैयार करता हैं। ~ एच. डबल्यू वीचर | * मुश्किलें वे औजार हैं जिनसे ईश्वर हमें बेहतर कामों के लिए तैयार करता हैं। ~ एच. डबल्यू वीचर | ||
− | ==राल्फ वाल्डो एमर्सन (Ralph Waldo Emerson)== | + | ==राल्फ वाल्डो एमर्सन (Ralph Waldo Emerson) (1803 - 1882)== |
[[चित्र:ralph-waldo-emerson.jpg|राल्फ वाल्डो एमर्सन (Ralph Waldo Emerson)|thumb|150px]] | [[चित्र:ralph-waldo-emerson.jpg|राल्फ वाल्डो एमर्सन (Ralph Waldo Emerson)|thumb|150px]] | ||
* यदि किसी असाधारण प्रतिभा वाले आदमी से हमारा सामना हो तो हमें उससे पूछना चाहिये कि वो कौन सी पुस्तकें पढता है। ~ एमर्शन | * यदि किसी असाधारण प्रतिभा वाले आदमी से हमारा सामना हो तो हमें उससे पूछना चाहिये कि वो कौन सी पुस्तकें पढता है। ~ एमर्शन | ||
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* मुझे अधिक संबंध इस बात से नहीं है कि आप असफ़ल हुए, बल्कि इस बात से कि आप अपनी असफलता से कितने संतुष्ट है। ~ अब्राहम लिंकन | * मुझे अधिक संबंध इस बात से नहीं है कि आप असफ़ल हुए, बल्कि इस बात से कि आप अपनी असफलता से कितने संतुष्ट है। ~ अब्राहम लिंकन | ||
− | ==मार्क ट्वेन (Mark Twain)== | + | ==मार्क ट्वेन (Mark Twain) (1835 - 1910)== |
[[चित्र:Mark Twain.jpg|मार्क ट्वेन (Mark Twain)|thumb|150px]] | [[चित्र:Mark Twain.jpg|मार्क ट्वेन (Mark Twain)|thumb|150px]] | ||
* स्वास्थ्य के संबंध में, पुस्तकों पर भरोसा न करें। छपाई की एक गलती जानलेवा भी हो सकती है। ~ मार्क ट्वेन | * स्वास्थ्य के संबंध में, पुस्तकों पर भरोसा न करें। छपाई की एक गलती जानलेवा भी हो सकती है। ~ मार्क ट्वेन | ||
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* जीवन मुख्य रुप से अथवा मोटे तौर पर तथ्यों और घटनाओं पर आधारित नहीं है. यह मुख्य रुप से किसी व्यक्ति के दिलो दिमाग में निरन्तर उठने वाले विचारों के तूफ़ानों पर आधारित होती है। ~ मार्क ट्वेन | * जीवन मुख्य रुप से अथवा मोटे तौर पर तथ्यों और घटनाओं पर आधारित नहीं है. यह मुख्य रुप से किसी व्यक्ति के दिलो दिमाग में निरन्तर उठने वाले विचारों के तूफ़ानों पर आधारित होती है। ~ मार्क ट्वेन | ||
− | ==गोथे (Johann Wolfgang von Goethe)== | + | ==गोथे (Johann Wolfgang von Goethe) (1749 - 1832)== |
[[चित्र:Johann Wolfgang von Goethe.jpg|जोहेन वोल्फ़्गेंग गोथ (Johann Wolfgang von Goethe)|thumb|150px]] | [[चित्र:Johann Wolfgang von Goethe.jpg|जोहेन वोल्फ़्गेंग गोथ (Johann Wolfgang von Goethe)|thumb|150px]] | ||
* सही मायने में बुद्धिपूर्ण विचार हजारों दिमागों में आते रहे हैं। लेकिन उनको अपना बनाने के लिये हमको ही उन पर गहराई से तब तक विचार करना चाहिये जब तक कि वे हमारी अनुभूति में जड न जमा लें। ~ गोथे | * सही मायने में बुद्धिपूर्ण विचार हजारों दिमागों में आते रहे हैं। लेकिन उनको अपना बनाने के लिये हमको ही उन पर गहराई से तब तक विचार करना चाहिये जब तक कि वे हमारी अनुभूति में जड न जमा लें। ~ गोथे | ||
