विद्याधर: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
No edit summary |
||
(4 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
'''विद्याधर''' (1019 से 1029 ई.) [[गंडदेव]] का पुत्र और चन्देल साम्राज्य का उत्तराधिकारी था। [[चन्देल वंश]] के शासकों में इसे सर्वाधिक शक्तिशाली माना जाता है। | |||
*[[मुसलमान]] लेखक विद्याधर का उल्लेख 'चन्द्र' एवं 'विदा' नाम से करते हैं। | |||
*मुसलमान लेखक | *विद्याधर ने प्रतिहार शासक राज्यपाल की हत्या मात्र इसलिए कर दी, क्योंकि उसने [[महमूद ग़ज़नवी]] के [[कन्नौज]] पर आक्रमण के समय बिना युद्ध किये ही गज़नवी के सामने समर्पण कर दिया था। | ||
* | |||
*मुस्लिम स्रोतों से पता चलता है कि 1019-1020 ई. में चन्देलों पर महमूद के प्रथम आक्रमण के समय विद्याधर ने परिस्थितियों को अपने पक्ष में न देखकर सेना को युद्ध क्षेत्र से वापस हटा लिया था। | *मुस्लिम स्रोतों से पता चलता है कि 1019-1020 ई. में चन्देलों पर महमूद के प्रथम आक्रमण के समय विद्याधर ने परिस्थितियों को अपने पक्ष में न देखकर सेना को युद्ध क्षेत्र से वापस हटा लिया था। | ||
*1022 ई. में महमूद के दूसरे आक्रमण के समय विद्याधर ने उससे शांति का समझौता कर लिया। | *1022 ई. में महमूद के दूसरे आक्रमण के समय विद्याधर ने उससे शांति का समझौता कर लिया। | ||
{{लेख प्रगति | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=|माध्यमिक=माध्यमिक2|पूर्णता=|शोध=}} | ||
|आधार= | |||
|प्रारम्भिक= | |||
|माध्यमिक=माध्यमिक2 | |||
|पूर्णता= | |||
|शोध= | |||
}} | |||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> | ||
Line 20: | Line 12: | ||
{{चन्देल वंश}} | {{चन्देल वंश}} | ||
{{भारत के राजवंश}} | {{भारत के राजवंश}} | ||
[[Category: | [[Category:चन्देल वंश]][[Category:चरित कोश]][[Category:इतिहास कोश]] | ||
[[Category:इतिहास कोश]] | [[Category:इतिहास कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Latest revision as of 10:31, 23 July 2013
विद्याधर (1019 से 1029 ई.) गंडदेव का पुत्र और चन्देल साम्राज्य का उत्तराधिकारी था। चन्देल वंश के शासकों में इसे सर्वाधिक शक्तिशाली माना जाता है।
- मुसलमान लेखक विद्याधर का उल्लेख 'चन्द्र' एवं 'विदा' नाम से करते हैं।
- विद्याधर ने प्रतिहार शासक राज्यपाल की हत्या मात्र इसलिए कर दी, क्योंकि उसने महमूद ग़ज़नवी के कन्नौज पर आक्रमण के समय बिना युद्ध किये ही गज़नवी के सामने समर्पण कर दिया था।
- मुस्लिम स्रोतों से पता चलता है कि 1019-1020 ई. में चन्देलों पर महमूद के प्रथम आक्रमण के समय विद्याधर ने परिस्थितियों को अपने पक्ष में न देखकर सेना को युद्ध क्षेत्र से वापस हटा लिया था।
- 1022 ई. में महमूद के दूसरे आक्रमण के समय विद्याधर ने उससे शांति का समझौता कर लिया।
|
|
|
|
|