ओसांक

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ओसांक (अंग्रेज़ी: Dew Point) से अभिप्राय है कि 'वातावरण की वह अवस्था अथवा उसके तापमान का वह बिन्दु, जिस पर आकाश में ओस जमती और नीचे गिरती है"।

कुछ परिस्थितियों में वायु में जलवाष्प की मात्रा उससे अधिक हो जाती है जो वायु को संतृप्त करने के लिए ज़रूरी होती है। उस समय वायु को 'अति संतृप्त' (Super Saturated) कहा जाता है।

  • वह क्रांतिक ताप, जिस पर वायु ठंडी हो जाने के बाद जल-वाष्प से संतृप्त हो जाती है, और जिसके नीचे, और अधिक वाष्प के संघनन द्वारा नाभिकों की उपस्थिति में जल की सूक्ष्म बूंदें बन जाया करती हैं।[1]
  • वह तापमान जिस पर वायुमंडल शीतल होकर जलवाष्प से संतृप्तत हो जाता है और संघनन द्वारा जलवाष्प का संचय ओस की बूँदों के रूप में होने लगता है।
  • वह तापमान जिस तक एक निश्चित वायु दाब तथा निश्चित जल वाष्प मात्रा पर वायु को ठंडा किया जाए ताकि वह संतृप्त अवस्था तक पहुंच सके।
  • वह ताप जिस पर नम हवा ठंडी होने पर वाष्प से सन्तृप्त हो जाती है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. ओसांक (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 08 अप्रैल, 2014।

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