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* अज्ञानी व्यक्ति वह प्रश्न पूछते हैं जिनका उत्तर समझदार व्यक्तियों द्वारा एक हज़ार पहले दे दिया गया होता है। ~ गोएथ | * अज्ञानी व्यक्ति वह प्रश्न पूछते हैं जिनका उत्तर समझदार व्यक्तियों द्वारा एक हज़ार पहले दे दिया गया होता है। ~ गोएथ | ||
− | ==कंफ्यूशियस (Confucious)== | + | ==कंफ्यूशियस (Confucious) (551 BC - 479)== |
[[चित्र:Confucius.gif|कंफ्यूशियस (Confucious)|thumb|150px]] | [[चित्र:Confucius.gif|कंफ्यूशियस (Confucious)|thumb|150px]] | ||
* जब तुम्हारे खुद के दरवाजे की सीढ़ियाँ गंदी हैं तो पड़ोसी की छत पर पड़ी गंदगी का उलाहना मत दीजिए। ~ कनफ़्यूशियस | * जब तुम्हारे खुद के दरवाजे की सीढ़ियाँ गंदी हैं तो पड़ोसी की छत पर पड़ी गंदगी का उलाहना मत दीजिए। ~ कनफ़्यूशियस | ||
Line 284: | Line 284: | ||
* किसी व्यक्ति को एक मछली दे दो तो उसका पेट दिन भर के लिए भर जाएगा। उसे इंटरनेट चलाना सिखा दो तो वह हफ़्तों आपको परेशान नहीं करेगा। ~ एनन | * किसी व्यक्ति को एक मछली दे दो तो उसका पेट दिन भर के लिए भर जाएगा। उसे इंटरनेट चलाना सिखा दो तो वह हफ़्तों आपको परेशान नहीं करेगा। ~ एनन | ||
− | ==हैरी एस ट्रुमेन (Harry Truman)== | + | ==हैरी एस ट्रुमेन (Harry S. Truman) (1884 - 1972)== |
* यदि आप इस बात की चिंता न करें कि आपके काम का श्रेय किसे मिलने वाला है तो आप आश्चर्यजनक कार्य कर सकते हैं। ~ हैरी एस. ट्रूमेन | * यदि आप इस बात की चिंता न करें कि आपके काम का श्रेय किसे मिलने वाला है तो आप आश्चर्यजनक कार्य कर सकते हैं। ~ हैरी एस. ट्रूमेन | ||
* यदि आप गर्मी सहन नहीं कर सकते तो रसोई के बाहर निकल जाईये। ~ हैरी एस ट्रुमेन | * यदि आप गर्मी सहन नहीं कर सकते तो रसोई के बाहर निकल जाईये। ~ हैरी एस ट्रुमेन | ||
Line 299: | Line 299: | ||
* इच्छा सफलता का शुरुआती बिन्दु हैं, यह हमेशा याद दखें, जिस तरह छोटी आग से कम गर्माहट मिलती हैं उसी तरह कमज़ोर इच्छा से कमज़ोर परिणाम मिलते है। ~ नेपोलियन हिल | * इच्छा सफलता का शुरुआती बिन्दु हैं, यह हमेशा याद दखें, जिस तरह छोटी आग से कम गर्माहट मिलती हैं उसी तरह कमज़ोर इच्छा से कमज़ोर परिणाम मिलते है। ~ नेपोलियन हिल | ||
− | ==फ्रांसिस बेकन== | + | ==फ्रांसिस बेकन (Francis Bacon) (1561 - 1626)== |
* बुरा व्यक्ति उस समय और भी बुरा हो जाता है जब वह अच्छा होने का ढोंग करता है। ~ फ्रांसिस बेकन | * बुरा व्यक्ति उस समय और भी बुरा हो जाता है जब वह अच्छा होने का ढोंग करता है। ~ फ्रांसिस बेकन | ||
* जो नए सुधारों पर अमल नहीं, करेगा वह नए खतरों को न्यौता देगा। ~ फ्रांसिस बेकन | * जो नए सुधारों पर अमल नहीं, करेगा वह नए खतरों को न्यौता देगा। ~ फ्रांसिस बेकन | ||
