Difference between revisions of "भाभर"
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− | '''भाभर''' [[शिवालिक पहाड़ियाँ|शिवालिक]] की पदस्थली पर स्थित | + | '''भाभर''' [[शिवालिक पहाड़ियाँ|शिवालिक]] की पदस्थली पर स्थित एक विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र है। |
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− | *इस घास का उपयोग मुख्यत: [[कागज़]] और रस्सी बनाने के लिए किया जाता है। | + | |
+ | *इस क्षेत्र की सरन्ध्रता इतनी अधिक है कि यहाँ पर सारी नदियाँ लुप्त हो जाती हैं। | ||
+ | *यहाँ पर ''यूलालिओप्सिस बिनाता' नामक स्थानीय घास पुमुख रूप से पाई जाती है। | ||
+ | *इस घास के यहाँ बड़ी मात्रा में पाए जाने से ही इस क्षेत्र का नाम 'भाभर' पड़ा। | ||
+ | *अधिकांशत: इस घास का उपयोग मुख्यत: [[कागज़]] और रस्सी बनाने के लिए किया जाता है। | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== |
Revision as of 05:11, 23 October 2011
bhabhar shivalik ki padasthali par sthit ek vishisht bhaugolik kshetr hai.
- is kshetr ki sarandhrata itani adhik hai ki yahaan par sari nadiyaan lupt ho jati haian.
- yahaan par yoolaliopsis binata' namak sthaniy ghas pumukh roop se paee jati hai.
- is ghas ke yahaan b di matra mean pae jane se hi is kshetr ka nam 'bhabhar' p da.
- adhikaanshat: is ghas ka upayog mukhyat: kagaz aur rassi banane ke lie kiya jata hai.