Line 306: | Line 306: | ||
* हम स्वभाव के मुताबिक सोचते हैं, कायदे के मुताबिक बोलते हैं, रिवाज के मुताबिक आचरण करते हैं। ~ फ्रांसिस बेकन | * हम स्वभाव के मुताबिक सोचते हैं, कायदे के मुताबिक बोलते हैं, रिवाज के मुताबिक आचरण करते हैं। ~ फ्रांसिस बेकन | ||
− | ==थॉमस जैफर्सन (Thomas Jefferson)== | + | ==थॉमस जैफर्सन (Thomas Jefferson) (1743 - 1826)== |
* क्या आप जानना चाहते हैं कि आप कौन हैं? तो किसी से पूछिये मत। कार्य करना शुरू कर दें। आपका कार्य आपको परिभाषित एवं चित्रित कर देगा। ~ थॉमस जेफर्सन | * क्या आप जानना चाहते हैं कि आप कौन हैं? तो किसी से पूछिये मत। कार्य करना शुरू कर दें। आपका कार्य आपको परिभाषित एवं चित्रित कर देगा। ~ थॉमस जेफर्सन | ||
* विनम्र तो सबके साथ रहें, लेकिन घनिष्ठ कुछ एक के साथ ही। ~ थॉमस जैफरसन | * विनम्र तो सबके साथ रहें, लेकिन घनिष्ठ कुछ एक के साथ ही। ~ थॉमस जैफरसन | ||
Line 312: | Line 312: | ||
* गलती करने की बजाय देर करना कहीं अधिक अच्छा होता है। ~ थॉमस जैफरसन | * गलती करने की बजाय देर करना कहीं अधिक अच्छा होता है। ~ थॉमस जैफरसन | ||
− | ==फ़ोर्ब्स (Malcolm Forbes)== | + | ==फ़ोर्ब्स (Malcolm S. Forbes (1919 - 1990)== |
* ख़ाली दिमाग को खुला दिमाग बना देना ही शिक्षा का उद्देश्य है। ~ फ़ोर्ब्स | * ख़ाली दिमाग को खुला दिमाग बना देना ही शिक्षा का उद्देश्य है। ~ फ़ोर्ब्स | ||
* कम्प्यूटर को प्रोग्राम करने के लिये संस्कृत सबसे सुविधाजनक भाषा है। ~ फोर्ब्स पत्रिका (जुलाई, 1987) | * कम्प्यूटर को प्रोग्राम करने के लिये संस्कृत सबसे सुविधाजनक भाषा है। ~ फोर्ब्स पत्रिका (जुलाई, 1987) | ||
Line 320: | Line 320: | ||
* हार का स्वाद मालूम हो तो जीत हमेशा मीठी लगती है। ~ माल्कम फोर्बस | * हार का स्वाद मालूम हो तो जीत हमेशा मीठी लगती है। ~ माल्कम फोर्बस | ||
− | ==जॉन रस्किन ( | + | ==जॉन रस्किन (John Ruskin) (1819 - 1900)== |
* हम क्या सोचते हैं, क्या जानते हैं, और किसमें विश्वास करते हैं – अंततः ये बातें मायने नहीं रखतीं. हम क्या करते हैं वही महत्त्वपूर्ण है। ~ जॉन रस्किन | * हम क्या सोचते हैं, क्या जानते हैं, और किसमें विश्वास करते हैं – अंततः ये बातें मायने नहीं रखतीं. हम क्या करते हैं वही महत्त्वपूर्ण है। ~ जॉन रस्किन | ||
* जब किसी कार्य में रुचि और उसे करने के हुनर का संगम हो, तो उत्कृष्टता स्वाभाविक है। ~ जॉन रस्किन | * जब किसी कार्य में रुचि और उसे करने के हुनर का संगम हो, तो उत्कृष्टता स्वाभाविक है। ~ जॉन रस्किन | ||
Line 330: | Line 330: | ||
* सफल होने के लिए ज़रूरी है कि आप में सफलता की आस असफलता के डर से कहीं अधिक हो। ~ बिल कोज़्बी | * सफल होने के लिए ज़रूरी है कि आप में सफलता की आस असफलता के डर से कहीं अधिक हो। ~ बिल कोज़्बी | ||
− | ==सुकरात (Socrates)== | + | ==सुकरात (Socrates) (469 - 399 BC)== |
[[चित्र:Socrates.jpg|सुकरात (Socrates)|thumb|150px]] | [[चित्र:Socrates.jpg|सुकरात (Socrates)|thumb|150px]] | ||
* हर वर्ष एक बुरी आदत को मूल से खोदकर, फेंका जाए तो कुछ ही वर्षों में बुरे से बुरा, व्यक्ति भला हो सकता है। ~ सुकरात | * हर वर्ष एक बुरी आदत को मूल से खोदकर, फेंका जाए तो कुछ ही वर्षों में बुरे से बुरा, व्यक्ति भला हो सकता है। ~ सुकरात | ||
Line 350: | Line 350: | ||
* सबसे अच्छी सरकार वही है जो हमें स्वयं अपने ऊपर शासन करना सिखाती है। ~ गेटे | * सबसे अच्छी सरकार वही है जो हमें स्वयं अपने ऊपर शासन करना सिखाती है। ~ गेटे | ||
− | ==थियोडॉर रूज़वेल्ट (Theodore Roosevelt)== | + | ==थियोडॉर रूज़वेल्ट (Theodore Roosevelt) (1858 - 1919)== |
* अपनी आंखों को सितारों पर टिकाने से पहले अपने पैर जमीन में गड़ा लो। ~ थियोडॉर रूज़वेल्ट | * अपनी आंखों को सितारों पर टिकाने से पहले अपने पैर जमीन में गड़ा लो। ~ थियोडॉर रूज़वेल्ट | ||
* आपसे जितना हो सके करें, वहीं जहां आप हैं और उनसे जो साधन आपके पास हैं। ~ थियोडोर रूसवेल्ट | * आपसे जितना हो सके करें, वहीं जहां आप हैं और उनसे जो साधन आपके पास हैं। ~ थियोडोर रूसवेल्ट | ||
Line 390: | Line 390: | ||
* यदि मैं उदास महसूस करती हूं तो मैं काम पर चली जाती हूं, काम में व्यस्तता उदासी का उत्तम प्रतिकार है। ~ एलेनोर रूजवेल्ट | * यदि मैं उदास महसूस करती हूं तो मैं काम पर चली जाती हूं, काम में व्यस्तता उदासी का उत्तम प्रतिकार है। ~ एलेनोर रूजवेल्ट | ||
− | ==प्लूटार्क (Plutarch)== | + | ==प्लूटार्क (Plutarch) (c. - 120)== |
[[चित्र:Plutarch.gif|प्लूटार्क (Plutarch)|thumb|150px]] | [[चित्र:Plutarch.gif|प्लूटार्क (Plutarch)|thumb|150px]] | ||
* वह व्यक्ति अच्छा कार्य निष्पादन करता है जो परिस्थितियों का ठीक से सामना करता है। ~ प्लुटार्च | * वह व्यक्ति अच्छा कार्य निष्पादन करता है जो परिस्थितियों का ठीक से सामना करता है। ~ प्लुटार्च | ||
Line 407: | Line 407: | ||
* सफलता की खुशियां मनाना ठीक है, लेकिन असफलताओं से सबक सीखना अधिक महत्वपूर्ण है। ~ बिल गेट्स | * सफलता की खुशियां मनाना ठीक है, लेकिन असफलताओं से सबक सीखना अधिक महत्वपूर्ण है। ~ बिल गेट्स | ||
− | ==हेनरी फ़ोर्ड (Henry Ford)== | + | ==हेनरी फ़ोर्ड (Henry Ford) (1863 - 1947)== |
* ग़लतियाँ मत ढूंढो, हल ढूंढो। ~ हेनरी फ़ोर्ड, कार निर्माता | * ग़लतियाँ मत ढूंढो, हल ढूंढो। ~ हेनरी फ़ोर्ड, कार निर्माता | ||
* अगर सफलता का कोई राज़ है, तो वह दूसरे के दृष्टिकोण को समझने और चीजों को उसके दृष्टिकोण से अपने दृष्टिकोण जितने अच्छे से देख पाने की क्षमता में निहित है। ~ हेनरी फोर्ड | * अगर सफलता का कोई राज़ है, तो वह दूसरे के दृष्टिकोण को समझने और चीजों को उसके दृष्टिकोण से अपने दृष्टिकोण जितने अच्छे से देख पाने की क्षमता में निहित है। ~ हेनरी फोर्ड | ||
* असफलता मात्र फिर से कार्यारम्भ करने का अवसर होती है, इस बार और अधिक बुद्धिमत्ता से। ~ हेनरी फोर्ड | * असफलता मात्र फिर से कार्यारम्भ करने का अवसर होती है, इस बार और अधिक बुद्धिमत्ता से। ~ हेनरी फोर्ड | ||
− | ==हेनरी डेविड थोरो (Henry David Thoreau)== | + | ==हेनरी डेविड थोरो (Henry David Thoreau) (1817 - 1862)== |
* व्यस्त रहना काफ़ी नहीं है, व्यस्त तो चींटियाँ भी रहती हैं। सवाल यह है - हम किस लिए व्यस्त हैं? ~ हेनरी डेविड थोरु | * व्यस्त रहना काफ़ी नहीं है, व्यस्त तो चींटियाँ भी रहती हैं। सवाल यह है - हम किस लिए व्यस्त हैं? ~ हेनरी डेविड थोरु | ||
* प्रातःकाल का भ्रमण पूरे दिन के लिए वरदान होता है। ~ हेनरी डेविड थोरो (1817-1862), लेखक | * प्रातःकाल का भ्रमण पूरे दिन के लिए वरदान होता है। ~ हेनरी डेविड थोरो (1817-1862), लेखक | ||
Line 428: | Line 428: | ||
* आपकी उपलब्धियों का निर्धारण आपकी प्रवृति से नहीं अपितु आपके रवैय्ये से होता है। ~ जिग जिगलर | * आपकी उपलब्धियों का निर्धारण आपकी प्रवृति से नहीं अपितु आपके रवैय्ये से होता है। ~ जिग जिगलर | ||
− | ==जॉन बेइज़ (Joan Baez)== | + | ==जॉन बेइज़ (Joan Baez) (1941 - )== |
* जब तक आप ढूंढते रहेंगे, समाधान मिलते रहेंगे। ~ जॉन बेज | * जब तक आप ढूंढते रहेंगे, समाधान मिलते रहेंगे। ~ जॉन बेज | ||
* निराशा को काम में व्यस्त रहकर दूर भगाया जा सकता है। ~ जॉन बेइज़ | * निराशा को काम में व्यस्त रहकर दूर भगाया जा सकता है। ~ जॉन बेइज़ | ||
Line 438: | Line 438: | ||
* आप हमेशा परिस्थितियों को नियंत्रित, नहीं कर सकते, लेकिन आप खुद को जरूर नियंत्रित कर सकते हैं। ~ एंथनी रोबिन्स | * आप हमेशा परिस्थितियों को नियंत्रित, नहीं कर सकते, लेकिन आप खुद को जरूर नियंत्रित कर सकते हैं। ~ एंथनी रोबिन्स | ||
− | ==वाल्ट डिज़्नी== | + | ==वाल्ट डिज़्नी (Walt Disney) (1901 - 1966)== |
* यदि आप किसी चीज का सपना देख सकते हैं, तो आप उसे प्राप्त कर सकते हैं। ~ वाल्ट डिज़नी | * यदि आप किसी चीज का सपना देख सकते हैं, तो आप उसे प्राप्त कर सकते हैं। ~ वाल्ट डिज़नी | ||
* जब हम किसी नई परियोजना पर विचार करते हैं तो हम बड़े गौर से उसका अध्ययन करते हैं - केवल सतह मात्र का नहीं, बल्कि उसके हर एक पहलू का। ~ वाल्ट डिज़्नी | * जब हम किसी नई परियोजना पर विचार करते हैं तो हम बड़े गौर से उसका अध्ययन करते हैं - केवल सतह मात्र का नहीं, बल्कि उसके हर एक पहलू का। ~ वाल्ट डिज़्नी |
Revision as of 09:43, 4 September 2012
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anamol vachan |
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